1 शमूएल 12:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैं तुम्हारे सामने प्रस्तुत हूँ : प्रभु और उसके अभिषिक्त राजा के सम्मुख साक्षी दो। मैंने किस व्यक्ति का बैल लिया? मैंने किस व्यक्ति का गधा लिया? मैंने किस व्यक्ति का दमन अथवा उस पर अत्याचार किया? क्या मैंने कभी किसी के हाथ से घूस ली? यदि तुम्हारी साक्षी सच होगी तो मैं उसको तुम्हें लौटा दूँगा।’ पवित्र बाइबल मैं यहाँ हूँ। यदि मैंने कोई बुरा काम किया है तो तुम्हें उसके बारे में यहोवा से और उनके चुने हुए राजा से कहना चाहिये। क्या मैंने कभी किसी का बैल या गधा चुराया है? क्या मैंने किसी को कभी धोखा दिया है या हानि पहुँचाई है? क्या मैंने किसी का कुछ बुरा करने के लिये कभी किसी से धन या एक जोड़ा जूता भी लिया है? यदि मैंने इनमें से कोई बुरा काम किया है तो में उसको ठीक करूँगा।” Hindi Holy Bible मैं उपस्थित हूं; इसलिये तुम यहोवा के साम्हने, और उसके अभिषिक्त के सामने मुझ पर साक्षी दो, कि मैं ने किस का बैल ले लिया? वा किस का गदहा ले लियो? वा किस पर अन्धेर किया? वा किस को पीसा? वा किस के हाथ से अपनी आंखें बन्द करने के लिये घूस लिया? बताओ, और मैं वह तुम को फेर दूंगा? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मैं उपस्थित हूँ; इसलिये तुम यहोवा के सामने, और उसके अभिषिक्त के सामने साक्षी दो, कि मैं ने किसका बैल ले लिया? या किस का गदहा ले लिया? या किस पर अन्धेर किया? या किस को पीसा? या किस के हाथ से अपनी आँखें बन्द करने के लिये घूस लिया? बताओ, और मैं वह तुम को फेर दूँगा?” सरल हिन्दी बाइबल आज मैं तुम्हारे सामने खड़ा हुआ यह प्रश्न कर रहा हूं: याहवेह तथा चुने हुए राजा के सामने मुझे बताओ. मैंने किसका बैल छीना है, किसका गधा मैंने छीना है? या मैंने किसके साथ छल किया है? मैंने किसे उत्पीड़ित किया है? किसके हाथ से घूस लेकर अनदेखा कर दिया है? मेरे सामने आज यह स्पष्टतः कह दो, ताकि मैं तुम्हारी क्षतिपूर्ति कर सकूं.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मैं उपस्थित हूँ; इसलिए तुम यहोवा के सामने, और उसके अभिषिक्त के सामने मुझ पर साक्षी दो, कि मैंने किसका बैल ले लिया? या किसका गदहा ले लिया? या किस पर अंधेर किया? या किसको पीसा? या किसके हाथ से अपनी आँखें बन्द करने के लिये घूस लिया? बताओ, और मैं वह तुम को फेर दूँगा?” (प्रेरि. 20:33) |
आज ही तुम उनके खेत, अंगूर-उद्यान, जैतून के बाग और मकान, वापस करो। जो तुम ब्याज के तौर पर उनसे रुपया-जैसा, अनाज, अंगूर-रस और तेल लेते हो, उसको माफ कर दो।’
जो अपना धन ब्याज पर नहीं देता, जो निर्दोष मनुष्य के विरुद्ध घूस नहीं लेता। ये कार्य करने वाला मनुष्य सदा अटल रहेगा।
‘तू अपने पड़ोसी के घर का लालच न करना। तू अपने पड़ोसी की पत्नी, उसके सेवक-सेविका, बैल-गधे, तथा उसकी किसी भी वस्तु का लालच न करना।’
तू घूस मत लेना; क्योंकि घूस दृष्टिवाले व्यक्तियों को भी दृष्टिहीन बनाती है। वह भक्तों के न्याय-पक्ष को उलट देती है।
धन का लोभी मनुष्य, जो अन्याय से धन कमाता है, अपने परिवार को संकट में डालता है; पर घूस से घृणा करनेवाला व्यक्ति जीवित रहेगा।
तो जब वह पाप करके दोषी हो जाता है तब जो उसने लूटा था, अथवा अत्याचार करके प्राप्त किया था, या उसके पास रखी गई धरोहर, अथवा खोई हुई वस्तु जो उसने पाई थी;
या जिस वस्तु के विषय में उसने झूठी शपथ खाई थी, इन सबको वह लौटाएगा। वह इनकी पूरी-पूरी क्षति-पूर्ति करेगा, और उसमें पांचवां भाग जोड़कर अपनी दोष-बलि के दिन उस व्यक्ति को देगा, जिसको वह देय है।
मूसा को बड़ा क्रोध आया। उन्होंने प्रभु से कहा, ‘उनकी भेंटों की ओर ध्यान मत देना। मैंने घूस में उनसे एक गधा भी नहीं लिया और न उनमें से किसी का अनिष्ट ही किया।’
उन्होंने उत्तर दिया, “रोमन सम्राट का।” इस पर येशु ने उन से कहा, “तो, जो सम्राट का है, वह सम्राट को दो और जो परमेश्वर का है, वह परमेश्वर को दो।”
जक्कई सबके सामने खड़ा हुआ और उसने प्रभु से कहा, “प्रभु! देखिए, मैं अपनी आधी सम्पत्ति गरीबों को दिए देता हूँ और यदि मैंने किसी से अन्यायपूर्वक कुछ लिया है, तो उसे चौगुना लौटाए देता हूँ।”
अब मैं तीसरी बार आप लोगों के यहाँ आने की तैयारियाँ कर रहा हूँ, और आप के लिए भार नहीं बनूँगा; क्योंकि मैं आप लोगों को चाहता हूँ, आपकी सम्पत्ति को नहीं। बच्चों को अपने माता-पिता के लिए धन एकत्र करना नहीं चाहिए, बल्कि माता-पिता को अपने बच्चों के लिए।
तू न्याय को भ्रष्ट मत करना। तू पक्षपात नहीं करना। तू घूस मत लेना; क्योंकि घूस बुद्धिमान व्यक्ति की आंख को बन्द कर देती है। वह धार्मिकों के न्याय-पक्ष को उलट देती है।
आप, और परमेश्वर भी, इस बात के साक्षी हैं कि आप विश्वासियों के साथ हमारा आचरण कितना पवित्र, धार्मिक और निर्दोष था।
आप लोग जानते हैं और परमेश्वर भी इसका साक्षी है कि हमारे मुख से चाटुकारी की बातें कभी नहीं निकलीं और न हमने लोभ से प्रेरित हो कर कुछ किया।
आप लोगों को परमेश्वर का जो झुण्ड सौंपा गया, उसका चरवाहा बनें, परमेश्वर की इच्छा के अनुसार उसकी देखभाल करें-लाचारी से नहीं, बल्कि स्वेच्छा से; घिनावने लाभ के लिए नहीं, बल्कि सेवाभाव से;
शमूएल ने तेल की एक कुप्पी ली। उसने तेल को शाऊल के सिर पर उण्डेला। तत्पश्चात् उसने उसका चुम्बन लिया और कहा, ‘प्रभु ने अपने निज लोग इस्राएलियों के अगुए के रूप में तुम्हारा अभिषेक किया है। तुम प्रभु के निज लोगों पर शासन करोगे। तुम उन्हें उनके चारों ओर के शत्रुओं के हाथ से बचाओगे। प्रभु ने अपनी निज सम्पत्ति पर शासन करने के लिए अगुए के रूप में तुम्हारा अभिषेक किया है, इस बात का तुम्हारे लिए ये चिह्न होंगे :
लोगों ने कहा, ‘आपने न हमारा दमन किया और न हम पर अत्याचार किया। आपने किसी भी व्यक्ति के हाथ से घूस नहीं ली।’
शमूएल ने कहा, ‘प्रभु तुम्हारा साक्षी है! आज प्रभु का अभिषिक्त राजा साक्षी है कि तुमने मेरे हाथ में कुछ भी नहीं पाया।’ उन्होंने कहा, ‘प्रभु साक्षी है!’
मैं अपने लिए एक विश्वसनीय पुरोहित नियुक्त करूँगा, जो मेरे हृदय और प्राण की इच्छा के अनुसार कार्य करेगा। मैं उसके लिए सुदृढ़ घर का निर्माण करूँगा। वह मेरे अभिषिक्त के सम्मुख सदा रहकर उसकी सेवा करेगा, और उसका कृपा-पात्र बनेगा।
हे मेरे पिता, मेरे हाथ में अपने लबादे के छोर को देखिए। मैंने केवल आपके लबादे के छोर को काट लिया। परन्तु मैंने आपका वध नहीं किया। आप इस बात को समझिए, कि आपके प्रति मेरे हृदय में बुराई और विश्वासघात की दुर्भावना नहीं है। मैंने आपके प्रति पाप नहीं किया। फिर भी आप मेरे प्राण लेने के लिए घात लगाते हैं।
दाऊद ने अपने सैनिकों से कहा, ‘प्रभु मुझे यह कार्य करने से रोके कि मैं अपने स्वामी के साथ ऐसा व्यवहार करूं। मैं प्रभु के अभिषिक्त राजा पर हाथ नहीं उठाऊंगा। शाऊल प्रभु के अभिषिक्त राजा हैं।’
दाऊद ने इन शब्दों के द्वारा अपने सैनिकों का हृदय कायल कर दिया और उन्हें शाऊल पर आक्रमण करने नहीं दिया। शाऊल शौच-क्रिया से निवृत हो गुफा से बाहर निकला, और अपने मार्ग पर चला गया।
प्रभु ने मुझे मना किया है कि मैं उसके अभिषिक्त राजा पर हाथ उठाऊं। अब तुम इसके सिरहाने का भाला और पानी की सुराही उठा लो। उसके बाद हम यहां से चले जाएंगे।’
दाऊद ने अबीशय से कहा, ‘शाऊल का वध मत करो। कौन व्यक्ति प्रभु के अभिषिक्त राजा पर हाथ उठा कर निर्दोष रह सकता है?’