एसाव अपने पिता से बोला, ‘क्या आपके पास केवल एक ही आशीर्वाद था? पिताजी, मुझे भी आशीर्वाद दीजिए।’ एसाव फूट-फूट कर रोने लगा।
1 शमूएल 11:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) दूत शाऊल के नगर, गिबआह में आए। उन्होंने लोगों को यह समाचार सुनाया। लोग चिल्ला-चिल्लाकर रोने लगे। पवित्र बाइबल सो वे दूत गिबा में आये जहाँ शाऊल रहता था। उन्होंने लोगों को समाचार दिया। लोग जोर से रो पड़े। Hindi Holy Bible दूतों ने शाऊल वाले गिबा में आकर लोगों को यह सन्देश सुनाया, और सब लोग चिल्ला चिल्लाकर रोने लगे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) दूतों ने शाऊलवाले गिबा में आकर लोगों को यह सन्देश सुनाया, और सब लोग चिल्ला चिल्लाकर रोने लगे। सरल हिन्दी बाइबल जब ये दूत शाऊल के गृहनगर, गिबिया, पहुंचे तथा वहां लोगों को इस विषय की सूचना दी गई, सभी लोग वहां उच्च स्वर में रोने लगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 दूतों ने शाऊलवाले गिबा में आकर लोगों को यह सन्देश सुनाया, और सब लोग चिल्ला चिल्लाकर रोने लगे। |
एसाव अपने पिता से बोला, ‘क्या आपके पास केवल एक ही आशीर्वाद था? पिताजी, मुझे भी आशीर्वाद दीजिए।’ एसाव फूट-फूट कर रोने लगा।
उस व्यक्ति के सात पुत्र हमें सौंप दिए जाएँ। हम प्रभु के पर्वत पर, गिबओन में प्रभु के सम्मुख उन्हें फांसी पर लटकाएँगे।’ राजा ने कहा, ‘मैं निश्चय ही उनको तुम्हारे हाथ में सौंप दूँगा।’
इनका नेता अहीएजेर था। उसके बाद योआश था। ये दोनों गिबआह नगर के शमाआह के पुत्र थे। इनके अतिरिक्त एजीएल और पेलेत थे, जो अजमावेत के पुत्र थे; बराकाह; अनातोत नगर का येहू;
यदि एक अंग को पीड़ा होती है, तो उसके साथ सभी अंगों को पीड़ा होती है और यदि एक अंग का सम्मान किया जाता है, तो उसके साथ सभी अंग आनन्द मनाते हैं।
आप बन्दियों की इस तरह सुध लेते रहें, मानो आप उनके साथ बन्दी हों और जिन पर अत्याचार किया जाता है, उनको भी स्मरण करें; क्योंकि आप पर भी अत्याचार किया जा सकता है।
जब प्रभु के दूत ने ये बातें समस्त इस्राएली समाज से कहीं तब वे ऊंचे स्वर में रोने लगे।
इस्राएली प्रभु के पास गए। वे सन्ध्या समय तक उसके सम्मुख रोते रहे। उन्होंने प्रभु से पूछा, ‘क्या हम अपने जाति-भाई बिन्यामिनियों से युद्ध करने के लिए फिर जाएँ?’ प्रभु ने कहा, ‘उन पर चढ़ाई करो।’
तब सब इस्राएली लोग, समस्त सेना बेत-एल गई। वे प्रभु के सम्मुख आए। वे वहाँ प्रभु के सम्मुख बैठ गए। वे रोए। उन्होंने सन्ध्या समय तक उपवास किया, और प्रभु के सम्मुख अग्नि-बलि और सहभागिता-बलि अर्पित की।
तत्पश्चात् वे बेत-एल में आए। वे वहाँ परमेश्वर के सम्मुख सन्ध्या समय तक बैठे रहे। वे उच्च स्वर में फूट-फूट कर रोए।
शाऊल भी गिबआह नगर में अपने घर गया। जिन शक्तिशाली पुरुषों के हृदय को परमेश्वर ने स्पर्श किया था, वो भी उसके साथ गए।
शाऊल गेबा नगर की बाह्य सीमा पर अनार के पेड़ के नीचे बैठा था। यह पेड़ खलियान में था। शाऊल के साथ छ: सौ सैनिक थे।
दाऊद और उसके साथ के सैनिक उच्च स्वर में रो पड़े। वे इतना रोए कि उनमें रोने की शक्ति नहीं रही!