1 राजाओं 5:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अब आप आदेश दीजिए कि लबानोन प्रदेश के देवदार के वृक्ष मेरे लिए काटे जाएं। मेरे सेवक भी आपके सेवकों के साथ पेड़ काटेंगे। जो मजदूरी आप अपने सेवकों के लिए निश्चित करेंगे, वह मैं आपके सेवकों को दूंगा। आप जानते हैं कि हमारे मध्य में सीदोनियों के समान लकड़ी काटने वाले मजदूर नहीं हैं।’ पवित्र बाइबल और इसलिये मैं तुमसे सहायता माँगता हूँ। अपने व्यक्तियों को लबानोन भेजो। वहाँ वे मेरे लिये देवदारू के वृक्षों को काटेंगे। मेरे सेवक तुम्हारे सेवकों के साथ काम करेंगे। मैं वह कोई भी मजदूरी भुगतान करूँगा जो तुम अपने सेवकों के लिये तय करोगे। किन्तु मुझे तुम्हारी सहायता की आवश्यकता है। मेरे बढ़ई सीदोन के बढ़ईयों की तरह अच्छे नहीं हैं।” Hindi Holy Bible इसलिये अब तू मेरे लिये लबानोन पर से देवदारु काटने की आज्ञा दे, और मेरे दास तेरे दासों के संग रहेंगे, और जो कुछ मज़दूरी तू ठहराए, वही मैं तुझे तेरे दासों के लिये दूंगा, तुझे मालूम तो है, कि सीदोनियों के बराबर लकड़ी काटने का भेद हम लोगों में से कोई भी नहीं जानता। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इसलिये अब तू मेरे लिये लबानोन पर से देवदारु काटने की आज्ञा दे, और मेरे दास तेरे दासों के संग रहेंगे, और जो कुछ मज़दूरी तू ठहराए, वही मैं तुझे तेरे दासों के लिये दूँगा; तुझे मालूम है कि सीदोनियों के बराबर लकड़ी काटने का भेद हम लोगों में से कोई भी नहीं जानता।” सरल हिन्दी बाइबल “इसलिये आप अपने सेवकों को आदेश दें कि वे मेरे लिए लबानोन से देवदार के पेड़ कांटे. इन सेवकों के साथ मेरे सेवक भी होंगे, और मैं आपके इन सेवकों को आपके द्वारा तय किया गया वेतन देता जाऊंगा, क्योंकि यह तो आपको मालूम ही है कि हमारे बीच ऐसा कोई नहीं है, जिसे सीदोनियों के बराबर लकड़ी का काम आता हो.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इसलिए अब तू मेरे लिये लबानोन पर से देवदार काटने की आज्ञा दे, और मेरे दास तेरे दासों के संग रहेंगे, और जो कुछ मजदूरी तू ठहराए, वही मैं तुझे तेरे दासों के लिये दूँगा, तुझे मालूम तो है, कि सीदोनियों के बराबर लकड़ी काटने का भेद हम लोगों में से कोई भी नहीं जानता।” |
सुलेमान ने रथ और घोड़े एकत्र किए। उसके पास एक हजार चार सौ रथ और बारह हजार अश्व थे। उसने कुछ रथ और घोड़े रथ-शाला के नगरों में तथा शेष अपने पास यरूशलेम नगर में रखे।
जब हीराम ने सुलेमान के ये शब्द सुने तब वह अत्यन्त आनन्दित हुआ। उसने कहा, ‘धन्य है प्रभु, आज जिसने इस महान राष्ट्र पर शासन करने के लिए दाऊद को ऐसा बुद्धिमान पुत्र प्रदान किया।’
उसने भवन के सबसे भीतरी भाग में देवदार के तख्तों से एक कक्ष निर्मित किया। यह फर्श के छत की कड़ियों तक नौ मीटर ऊंचा था। उसने इस कक्ष को, पवित्र अन्तर्गृह ‘परम पवित्र स्थान,’ बनाया।
यह पवित्र अन्तर्गृह नौ मीटर चाड़ा, नौ मीटर लम्बा और नौ मीटर ऊंचा था। उसने पवित्र अन्तर्गृह को शुद्ध सोने से मढ़ा। उसने देवदार की लकड़ी की एक वेदी भी बनाई।
सुलेमान के सब भण्डारगृह, रथों और अश्वशालाओं के समस्त नगर। इनके अतिरिक्त सुलेमान ने अपनी इच्छा से अपने राज्य-क्षेत्र में, यरूशलेम नगर तथा लबानोन प्रदेश में अनेक भवन निर्मित किये थे।
हीराम ने जहाजी बेड़े में अपने सेवकों को, जो नाविक थे और समुद्र-मार्ग से परिचित थे, सुलेमान के सेवकों के साथ भेजा।
उसने देवदार के असंख्य लट्ठे भी एकत्र किए। सीदोन और सोर देशों के व्यापारी दाऊद के पास अपार मात्रा में देवदार की इमारती लकड़ी लाए।
राजा सुलेमान ने रथ और घोड़े एकत्र किए। उसके पास एक हजार चार सौ रथ और बारह हजार घोड़े थे। उसने कुछ रथ और घोड़े रथ-शाला के नगरों में तथा शेष अपने पास यरूशलेम नगर में रखे।
मैं लकड़ी काटने वाले आपके सेवकों के लिए दो हजार टन गेहूं, दो हजार टन जौ, नौ लाख लिटर अंगूर का रस और नौ लाख लिटर तेल दूंगा।’
मुझे लबानोन प्रदेश से देवदार, सनोवर और चन्दन की लकड़ी भी भेजिए। मैं जानता हूँ कि आपके सेवक लबानोन के पेड़ काटने में निपुण हैं। मेरे सेवक आप के सेवकों के साथ पेड़ काटेंगे;
अत: उन्होंने शिल्पकारों और बढ़इयों को रुपया दिया। उन्होंने सीदोन तथा सोर देश के निवासियों को खाने-पीने की सामग्री और तेल दिया ताकि वे देवदार की लकड़ी को लबानोन देश से समुद्रतट तक, याफा नगर तक पहुंचा दें, जैसा फारस के सम्राट कुस्रू ने उन्हें अधिकार प्रदान किया था।
प्रभु की वाणी देवदार के वृक्षों को उखाड़ फेंकती है; प्रभु लबानोन के देवदारों को नष्ट करता है।
तब मैंने उनसे यह कहा, ‘अगर तुम यह बात उचित समझते हो, तो अभी मुझे मेरी मजदूरी दो; यदि नहीं तो उसे अपने पास रख लो।’ अत: उन्होंने चांदी के तीस सिक्के तौल कर मुझे दिए। मेरी पूरी मजदूरी में इतना ही दिया!
बुराई के बदले बुराई नहीं करें। जो बातें सब मनुष्यों की दृष्टि में सात्विक हैं, उन्हें अपना लक्ष्य बनाएँ।
मसीह ने जिस मात्रा में देना चाहा, उसी मात्रा में हम में से प्रत्येक को कृपा प्राप्त हुई है।
राजा अपने पास अधिक घोड़े नहीं रखेगा, और न घोड़ों का आयात करने के लिए अपने लोगों को मिस्र देश भेजेगा कि उसके पास और घोड़े हो जाएं; क्योंकि प्रभु ने तुझ से कहा है, “तू इस मार्ग से फिर कभी नहीं लौटेगा।”
भाइयो और बहिनो! अन्त में यह : जो कुछ सच है, आदरणीय है; जो कुछ न्यायसंगत है, निर्दोष है; जो कुछ प्रीतिकर है, मनोहर है, जो कुछ भी उत्तम है, प्रशंसनीय है : ऐसी बातों का मनन किया करें।