कारागार का मुख्याधिकारी यूसुफ के हाथ में सौंपी गई किसी भी वस्तु को देखता तक न था; क्योंकि प्रभु यूसुफ के साथ था। जो कुछ भी यूसुफ करता था, प्रभु उसे सफल बनाता था।
1 शमूएल 18:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जहाँ-जहाँ शाऊल ने दाऊद को भेजा, वहां-वहां दाऊद सफल हुआ। अत: शाऊल ने उसे अनुभवी सैनिकों के ऊपर नियुक्त कर दिया। लोगों की तथा शाऊल के कर्मचारियों की कृपा-दृष्टि दाऊद पर थी। पवित्र बाइबल शाऊल ने दाऊद को विभिन्न युद्धों में लड़ने भेजा। दाऊद बहुत सफल रहा। तब शाऊल ने उसे सैनिकों के ऊपर रख दिया। इससे सभी प्रसन्न हुये, यहाँ तक कि शाऊल के सभी अधिकारी भी इससे प्रसन्न हुए। Hindi Holy Bible और जहां कहीं शाऊल दाऊद को भेजता था वहां वह जा कर बुद्धिमानी के साथ काम करता था; और शाऊल ने उसे योद्धाओं का प्रधान नियुक्त किया। और समस्त प्रजा के लोग और शाऊल के कर्मचारी उस से प्रसन्न थे॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और जहाँ कहीं शाऊल दाऊद को भेजता था वहाँ वह जाकर बुद्धिमानी के साथ काम करता था; अत: शाऊल ने उसे योद्धाओं का प्रधान नियुक्त किया। और समस्त प्रजा के लोग और शाऊल के कर्मचारी उससे प्रसन्न थे। सरल हिन्दी बाइबल शाऊल जिस किसी काम के लिए दावीद को भेजा करते थे, दावीद उसमें सफलता ही प्राप्त करते थे. शाऊल ने उन्हें सैन्य अधिकारी चुन लिया. इससे न केवल सेना में हर्ष की लहर दौड़ गई बल्कि शाऊल के सेवक भी इससे प्रसन्न हो गए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और जहाँ कहीं शाऊल दाऊद को भेजता था वहाँ वह जाकर बुद्धिमानी के साथ काम करता था; अतः शाऊल ने उसे योद्धाओं का प्रधान नियुक्त किया। और समस्त प्रजा के लोग और शाऊल के कर्मचारी उससे प्रसन्न थे। |
कारागार का मुख्याधिकारी यूसुफ के हाथ में सौंपी गई किसी भी वस्तु को देखता तक न था; क्योंकि प्रभु यूसुफ के साथ था। जो कुछ भी यूसुफ करता था, प्रभु उसे सफल बनाता था।
पहले भी, जब शाऊल हमारे राजा थे, आप ही इस्राएली सेना को युद्ध में ले जाने और वापस लाने में उसका नेतृत्व करते थे। प्रभु ने आप से कहा है, “तू मेरे निज लोग, इस्राएलियों का मेषपाल होगा। तू ही इस्राएली राष्ट्र का अगुआ होगा।” ’
प्रभु राजा यहोशाफट के साथ था; क्योंकि राजा यहोशाफट ने अपने पिता के राज्य-काल के आरम्भिक दिनों के आचरण का अनुसरण किया था। वह बअल देवता के पीछे नहीं गया,
वह उस वृक्ष के समान है जो नहर के तट पर रोपा गया, जो अपनी ऋतु में फलता है, और जिसके पत्ते मुरझाते नहीं। जो कुछ धार्मिक मनुष्य करता है, वह सफल होता है।
मैं निर्दोष आचरण पर ध्यान दूंगा, प्रभु, तू मेरे पास कब आएगा? मैं अपने घर के भीतर शुद्ध हृदय से आचरण करूंगा;
“देखो, मैं तुम्हें भेड़ियों के बीच भेड़ों की तरह भेज रहा हूँ। इसलिए साँप की तरह चतुर और कपोत की तरह निष्कपट बनो।
उसने सब विपत्तियों से उसको छुड़ाया और उसे मिस्र देश के राजा फरओ की दृष्टि में प्रिय तथा बुद्धिमान् बना दिया। फरओ ने यूसुफ को मिस्र का तथा अपने समस्त राजभवन का अधिकारी नियुक्त किया।
प्रभु यहूदा के वंशजों के साथ था। अतएव उन्होंने समस्त पहाड़ी प्रदेश पर अधिकार कर लिया। वे मैदान में रहने वालों को नहीं निकाल सके; क्योंकि उनके पास लोहे के रथ थे।
शाऊल ने इस्राएलियों में से तीन हजार पुरुषों को चुना। उनमें से दो हजार पुरुष मिकमाश नगर और बेत-एल पहाड़ी नगर में उसके साथ थे और एक हजार पुरुष बिन्यामिन प्रदेश के गेबा नगर में उसके पुत्र योनातन के साथ थे। उसने शेष पुरुषों को उनके घर भेज दिया।
शाऊल अपने जीवन-भर पलिश्तियों से भीषण युद्ध करता रहा। जब वह किसी बलवान अथवा साहसी पुरुष को देखता तब वह उसको अपनी सेना में भरती कर लेता था।
परन्तु इस्राएल प्रदेश और यहूदा प्रदेश की सब जनता दाऊद से प्रेम करती थी, क्योंकि वह युद्ध में उनके आगे-आगे जाता और उनका मार्ग-दर्शन करता था।
पलिश्ती सामन्त युद्ध के लिए निकलते थे, पर जब-जब वे युद्ध के लिए आते थे, तब-तब दाऊद शाऊल के दरबारियों से अधिक सफलता प्राप्त करता था। अत: उसका बड़ा नाम हो गया।
जो लबादा योनातन पहिने हुए था, उसने असको उतार दिया, और दाऊद को दे दिया। इसके अतिरिक्त उसने अपना बख्तर, अपनी तलवार, अपना धनुष और कमरबन्द भी दे दिया।
वे घर आ रहे थे। दाऊद पलिश्ती योद्धा का वध करने के पश्चात् लौट रहा था। तब स्त्रियां राजा शाऊल का स्वागत करने के लिए इस्राएली राज्य के सब नगरों से बाहर निकलीं। वे मंगलगीत गा रही थीं। संगीत के वाद्य-यन्त्रों के साथ, खंजरी बजाती हुई नाच रही थी।
शमूएल और बड़ा हुआ। प्रभु उसके साथ था। जो बातें उसने शमूएल से कही थीं, उसने उन्हें पूरा किया; एक भी निष्फल नहीं हुई।