सुलेमान मिस्र देश के राजा फरओ का दामाद बन गया। उसने फरओ की पुत्री से विवाह कर लिया। वह उसे दाऊद-पुर में लाया। जब तक उसने अपने महल और प्रभु के भवन का, तथा यरूशलेम के चारों ओर के परकोटे का निर्माण-कार्य समाप्त नहीं कर लिया, तब तक फरओ की पुत्री को वहीं रखा।
उसके राज्य-काल के ग्यारहवें वर्ष के आठवें महीने में, अर्थात् बूल महीने में, भवन का समस्त निर्माण-कार्य विस्तृत निर्देश और ब्यौरे के अनुसार समाप्त हुआ। मन्दिर के निर्माण-कार्य में सात वर्ष लगे।
सोर देश के राजा हीराम ने सुलेमान की आवश्यकता के अनुसार देवदार तथा सनोवर की लकड़ी और सोना भेजा। इसके बदले में राजा सुलेमान ने उसे गलील प्रदेश के बीस नगर प्रदान किए।
तब उन्होंने हमें यह उत्तर दिया, ‘हम आकाश और पृथ्वी के सृष्टिकर्ता परमेश्वर के सेवक हैं। यह भवन जिसको आज हम फिर बना रहे हैं, बहुत पहले बना था। इसको इस्राएल देश के एक महान राजा ने बनाकर तैयार किया था।