रिबका बांझ थी। अतएव इसहाक ने अपनी पत्नी के लिए प्रभु से निवेदन किया। प्रभु ने उसे सुना, और इसहाक की पत्नी गर्भवती हुई।
1 शमूएल 1:17 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) एली ने कहा, ‘शान्ति से जाओ! जो मांग तुमने इस्राएल के परमेश्वर से की है, वह तुम्हें प्रदान करे।’ पवित्र बाइबल एली ने उत्तर दिया, “शान्तिपूर्वक जाओ। इस्राएल का परमेश्वर तुम्हें वह दे, जो तुमने मांगा है।” Hindi Holy Bible एली ने कहा, कुशल से चली जा; इस्राएल का परमेश्वर तुझे मन चाहा वर दे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) एली ने कहा, “कुशल से चली जा; इस्राएल का परमेश्वर तुझे मन चाहा वर दे।” सरल हिन्दी बाइबल इस पर एली ने उससे कहा, “शांति में यहां से विदा हो. इस्राएल के परमेश्वर तुम्हारी अभिलाषित इच्छा पूरी करें.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 एली ने कहा, “कुशल से चली जा; इस्राएल का परमेश्वर तुझे मन चाहा वर दे।” (मर. 5:34) |
रिबका बांझ थी। अतएव इसहाक ने अपनी पत्नी के लिए प्रभु से निवेदन किया। प्रभु ने उसे सुना, और इसहाक की पत्नी गर्भवती हुई।
यअबेस ने इस्राएली राष्ट्र के परमेश्वर से यह प्रार्थना की, ‘प्रभु, काश! तू मुझे आशिष देता, और मेरी रहने की सीमा को बढ़ाता। तेरा वरद-हस्त मुझ पर होता, तू मुझ को विपत्ति से बचाता, और तब मेरा अनिष्ट न होता!’ परमेश्वर ने उसकी इच्छा को पूरा किया।
येशु ने उससे कहा, “पुत्री! तुम्हारे विश्वास ने तुम्हें स्वस्थ किया है। शान्ति से जाओ और अपने रोग से मुक्त रहो।”
पर येशु ने उस स्त्री से कहा, “तुम्हारे विश्वास ने तुम्हारा उद्धार किया है। शान्ति से जाओ।”
येशु ने उस से कहा, “पुत्री, तुम्हारे विश्वास ने तुम्हें स्वस्थ कर दिया है। शान्ति से जाओ।”
पुरोहित ने उनसे कहा, ‘शान्ति से जाओ। जो यात्रा आप कर रहे हैं, उस पर प्रभु की कृपा-दृष्टि है।’
कृपया मुझे, अपनी सेविका को ओछी स्त्री मत समझिए। मैं अपने दु:ख और चिढ़ की अधिकता के कारण अब तक बात करती रही।’
उसके पति एलकानाह ने उससे कहा, ‘जो कार्य तुम्हारी दृष्टि में उचित प्रतीत हो, वही करो। जब तक तुम बच्चे का दूध नहीं छुड़ा दोगी तब तक यहीं ठहरना। प्रभु तुम्हारे वचन को पूर्ण करे!’ अत: हन्नाह घर पर ठहर गई। जब तक बालक ने दूध पीना नहीं छोड़ा तब तक वह उसको दूध पिलाती रही।
योनातन ने दाऊद से कहा, ‘सकुशल जाओ। जो शपथ हमने प्रभु के नाम से खाई है, उसके विषय में प्रभु मेरे और तुम्हारे मध्य, मेरे वंशज और तुम्हारे वंशज के मध्य सदा साक्षी है!’ तब दाऊद उठा और चला गया। योनातन नगर में लौट आया।
यह कह कर दाऊद ने उसके हाथ से उपहार ग्रहण किए। ये उपहार वह दाऊद के लिए लाई थी। दाऊद ने उससे कहा, ‘अपने घर सकुशल चली जाओ। मैंने तुम्हारी बात मान ली और तुम्हारा निवेदन स्वीकार कर लिया।’
अत: अब तुम लौट जाओ। कृपया, शान्ति से जाओ। ऐसा न हो कि तुम पलिश्ती सामन्तों की दृष्टि में कुछ अनुचित कार्य कर बैठो।