अब्नेर ने बिन्यामिन कुल के वंशजों से भी ये ही बातें कहीं। इस प्रकार जो निर्णय इस्राएलियों तथा बिन्यामिन कुल के लोगों को अपनी दृष्टि में उचित लगा, उसको बताने के लिए अब्नेर दाऊद के पास हेब्रोन नगर गया।
1 शमूएल 10:20 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) शमूएल ने इस्राएल के सब कुलों को प्रभु के सम्मुख प्रस्तुत किया। तब चिट्ठी बिन्यामिन कुल के नाम पर निकली। पवित्र बाइबल शमूएल इस्राएल के सभी परिवार समूहों को निकट लाया। तब शमूएल ने नया राजा चुनना आरम्भ किया। प्रथम बिन्यामीन का परिवार समूह चुना गया। Hindi Holy Bible तब शमूएल सारे इस्राएली गोत्रियों को समीप लाया, और चिट्ठी बिन्यामीन के नाम पर निकली। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब शमूएल सारे इस्राएली गोत्रों को समीप लाया, और चिट्ठी बिन्यामीन के नाम पर निकली। सरल हिन्दी बाइबल तब शमुएल ने इस्राएल के सभी गोत्रों को निकट बुलाया और बिन्यामिन का गोत्र चुना गया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब शमूएल सारे इस्राएली गोत्रों को समीप लाया, और चिट्ठी बिन्यामीन के नाम पर निकली। |
अब्नेर ने बिन्यामिन कुल के वंशजों से भी ये ही बातें कहीं। इस प्रकार जो निर्णय इस्राएलियों तथा बिन्यामिन कुल के लोगों को अपनी दृष्टि में उचित लगा, उसको बताने के लिए अब्नेर दाऊद के पास हेब्रोन नगर गया।
नाविकों ने परस्पर कहा, ‘आओ, हम चििट्ठयाँ डालें, और यह पता लगाएं कि यह विपत्ति किस व्यक्ति के कारण हम पर आई है।’ अत: उन्होंने चििट्ठयाँ डालीं, और चिट्ठी योना के नाम पर निकली।
मूसा ने बिन्यामिन कुल के विषय में यह कहा, ‘यह प्रभु का प्रियजन है। यह प्रभु के पास निरापद निवास करता है। प्रभु इसको दिन भर घेरे रहता है। वह इसकी दोनों पहाड़ियों के मध्य निवास करता है।’
परन्तु आज तुमने अपने परमेश्वर को अस्वीकार किया है। वह तुम्हारी विपत्तियों और कष्टों से तुम्हें बचाने वाला, तुम्हारा उद्धारकर्ता है। परन्तु तुम यह कहते हो : “नहीं, हमारे लिए राजा ही नियुक्त कीजिए।” इसलिए अब तुम अपने कुल और गोत्र के क्रम में प्रभु के सम्मुख उपस्थित हो जाओ।’
तत्पश्चात् वह बिन्यामिन कुल के सब गोत्रों को समीप लाया। चिट्ठी मट्री गोत्र के नाम पर निकली। अन्त में उसने मट्री गोत्र के सब पुरुषों को प्रभु के सम्मुख प्रस्तुत किया। तब कीश के पुत्र शाऊल के नाम पर चिट्ठी निकली। पर जब उन्होंने उसे ढूंढ़ा, तब वह नहीं मिला।
शाऊल ने कहा, ‘ओ समाज के स्तम्भ, इस्राएली नेताओ! यहाँ आओ। तुम जानो और देखो कि यह पाप आज कैसे हुआ?
शाऊल ने प्रार्थना की, ‘इस्राएल के प्रभु परमेश्वर, क्यों तूने आज अपने सेवक को उत्तर नहीं दिया? हे इस्राएल के प्रभु परमेश्वर, यदि मैं अथवा मेरा पुत्र दोषी है तो “ऊरीम” चिट्ठी निकाल। यदि तेरे लोग इस्राएली दोषी हैं, तो “तुम्मीम” चिट्ठी निकाल।’ तब चिट्ठी योनातन और शाऊल के नाम पर निकली। इस्राएली लोग बच गए।