विदेशी मेरे विरुद्ध खड़े हुए हैं; आतंकवादी मेरे प्राण के पीछे पड़े हैं; वे परमेश्वर को अपने सम्मुख नहीं रखते हैं। सेलाह
1 शमूएल 20:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) दाऊद रामाह नगर के नायोत मुहल्ले से भागा। वह योनातन के सम्मुख पहुंचा। उसने योनातन से कहा, ‘मैंने क्या किया है? मेरा दोष क्या है? तुम्हारे पिता की दृष्टि में मेरा पाप क्या है कि वह मेरे प्राण की खोज में हैं?’ पवित्र बाइबल दाऊद रामा के निकट के डेरे से भाग गया। दाऊद योनातान के पास पहुँचा और उससे पूछा, “मैंने कौन सी गलती की है? मेरा अपराध क्या है? तुम्हारा पिता मुझे मारने का प्रयत्न क्यों कर रहा है?” Hindi Holy Bible फिर दाऊद रामा के नबायोत से भागा, और योनातन के पास जा कर कहने लगा, मैं ने क्या किया है? मुझ से क्या पाप हुआ? मैं ने तेरे पिता की दृष्टि में ऐसा कौन सा अपराध किया है, कि वह मेरे प्राण की खोज में रहता है? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर दाऊद रामा के नबायोत से भागा, और योनातान के पास जाकर कहने लगा, “मैं ने क्या किया है? मुझ से क्या पाप हुआ? मैं ने तेरे पिता की दृष्टि में ऐसा कौन सा अपराध किया है, कि वह मेरे प्राण की खोज में रहता है?” सरल हिन्दी बाइबल दावीद रामाह के नाइयोथ से भी भागे. उन्होंने योनातन के पास आकर उनसे पूछा, “क्या किया है मैंने, बताओ? कहां हुई है मुझसे भूल? क्या अपराध किया है मैंने तुम्हारे पिता का, जो वह आज मेरे प्राणों के प्यासे हो गए हैं?” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर दाऊद रामाह के नबायोत से भागा, और योनातान के पास जाकर कहने लगा, “मैंने क्या किया है? मुझसे क्या पाप हुआ? मैंने तेरे पिता की दृष्टि में ऐसा कौन सा अपराध किया है, कि वह मेरे प्राण की खोज में रहता है?” |
विदेशी मेरे विरुद्ध खड़े हुए हैं; आतंकवादी मेरे प्राण के पीछे पड़े हैं; वे परमेश्वर को अपने सम्मुख नहीं रखते हैं। सेलाह
हमें एक बात का गर्व है-हमारा अन्त:करण हमें विश्वास दिलाता है कि हमने मनुष्यों के साथ और विशेष कर आप लोगों के साथ जो व्यवहार किया है, वह संसार की बुद्धिमानी के अनुसार नहीं, बल्कि उस सच्चाई और ईमानदारी के अनुसार था जो परमेश्वर की कृपा का वरदान है।
इस प्रकार हम देखते हैं कि प्रभु धर्मात्माओं को संकटों से छुड़ाने और विधर्मियों को दण्ड देने के लिए उन्हें न्याय के दिन तक रख छोड़ने में समर्थ है,
प्रियो! यदि हमारा अन्त:करण हम पर दोष नहीं लगाता है, तो हम परमेश्वर पर पूरा भरोसा रख सकते हैं।
मैं तुम्हारे सामने प्रस्तुत हूँ : प्रभु और उसके अभिषिक्त राजा के सम्मुख साक्षी दो। मैंने किस व्यक्ति का बैल लिया? मैंने किस व्यक्ति का गधा लिया? मैंने किस व्यक्ति का दमन अथवा उस पर अत्याचार किया? क्या मैंने कभी किसी के हाथ से घूस ली? यदि तुम्हारी साक्षी सच होगी तो मैं उसको तुम्हें लौटा दूँगा।’
शाऊल ने अपने पुत्र योनातन तथा अन्य कर्मचारियों से दाऊद की हत्या करने की चर्चा की। परन्तु शाऊल का पुत्र योनातन दाऊद से अत्यन्त प्रसन्न था।
दाऊद भागा, और वह बच गया। वह रामाह नगर में शमूएल के पास आया। जो कुछ शाऊल ने उसके साथ किया था, वह उसने शमूएल को बता दिया। तब दाऊद और शमूएल रामाह के नायोत मुहल्ले को चले गए, और वहां रहने लगे।
योनातन ने उससे कहा, ‘नहीं, तुम ऐसा क्यों सोचते हो? वह तुम्हारी हत्या नहीं कर सकते। देखो, मेरे पिता बिना मुझे बताए, कोई काम नहीं करते; फिर चाहे वह बड़ा काम हो अथवा छोटा। तब मेरे पिता मुझसे यह बात क्यों छिपाएंगे? नहीं, तुम्हारी यह बात सच नहीं है!’
हे मेरे पिता, मेरे हाथ में अपने लबादे के छोर को देखिए। मैंने केवल आपके लबादे के छोर को काट लिया। परन्तु मैंने आपका वध नहीं किया। आप इस बात को समझिए, कि आपके प्रति मेरे हृदय में बुराई और विश्वासघात की दुर्भावना नहीं है। मैंने आपके प्रति पाप नहीं किया। फिर भी आप मेरे प्राण लेने के लिए घात लगाते हैं।
प्रभु मेरे और आपके मध्य न्याय करे! प्रभु आप से मेरा प्रतिशोध ले। परन्तु मेरा हाथ आप कर कभी नहीं उठेगा
उसने दाऊद से कहा, ‘तू मुझसे अधिक धार्मिक है। तूने बुराई का बदला भलाई से दिया। पर मैंने भलाई के बदले में तुझे बुराई लौटाई।
दाऊद ने शाऊल से कहा, ‘आप उन लोगों की बात क्यों सुनते हैं जो यह कहते हैं : “दाऊद आपका अनिष्ट करना चाहता है” ?
दाऊद ने आगे कहा, ‘मेरे स्वामी, आप क्यों अपने सेवक का पीछा कर रहे हैं? मैंने आपका क्या किया है? मेरे हाथ से आपका कौन-सा दुष्कर्म हुआ है?