अब्राहम ने उस स्थान का नाम, ‘प्रभु प्रबन्ध करता है’ रखा। इसलिए आज तक यह कहा जाता है : ‘प्रभु के पहाड़ पर कोई प्रबन्ध होगा।’
1 शमूएल 11:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) दूसरे दिन शाऊल ने अपनी सेना को तीन दल में विभाजित किया। वे रात के अन्तिम पहर में अम्मोनी पड़ाव में घुस गए और दोपहर तक अम्मोनी सैनिकों का सफाया कर दिया। जो शेष बचे, वे इस प्रकार तितर-बितर हो गए कि उनमें से दो सैनिक भी एक साथ नहीं रहे। पवित्र बाइबल अगली सुबह शाऊल ने अपनी सेना को तीन टुकड़ियों में बाँटा। सूरज निकलते ही शाऊल और उसके सैनिक अम्मोनियों के डेरे में जा घुसे। जब वे उस सुबह रक्षकों को बदल रहे थे, शाऊल ने आक्रमण किया। शाऊल और उसके सैनिकों ने अम्मोनियों को दोपहर से पहले पराजित कर दिया। सभी अम्मोनी सैनिक विभिन्न दिशाओं में भागे—दो सैनिक भी एक साथ नहीं रहे। Hindi Holy Bible दूसरे दिन शाऊल ने लोगों के तीन दल किए; और उन्होंने रात के पिछले पहर में छावनी के बीच में आकर अम्मोनियों को मारा; और घाम के कड़े होने के समय तक ऐसे मारते रहे कि जो बच निकले वह यहां तक तितर बितर हुए कि दो जन भी एक संग कहीं न रहे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) दूसरे दिन शाऊल ने लोगों के तीन दल किए; और उन्होंने रात के अन्तिम पहर में छावनी के बीच में आकर अम्मोनियों को मारा; और धूप के कड़े होने के समय तक ऐसे मारते रहे कि जो बच निकले वे यहाँ तक तितर बितर हुए कि दो जन भी एक संग कहीं न रहे। सरल हिन्दी बाइबल अगले दिन शाऊल ने इकट्ठा हुए लोगों को तीन समूहों में बांट दिया. फिर उन्होंने पौ फटते ही अम्मोनियों की छावनी पर हमला कर दिया और सूर्य के गर्मी बढ़ने तक वे अम्मोनियों का नाश कर चुके थे. वे जो इस संहार से बच गए थे, ऐसे तितर-बितर हो चुके थे कि कहीं भी दो अम्मोनी साथ साथ देखे न जा सके. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 दूसरे दिन शाऊल ने लोगों के तीन दल किए; और उन्होंने रात के अन्तिम पहर में छावनी के बीच में आकर अम्मोनियों को मारा; और धूप के कड़े होने के समय तक ऐसे मारते रहे कि जो बच निकले वे यहाँ तक तितर-बितर हुए कि दो जन भी एक संग कहीं न रहे। |
अब्राहम ने उस स्थान का नाम, ‘प्रभु प्रबन्ध करता है’ रखा। इसलिए आज तक यह कहा जाता है : ‘प्रभु के पहाड़ पर कोई प्रबन्ध होगा।’
तत्पश्चात् उसने समस्त सेना को तीन दलों में विभाजित किया। एक दल का नायक योआब था। दूसरे दल का नायक सरूयाह का पुत्र और योआब का भाई अबीशय था। तीसरे दल का नायक गत निवासी इत्तय था। राजा दाऊद ने सैनिकों से कहा, ‘मैं भी तुम्हारे साथ जाऊंगा।’
रात्रि के अन्तिम पहर में प्रभु ने अग्नि और मेघ के स्तम्भ में से मिस्र सेना पर दृष्टिपात किया। प्रभु ने मिस्र सेना को भयाकुल बना दिया।
जिस प्रकार तुम दोष लगाते हो, उसी प्रकार तुम पर भी दोष लगाया जाएगा और जिस नाप से तुम नापते हो, उसी से तुम्हारे लिए भी नापा जाएगा।
जिसने दया नहीं दिखायी है, उसका न्याय दया के साथ नहीं किया जायेगा; किन्तु दया न्याय पर विजय पाती है।
अदोनी-बेजक ने कहा, ‘सत्तर राजा, जिनके हाथ-पैर के अंगूठे मैंने काट दिए थे मेरी भोजन की मेज के नीचे की जूठन खाते थे। जैसा मैंने किया था वैसा ही प्रतिफल ईश्वर ने मुझे दिया।’ वे उसको यरूशलेम नगर लाए, और वहाँ उसका देहान्त हो गया।
बारक ने हरोशेत-ह-गोइम तक सीसरा के रथों और उसकी सेना का पीछा किया। सीसरा की समस्त सेना तलवार से मार डाली गई। एक भी सैनिक नहीं बचा।
उसने तीन सौ पुरुषों को तीन दल में विभक्त किया। प्रत्येक पुरुष के हाथ में एक नरसिंघा और एक खाली घड़ा दिया। हर घड़े के भीतर एक मशाल थी।
तीनों दलों ने नरसिंघे फूँके और घड़ों को फोड़ दिया। उन्होंने बाएँ हाथ में मशाल ली और दाहिने हाथ में फूँकने के लिए नरसिंघा। वे चिल्लाने लगे, ‘प्रभु के लिए, गिद्ओन के लिए तलवार!’
अबीमेलक ने अपने सैनिक लिए। उसने उन्हें तीन दल में विभाजित किया, और वह खेतों में घात लगाकर बैठ गया। उसने देखा कि लोग नगर से बाहर निकल रहे हैं। वह उठा और उसने उनको मार डाला।
किन्तु अम्मोनी जाति के राजा नाहश ने उनसे कहा, ‘मैं इस शर्त पर तुमसे सन्धि करूँगा। मैं तुममें से प्रत्येक व्यक्ति की दाहिनी आँख निकालूँगा। इस प्रकार मैं समस्त इस्राएली जाति को अपमानित करूँगा।’
शाऊल ने इस्राएलियों पर अपने राज्य को सुदृढ़ किया। उसने अपने चारों ओर के इन शत्रु-राष्ट्रों से युद्ध किया : मोआब, अम्मोन, एदोम, पलिश्ती−और सोबाह के राजा से। जहाँ भी शाऊल गया, वह विजयी हुआ।