1 शमूएल 17:32 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) दाऊद ने शाऊल से कहा, ‘मेरे स्वामी का हृदय पलिश्ती योद्धा के कारण निराश न हो। मैं, आपका सेवक, उस पलिश्ती योद्धा से द्वन्द्व-युद्ध करने जाऊंगा।’ पवित्र बाइबल दाऊद ने शाऊल से कहा, “किसी व्यक्ति को उसके कारण हतोत्साहित मत होने दो। मैं आपका सेवक हूँ। मैं इस पलिश्ती से लड़ने जाऊँगा।” Hindi Holy Bible तब दाऊद ने शाऊल से कहा, किसी मनुष्य का मन उसके कारण कच्चा न हो; तेरा दास जा कर उस पलिश्ती से लड़ेगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब दाऊद ने शाऊल से कहा, “किसी मनुष्य का मन उसके कारण कच्चा न हो; तेरा दास जाकर उस पलिश्ती से लड़ेगा।” सरल हिन्दी बाइबल दावीद ने शाऊल से कहा, “किसी को भी निराश होने की आवश्यकता नहीं है. मैं, आपका सेवक, जाकर उस फिलिस्तीनी से युद्ध करूंगा.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब दाऊद ने शाऊल से कहा, “किसी मनुष्य का मन उसके कारण कच्चा न हो; तेरा दास जाकर उस पलिश्ती से लड़ेगा।” |
भयभीत हृदयवालों से यह कहो: “साहसी बनो: मत डरो। देखो, तुम्हारा परमेश्वर आएगा; वही प्रतिशोध लेगा; वह बदला लेगा; वह निस्सन्देह आएगा, और तुम्हें बचाएगा।”
तू उससे यह कहना, “सावधान! शान्त रह। मत डर। सीरिया का राजा रसीन और उस की सेना तथा राजा बेन-रमल्याह धुंधवाती लकड़ियाँ हैं। उनके भयंकर क्रोध से तू हताश मत हो।
किन्तु कालेब ने मूसा के सम्मुख लोगों को शान्त किया। उसने कहा, ‘आओ, हम उस देश पर तुरन्त चढ़ाई करें और उसको अपने अधिकार में कर लें; क्योंकि हम उस पर विजय पाने में समर्थ हैं।’
किन्तु शर्त यह है कि तुम, प्रभु के विरुद्ध विद्रोह मत करो। तुम उस देश के लोगों से मत डरो; क्योंकि वे तो हमारे लिए मात्र रोटी सदृश हैं और हम उनको आसानी से निगल सकते हैं। उन पर से संरक्षण की छाया हट चुकी है और प्रभु हमारे साथ है। उन लोगों से मत डरो।’
जैसा प्रभु ने कहा था, उसके अनुसार, अब मुझे यह पहाड़ी क्षेत्र दीजिए। जब हम भेद लेकर लौटे थे, उस दिन तुमने हमारे मुंह से सुना था कि वहाँ अनक वंशी दानव रहते हैं, जिनके नगर ऊंचे-ऊंचे परकोटों से घिरे हैं। प्रभु मेरे साथ रहेगा, और मैं उन्हें वहां से निकाल दूंगा, जैसा प्रभु ने कहा भी है।’
योनातन ने अपने शस्त्रवाहक से कहा, ‘आओ, हम इन बेखतना पलिश्तियों की चौकी के पास चलें। कदाचित् प्रभु हमारे लिए कार्य करे; क्योंकि हमें विजय प्रदान करने से प्रभु को कोई नहीं रोक सकता है, फिर चाहे हम संख्या में बहुत हों अथवा कम।’
युवकों में से एक ने उसे उत्तर दिया, ‘मैंने बेतलेहम नगर के रहने वाले यिशय के एक पुत्र को देखा है। वह सितार बजाना जानता है। वह साहसी है। वह योद्धा है। वह बात करने में कुशल है। उसका रूप-रंग सुन्दर है। इसके अतिरिक्त, प्रभु उसके साथ है।’
परन्तु सैनिकों ने दाऊद की बातों पर ध्यान दिया, और उनको ज्यों का त्यों शाऊल के सम्मुख दुहरा दिया। शाऊल ने दूत भेजकर दाऊद को बुलाया।