तुमने मुझे अपने पुत्र-पुत्रियों को विदाई का चुम्बन तक देने नहीं दिया। तुमने मूर्खतापूर्ण कार्य किया है।
1 शमूएल 13:13 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) शमूएल ने शाऊल से कहा, ‘तुमने मूर्खतापूर्ण कार्य किया है। जिस आज्ञा का पालन करने को तुम्हारे प्रभु परमेश्वर ने कहा था उसका तुमने पालन नहीं किया। अन्यथा प्रभु इस्राएलियों पर सदा के लिए तुम्हारा राज्य स्थिर कर देता। पवित्र बाइबल शमूएल ने कहा, “तुमने मूर्खता का काम किया! तुमने अपने परमेश्वर यहोवा के आदेश का पालन नहीं किया। यदि तुमने परमेश्वर के आदेश का पालन किया होता तो परमेश्वर ने तुम्हारे परिवार को सदा के लिये इस्राएल पर शासन करने दिया होता। Hindi Holy Bible शमूएल ने शाऊल से कहा, तू ने मूर्खता का काम किया है; तू ने अपने परमेश्वर यहोवा की आज्ञा को नहीं माना; नहीं तो यहोवा तेरा राज्य इस्राएलियों के ऊपर सदा स्थिर रखता। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) शमूएल ने शाऊल से कहा, “तू ने मूर्खता का काम किया है; तू ने अपने परमेश्वर यहोवा की आज्ञा को नहीं माना; नहीं तो यहोवा तेरा राज्य इस्राएलियों के ऊपर सदा स्थिर रखता। सरल हिन्दी बाइबल शमुएल ने उत्तर दिया, “तुमने एक मूर्खतापूर्ण काम किया है! वह आदेश, जो तुम्हें याहवेह तुम्हारे परमेश्वर द्वारा दिया गया था, उसका तुमने उल्लंघन कर दिया है. यदि तुमने उस आदेश का पालन किया होता, याहवेह इस्राएल पर तुम्हारे शासन को हमेशा के लिए स्थिर कर देते! इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 शमूएल ने शाऊल से कहा, “तूने मूर्खता का काम किया है; तूने अपने परमेश्वर यहोवा की आज्ञा को नहीं माना; नहीं तो यहोवा तेरा राज्य इस्राएलियों के ऊपर सदा स्थिर रखता। |
तुमने मुझे अपने पुत्र-पुत्रियों को विदाई का चुम्बन तक देने नहीं दिया। तुमने मूर्खतापूर्ण कार्य किया है।
युद्ध-सेवा के योग्य पुरुषों की जनगणना करने के बाद दाऊद के हृदय ने उसे इस कार्य के लिए फटकारा। अत: उसने प्रभु से कहा, ‘मैंने यह कार्य कर महापाप किया। प्रभु, कृपाकर, अपने सेवक पर से यह अधर्म का बोझ दूर कर। मैं बड़ी मूर्खता का कार्य कर बैठा।’
एलियाह ने उत्तर दिया, ‘हाँ, मैं हूं। पर इस्राएल प्रदेश का संकट उत्पन्न करनेवाला मैं नहीं हूं। वरन् तुमने और तुम्हारे पितृ-कुल ने संकट उत्पन्न किया है; क्योंकि तुमने प्रभु की आज्ञाओं को त्याग दिया, और बअल देवता का अनुसरण किया।
अहाब ने एलियाह से कहा, ‘ओ मेरे शत्रु! तू मुझसे फिर मिलने आ गया?’ एलियाह ने उत्तर दिया, ‘मैं आपसे इसलिए मिलने आया हूं, क्योंकि आपने प्रभु की दृष्टि में दुष्कर्म किया है, और अपनी आत्मा को बेच दिया है।
शाऊल की मृत्यु उसके विश्वासघात के कारण हुई थी। उसने प्रभु के प्रति विश्वासघात किया था। उसने प्रभु के वचन का पालन नहीं किया था। उसने मार्ग-दर्शन के लिए मृतकों को जगाने वाली स्त्री से पूछताछ भी की थी।
सम्पूर्ण पृथ्वी पर प्रभु की दृष्टि यहां से वहां दौड़ती रहती है, ताकि वह अपने उन भक्तों को अपना सामर्थ्य दिखा सके जो निष्कलंक हृदय से प्रभु पर विश्वास करते हैं। किन्तु महाराज, आपने यह बहुत मूर्खतापूर्ण कार्य किया। इसलिए अब से आप निरन्तर युद्ध में जूझते रहेंगे।’
तब द्रष्टा येहू बेन-हनानी उससे भेंट करने को निकला। उसने राजा से कहा, ‘महाराज, क्या आपको चाहिए था कि आप दुष्कर्मी की सहायता करें? आप प्रभु के प्रेम का तिरस्कार करने वालों से प्रेम करते हैं। महाराज, आपने ठीक नहीं किया। आपके इसी कार्य के कारण प्रभु का क्रोध आप पर भड़का।
मनुष्य की प्रशंसा उसकी सद्बुद्धि के लिए होती है, किन्तु कुटिल हृदयवाले मनुष्य से सब लोग घृणा करते हैं।
मनुष्य अपनी मूर्खता से अपने काम बिगाड़ता है, पर उसका हृदय क्रोध में प्रभु के प्रति भड़क उठता है।
किन्तु यदि वह मेरी दृष्टि में दुष्कर्म करता है, मेरे वचन को नहीं सुनता है, तो मैं पछताता हूं कि मैंने उस राष्ट्र की भलाई करने का निश्चय किया था।
परन्तु हन्नाह नहीं गई। उसने अपने पति से कहा, ‘जब बच्चा दूध पीना छोड़ देगा, तब मैं उसको लाऊंगी कि वह प्रभु के सम्मुख उपस्थित हो सके, और वहाँ सदा के लिए रहे।’
अत: मैंने यह सोचा : अब पलिश्ती गिलगाल में उतरकर मुझ पर आक्रमण करेंगे, और मैंने भेंट द्वारा प्रभु को शान्त करने के लिए कुछ नहीं किया है। ऐसी स्थिति में मैं अग्नि-बलि चढ़ाने को विवश हो गया।’
‘मुझे दु:ख है कि मैंने शाऊल को राजा बनाया; क्योंकि उसने मेरा अनुसरण करने से मुँह मोड़ लिया है। उसने मेरे वचनों के अनुसार कार्य नहीं किया है।’ शमूएल क्रुद्ध हुआ। वह रात भर प्रभु की दुहाई देता रहा।
किन्तु शमूएल ने यह कहा : ‘जैसे प्रभु अपनी आज्ञा का पालन किये जाने पर प्रसन्न होता है, क्या वैसे वह अग्नि-बलि और पशुओं की बलि से प्रसन्न होता है? देख, प्रभु की आज्ञा मानना पशु की बलि चढ़ाने से श्रेष्ठ है! उसकी बात पर ध्यान देना मेढ़े की चर्बी चढ़ाने से उत्तम है।
शमूएल ने उससे कहा, ‘आज प्रभु ने इस्राएली राज्य को फाड़कर तेरे हाथ से अलग कर दिया, और उसको तेरे पड़ोसी के हाथ में सौंप दिया। तेरा पड़ोसी तुझसे श्रेष्ठ है।
प्रभु ने शमूएल से कहा, ‘जब मैंने शाऊल को इस्राएलियों के राजा के रूप में अस्वीकार कर दिया है, तब तू कब तक शाऊल के लिए शोक करता रहेगा? कुप्पी में तेल भर और चल। मैं तुझे बेतलेहम नगर के रहने वाले यिशय के पास भेजूँगा। मैंने उसके पुत्रों में से एक को अपने लिए राजा निश्चित किया है।’
शाऊल ने कहा, ‘मैंने पाप किया है। दाऊद, मेरे पुत्र, लौट आ! अब मैं तेरा अनिष्ट कभी नहीं करूंगा। तूने आज अपनी दृष्टि में मेरे प्राण को बहुमूल्य समझा। देख, मैंने आज बहुत मूर्खतापूर्ण कार्य किया। मैंने बड़ी भूल की।’