1 शमूएल 18:12 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) शाऊल दाऊद से डरने लगा। प्रभु दाऊद के साथ था। प्रभु शाऊल को छोड़कर चला गया था। पवित्र बाइबल यहोवा दाऊद के साथ था और यहोवा ने शाऊल को त्याग दिया था। इसलिए शाऊल दाऊद से भयभीत था। Hindi Holy Bible और शाऊल दाऊद से डरा करता था, क्योंकि यहोवा दाऊद के साथ था और शाऊल के पास से अलग हो गया था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) शाऊल दाऊद से डरा करता था, क्योंकि यहोवा दाऊद के साथ था और शाऊल के पास से अलग हो गया था। सरल हिन्दी बाइबल शाऊल दावीद से डरने लगे, क्योंकि याहवेह दावीद के साथ थे, मगर उनसे दूर. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 शाऊल दाऊद से डरा करता था, क्योंकि यहोवा दाऊद के साथ था और शाऊल के पास से अलग हो गया था। |
प्रभु राजा यहोशाफट के साथ था; क्योंकि राजा यहोशाफट ने अपने पिता के राज्य-काल के आरम्भिक दिनों के आचरण का अनुसरण किया था। वह बअल देवता के पीछे नहीं गया,
जहां आतंक था ही नहीं वहां वे अत्यन्त आतंकित हो उठे! परमेश्वर ने उनकी अस्थियों को चूर-चूर कर दिया, उन्होंने तेरे विरुद्ध घेरा डाला था। तूने उन्हें लज्जित किया; क्योंकि परमेश्वर ने उन्हें त्याग दिया था।
यदि एफ्रइम-निवासी अपने पुत्र-पुत्रियों का पालन-पोषण कर उन्हें बड़ा करने का प्रयत्न करेंगे, तो मैं उनके पुत्र-पुत्रियों को बालिग बनने के पूर्व ही समाप्त कर दूंगा। जब मैं उनके पास से चला जाऊंगा, उनकी दशा दयनीय होगी!
“तब राजा अपनी बायीं ओर के लोगों से कहेगा, ‘शापित लोगो! मुझ से दूर हो और उस अनन्त आग में जा पड़ो, जो शैतान और उसके दूतों के लिए तैयार की गयी है;
क्योंकि हेरोदेस योहन को धर्मात्मा और पवित्र पुरुष जान कर उनसे डरता था और उनकी रक्षा करता था। हेरोदेस उनके उपदेश सुन कर बड़े असमंजस में पड़ जाता था। फिर भी, वह उनकी बातें आनन्द से सुनता था।
तब गेरासेन के आसपास के सब लोगों ने येशु से यह निवेदन किया, “आप हमारे यहाँ से चले जाइए;” क्योंकि वे बहुत डर गए थे। येशु नाव पर चढ़ कर लौट गये।
जब पौलुस धार्मिकता, आत्मसंयम और अंतिम न्याय के विषय में बोलने लगे, तो फ़ेलिक्स पर भय छा गया और उसने कहा, “तुम इस समय जा सकते हो। अवसर मिलने पर मैं तुमको फिर बुलाऊंगा।”
“इन कुलपतियों ने ईष्र्या के कारण यूसुफ़ को मिस्र देश में बेच दिया, किन्तु परमेश्वर उसके साथ रहा।
प्रभु यहूदा के वंशजों के साथ था। अतएव उन्होंने समस्त पहाड़ी प्रदेश पर अधिकार कर लिया। वे मैदान में रहने वालों को नहीं निकाल सके; क्योंकि उनके पास लोहे के रथ थे।
तब दलीलाह ने कहा, ‘शिमशोन! पलिश्तियों ने तुम पर हमला कर दिया।’ वह नींद से जागा। उसने सोचा, ‘मैं पहले के समान बाहर निकलूंगा, और बन्धन-मुक्त हो जाऊंगा।’ पर वह नहीं जानता था कि प्रभु उसके पास से चला गया है।
युवकों में से एक ने उसे उत्तर दिया, ‘मैंने बेतलेहम नगर के रहने वाले यिशय के एक पुत्र को देखा है। वह सितार बजाना जानता है। वह साहसी है। वह योद्धा है। वह बात करने में कुशल है। उसका रूप-रंग सुन्दर है। इसके अतिरिक्त, प्रभु उसके साथ है।’
शमूएल ने प्रभु के आदेश के अनुसार कार्य किया। वह बेतलेहम नगर में आया। नगर के धर्मवृद्ध डर से काँपने लगे। वे शमूएल से भेंट करने आए। उन्होंने पूछा, ‘हे द्रष्टा! क्या आप मित्रभाव से आए हैं?’
शाऊल की दूसरी पुत्री मीकल दाऊद से प्रेम करने लगी। लोगों ने यह बात शाऊल को बताई। उसे अपनी दृष्टि में यह बात उचित प्रतीत हुई।
परन्तु यदि मेरे पिता तुम्हारा अनिष्ट करना चाहेंगे, और मैं तुम्हें यह बात नहीं बताऊंगा, तुम्हें सकुशल नहीं जाने दूंगा, तो प्रभु मेरे साथ कठोर से कठोर व्यवहार करे। अब, जैसे प्रभु मेरे पिता के साथ था, वैसा ही वह तुम्हारे साथ हो।
शाऊल ने उससे पूछा, ‘क्यों तुमने और यिशय के पुत्र ने मेरे विरुद्ध षड्यन्त्र रचा है? क्यों तुमने यिशय के पुत्र को रोटी और तलवार दी? उसके लिए प्रभु से पूछा? क्यों उसने मेरे विरोध में विद्रोह किया? वह आज क्यों घात लगाकर बैठा है?’
शमूएल ने शाऊल से पूछा, ‘तूने क्यों मेरी शान्ति भंग की? तूने मुझे क्यों जगाया?’ शाऊल ने उत्तर दिया, ‘मैं बड़े संकट में हूँ। पलिश्ती मुझसे युद्ध कर रहे हैं। परमेश्वर ने मुझसे मुंह मोड़ लिया है। अब वह मुझे उत्तर नहीं देता, न नबियों के द्वारा, और न स्वप्न में। इसलिए मैंने आपको बुलाया है। आप मुझे बताइए कि मुझे क्या करना चाहिए।’
शमूएल और बड़ा हुआ। प्रभु उसके साथ था। जो बातें उसने शमूएल से कही थीं, उसने उन्हें पूरा किया; एक भी निष्फल नहीं हुई।