उसने मध्यभाग और पवित्र अन्तर्गृह के चारों ओर, भवन की दीवार पर छत बनाई। उसने चारों ओर तोरण-पथ बनाए।
1 राजाओं 6:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) निचला तोरण-पथ सवा दो मीटर चौड़ा था। मध्यवर्ती तोरण-पथ दो मीटर सत्तर सेंटीमीटर चौड़ा था। उपरला तोरण-पथ तीन मीटर और पन्द्रह सेंटीमीटर चौड़ा था। उसने मुख्य दीवार की बाहरी ओर, उसके चारों ओर सलामी छज्जे बनाए थे, जिससे भार सम्भालनेवाली बल्लियों को भवन की दीवारों में घुसाया न जाए। पवित्र बाइबल कमरे मन्दिर की दीवार से सटे थे किन्तु उनकी शहतीरें उसकी दीवार में नहीं घुसी थीं। शिखर पर, मन्दिर की दीवार पतली हो गई थी। इसलिये उन कमरों की एक ओर की दीवार उसके नीचे की दीवार से पतली थी। नीचे की मंजिल के कमरे साढ़े सात फुट चौड़े थे। बीच की मंजिल के कमरे नौ फुट चौड़े थे। उसके ऊपर के कमरे दस—बारह फुट चौड़े थे। Hindi Holy Bible सब से नीचे वाली मंजिल की चौड़ाई पांच हाथ, और बीच वाली की छ: हाथ, और ऊपर वाली की सात हाथ की थी, क्योंकि उसने भवन के आसपास भीत को बाहर की ओर कुसींदार बनाया था इसलिये कि कडिय़ां भवन की भीतों को पकड़े हुए न हों। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) सबसे नीचेवाली मंज़िल की चौड़ाई पाँच हाथ, और बीचवाली की छ: हाथ, और ऊपरवाली की सात हाथ की थी, क्योंकि उसने भवन के आसपास दीवार को बाहर की ओर कुर्सीदार बनाया था इसलिये कि कड़ियाँ भवन की दीवारों को पकड़े हुए न हों। सरल हिन्दी बाइबल सबसे नीचे का तल सवा दो मीटर चौड़ा था. बीच वाला तल दो मीटर सत्तर सेंटीमीटर, और तीसरा तीन मीटर पन्द्रह सेंटीमीटर चौड़ा. उन्होंने भवन की बाहरी दीवार कुर्सीदार बना दिए थे, कि बोझ उठाती बल्लियों को मूल भवन के भीतर तक न पहुंचना पड़े. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 सबसे नीचेवाली मंजिल की चौड़ाई पाँच हाथ, और बीचवाली की छः हाथ, और ऊपरवाली की सात हाथ की थी, क्योंकि उसने भवन के आस-पास दीवारों को बाहर की ओर कुर्सीदार बनाया था इसलिए कि कड़ियाँ भवन की दीवारों को पकड़े हुए न हों। |
उसने मध्यभाग और पवित्र अन्तर्गृह के चारों ओर, भवन की दीवार पर छत बनाई। उसने चारों ओर तोरण-पथ बनाए।
भवन के निर्माण में गढ़े हुए पत्थरों को प्रयुक्त किया गया। वे पत्थर खदानों में ही काट-छांट लिये गए थे। अत: निर्माण के समय लोहे के किसी औजार की, न हथौड़े की और न छेनी की आवाज भवन में सुनाई दी।
राजा सुलेमान ने मोरियाह पहाड़ पर यरूशलेम नगर में प्रभु का भवन बनाना आरम्भ किया। उसने उसी स्थान पर भवन-निर्माण का कार्य आरम्भ किया जो उसके पिता दाऊद ने दर्शन में आदेश पाकर निश्चित किया था। इस स्थान पर यबूसी जाति के ओर्नान नामक मनुष्य का खलियान था।
ये कमरे तीन मंजिलों पर थे : पहली के ऊपर दूसरी और दूसरी के ऊपर तीसरी मंजिल। प्रत्येक मंजिल में तीस कमरे थे। इन कमरों को सहारा देने के लिए मन्दिर की दीवार के चारों ओर मोड़ थे, और उन्हीं में कमरों की कड़ियां डाली गई थीं, और उनका भार मन्दिर की दीवार पर नहीं पड़ता था।