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1 राजाओं 4:34 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

अनेक देशों से लोग सुलेमान की ज्ञान-चर्चा सुनने के लिए आते थे। उसे विश्‍व के राजाओं से, जिन्‍होंने उसकी ज्ञान-चर्चा सुनी थी, उपहार प्राप्‍त होते थे।

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पवित्र बाइबल

सुलैमान की बुद्धिमत्तापूर्ण बातों को सुनने के लिये सभी राष्ट्रों से लोग आते थे। सभी राष्ट्रों के राजा अपने बुद्धिमान व्यक्तियों को राजा सुलैमान की बातों को सुनने के लिये भेजते थे।

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Hindi Holy Bible

और देश देश के लोग पृथ्वी के सब राजाओं की ओर से जिन्होंने सुलैमान की बुद्धि की कीर्ति सुनी थी, उसकी बुद्धि की बातें सुनने को आया करते थे।

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

और देश देश के लोग पृथ्वी के सब राजाओं की ओर से जिन्होंने सुलैमान की बुद्धि की कीर्ति सुनी थी, उसकी बुद्धि की बातें सुनने को आया करते थे।

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सरल हिन्दी बाइबल

शलोमोन के ज्ञान की बातें सुनने सभी देशों से लोग आया करते थे. इसके अलावा पृथ्वी के सभी राजाओं के लोग भी उनकी बुद्धि के बारे में सुनकर शलोमोन के बुद्धि से भरे वचन सुनने आते रहते थे.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

और देश-देश के लोग पृथ्वी के सब राजाओं की ओर से जिन्होंने सुलैमान की बुद्धि की कीर्ति सुनी थी, उसकी बुद्धि की बातें सुनने को आया करते थे।

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1 राजाओं 4:34
6 क्रॉस रेफरेंस  

शबा देश की रानी ने प्रभु का नाम तथा सुलेमान की कीर्ति सुनी। वह पहेलियों से सुलेमान की परीक्षा करने के लिए आई।


वह लबानोन देश में पैदा होने वाले देवदार के वृक्ष से लेकर दीवार में उगने वाले जूफा पौधे तक के विषय में चर्चा कर सकता था। उसे पशु-पक्षियों, रेंगनेवाले जन्‍तुओं और मछलियों का भी ज्ञान था।


शबा देश की रानी ने राजा सुलेमान की कीर्ति सुनी। उसने पहेलियों से उसकी परीक्षा करने के लिए यरूशलेम नगर को प्रस्‍थान किया। उसके साथ असंख्‍य सेवक-सेविकाएं और बहुमूल्‍य उपहार थे। मसाले, प्रचुर मात्रा में सोना और मणि-मुक्‍ता ऊंटों पर लदे हुए थे। वह राजा सुलेमान के पास पहुंची। उसने अपने मन की सब बातें सुलेमान से कहीं।


पृथ्‍वी के समस्‍त राजा उसकी बुद्धिमत्तापूर्ण बातें सुनने के लिए उसके दरबार में आने का प्रयत्‍न करते थे। यह बुद्धि परमेश्‍वर ने उसे प्रदान की थी।


आनेवाले दिनों में यह होगा : जिस पर्वत पर प्रभु का भवन निर्मित है, वह विश्‍व के पर्वतों में उच्‍चतम स्‍थान पर, गौरवमय स्‍थान पर प्रतिष्‍ठित होगा। वह पहाड़ियों के मध्‍य उच्‍चतम स्‍थान ग्रहण करेगा; विश्‍व के राष्‍ट्र जलधारा के समान उसकी ओर बहेंगे।


स्‍वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है : उन दिनों में पृथ्‍वी की भिन्न-भिन्न भाषा बोलनेवाली सब कौमों में से दस-दस व्यक्‍ति एक यहूदी व्यक्‍ति के वस्‍त्र का छोर पकड़कर यह कहेंगे, “हम भी आपके साथ चलेंगे, क्‍योंकि हमने सुना है कि परमेश्‍वर आपके साथ है।” ’