तत्पश्चात् पुरोहित यहोयादा ने प्रभु और राजा तथा लोगों के मध्य विधान की धर्मविधि सम्पन्न की, जिससे लोग प्रभु के निज लोग बनें। उसने राजा और प्रजा के मध्य भी सन्धि स्थापित की।
1 शमूएल 10:25 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) शमूएल ने लोगों को राजा के अधिकार और कर्त्तव्य के विषय में बताया। उसने राजा के अधिकारों और कर्त्तव्यों को एक पुस्तक में लिखा, और पुस्तक को प्रभु के सम्मुख रख दिया। अन्त में शमूएल ने लोगों को उनके घर विदा किया। पवित्र बाइबल शमूएल ने राज्य के नियमों को लोगों को समझाया। उसने उन नियमों को एक पुस्तक में लिखा। उसने पुस्तक को यहोवा के सामने रखा। तब शमूएल ने लोगों को अपने—अपने घर जाने के लिये कहा। Hindi Holy Bible तब शमूएल ने लोगों से राजनीति का वर्णन किया, और उसे पुस्तक में लिखकर यहोवा के आगे रख दिया। और शमूएल ने सब लोगों को अपने अपने घर जान को विदा किया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब शमूएल ने लोगों से राजनीति का वर्णन किया, और उसे पुस्तक में लिखकर यहोवा के आगे रख दिया। फिर शमूएल ने सब लोगों को अपने अपने घर जाने को विदा किया। सरल हिन्दी बाइबल तब शमुएल ने राजा के अधिकारों और कामों से संबंधित नीतियां लोगों के सामने स्पष्ट कर दीं. ये सब उन्होंने एक पुस्तक में लिखकर याहवेह के सामने रख दिया. यह सब होने पर शमुएल ने सब लोगों को उनके घर विदा कर दिया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब शमूएल ने लोगों से राजनीति का वर्णन किया, और उसे पुस्तक में लिखकर यहोवा के आगे रख दिया। और शमूएल ने सब लोगों को अपने-अपने घर जाने को विदा किया। |
तत्पश्चात् पुरोहित यहोयादा ने प्रभु और राजा तथा लोगों के मध्य विधान की धर्मविधि सम्पन्न की, जिससे लोग प्रभु के निज लोग बनें। उसने राजा और प्रजा के मध्य भी सन्धि स्थापित की।
‘व्यवस्था की यह पुस्तक लो, और उसको अपने प्रभु परमेश्वर की विधान-मंजूषा के पास रख दो। इसको वहीं रहने देना ताकि वह तुम्हारे विरुद्ध साक्षी दे।
राजाओं और सब अधिकारियों के लिए, अनुनय-विनय, प्रार्थना, निवेदन तथा धन्यवाद अर्पित किया जाये, जिससे हम भक्ति तथा मर्यादा के साथ निर्विघ्न तथा शान्त जीवन बिता सकें।
लोगों को याद दिलाओ कि शासकों तथा अधिकारियों के अधीन रहना और उनकी आज्ञाओं का पालन करना उनका कर्त्तव्य है। वे हर प्रकार के सत्कर्म के लिए तत्पर रहें,
तत्पश्चात् यहोशुअ ने उन्हें आशीर्वाद देकर उनके पैतृक भूमि-भाग को भेज दिया। वे अपने निवास-स्थान की ओर चले गए।
शमूएल ने लोगों से कहा, ‘आओ, हम-सब गिलगाल चलें, और वहाँ राजा की प्रथा का पुन: समर्थन करें।’
अब तू उनकी बात सुन। तू उन्हें गम्भीरता से सावधान कर। जो राजा उन पर राज्य करेगा, उसके संवैधानिक अधिकार भी उन्हें बता दे।’