वे प्रभु की मंजूषा को भीतर लाए। दाऊद ने उसके लिए एक तम्बू गाड़ा था। उन्होंने उसको तम्बू के भीतर उसके निर्धारित स्थान पर प्रतिष्ठित कर दिया। दाऊद ने प्रभु के सम्मुख अग्नि-बलि और सहभागिता-बलि अर्पित की।
1 राजाओं 8:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तत्पश्चात् पुरोहित प्रभु की विधान-मंजूषा को उसके स्थान पर, मन्दिर के पवित्र अन्तर्गृह-परम पवित्र स्थान − में, करूबों के पंखों के नीचे लाए। पवित्र बाइबल तब याजकों ने यहोवा के साक्षीपत्र के सन्दूक को उसके उचित स्थान पर रखा। यह मन्दिर के भीतर सर्वाधिक पवित्र स्थान में था। साक्षीपत्र का सन्दूक करूब (स्वर्गदूतों) के पंखों के नीचे रखा गया। Hindi Holy Bible तब याजकों ने यहोवा की वाचा का सन्दूक उसके स्थान को अर्थात भवन के दर्शन-स्थान में, जो परमपवित्र स्थान है, पहुंचाकर करूबों के पंखों के तले रख दिया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब याजकों ने यहोवा की वाचा का सन्दूक उसके स्थान को अर्थात् भवन के पवित्र–स्थान में, जो परमपवित्र स्थान है, पहुँचाकर करूबों के पंखों के नीचे रख दिया। सरल हिन्दी बाइबल इसके बाद पुरोहितों ने याहवेह की वाचा के संदूक को लाकर उसके लिए निर्धारित स्थान पर, भवन के भीतरी कमरे में, परम पवित्र स्थान में करूबों के पंखों के नीचे रख दिया, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब याजकों ने यहोवा की वाचा का सन्दूक उसके स्थान को अर्थात् भवन के पवित्रस्थान में, जो परमपवित्र स्थान है, पहुँचाकर करूबों के पंखों के तले रख दिया। (प्रका. 11:19) |
वे प्रभु की मंजूषा को भीतर लाए। दाऊद ने उसके लिए एक तम्बू गाड़ा था। उन्होंने उसको तम्बू के भीतर उसके निर्धारित स्थान पर प्रतिष्ठित कर दिया। दाऊद ने प्रभु के सम्मुख अग्नि-बलि और सहभागिता-बलि अर्पित की।
वह अपने सब सैनिकों के साथ यहूदा प्रदेश के बालाह नगर को गया कि वे वहाँ से परमेश्वर की मंजूषा लाएँ। उसको ‘करूबों पर विराजने वाले स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु की मंजूषा’ के नाम से पुकारा जाता है।
उसने भवन के सबसे भीतरी भाग में देवदार के तख्तों से एक कक्ष निर्मित किया। यह फर्श के छत की कड़ियों तक नौ मीटर ऊंचा था। उसने इस कक्ष को, पवित्र अन्तर्गृह ‘परम पवित्र स्थान,’ बनाया।
सुलेमान ने प्रभु की विधान-मंजूषा को प्रतिष्ठित करने के लिए भवन के आन्तरिक भाग में पवित्र अन्तर्गृह निर्मित किया।
सुलेमान ने करूबों को भवन के पवित्र अन्तर्गृह में प्रतिष्ठित किया। करूबों के पंख यों फैले हुए थे कि एक करूब का पंख एक ओर दीवार को स्पर्श करता था, और दूसरे करूब का पंख दूसरी ओर दीवार को स्पर्श करता था। दोनों करूबों के दूसरे पंख कक्ष के मध्य में एक दूसरे को स्पर्श करते थे।
वे प्रभु की मंजूषा के साथ मिलन-शिविर तथा उसके भीतर के सब पवित्र पात्र ले गए। उन्हें उठाने वाले व्यक्ति केवल पुरोहित और उपपुरोहित थे।
करूब मंजूषा के स्थान के ऊपर अपने पंख फैलाए हुए थे। यों वे मंजूषा और उसके डण्डों को ऊपर से आच्छादित करते थे।
अत: अब तुम अपने प्रभु परमेश्वर की ओर अपना प्राण और हृदय केन्द्रित करो, और उसकी खोज करो। उठो, और प्रभु परमेश्वर के पवित्र स्थान का निर्माण करो, ताकि प्रभु के नाम की प्रतिष्ठा के लिए निर्मित भवन में प्रभु की विधान-मंजूषा और परमेश्वर के पवित्र पात्र रखे जा सकें।’
पुरोहितों ने प्रभु की विधान-मंजूषा उसके उचित स्थान पर रख दी। उन्होंने भीतरी कक्ष में, पवित्र अन्तर्गृह के करूबों के पंखों के नीचे मंजूषा को रख दिया।
हे इस्राएल के मेषपाल, सुन! रेवड़ के समान यूसुफ का नेतृत्व करनेवाले, हे करूबों पर विराजनेवाले, प्रकाशवान हो!
एफ्रइम, बिन्यामिन और मनश्शे के सन्मुख, अपना सामर्थ्य जाग्रत कर, हमारे उद्धार के हेतु आ।
करूब उनके पंखों को इस प्रकार ऊपर फैलाए हुए थे कि उनके पंखों से दया-आसन ढका था, और उनके मुख आमने-सामने थे। करूबों के मुख दया-आसन की ओर थे।
“हे स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु, इस्राएल के परमेश्वर! तू करूबों पर विराजमान है। केवल तू ही पृथ्वी के समस्त राज्यों का परमेश्वर है। तूने ही पृथ्वी और आकाश को बनाया है।
बाहरी आंगन तक करूबों के पंखों की फड़फड़ाहट सुनाई देने लगी। जैसी आवाज सर्वशक्तिमान परमेश्वर के बोलने पर होती है, वैसी ही करूबों के पंखों की फड़ाफड़ाहट थी।
उसने मध्यभाग के सामने अन्तर्गृह की लम्बाई नापी। उसकी लम्बाई दस मीटर और चौड़ाई दस मीटर निकली। उसने मुझे बताया, ‘यह महा पवित्र स्थान है।’
अत: उन्होंने लोगों को शिलोह भेजा। वे वहाँ से करूबों पर विराजने वाले, स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु की विधान-मंजूषा ले आए। एली के दोनों पुत्र, होफ्नी और पीनहास परमेश्वर की विधान-मंजूषा के साथ वहाँ थे।