प्रभु ने उसी दिन अब्राम के साथ विधान का संबंध स्थापित किया। उसने कहा, ‘मैं तेरे वंश को यह देश, अर्थात् मिस्र देश की नदी से महानदी फरात तक की भूमि देता हूं,
1 राजाओं 4:21 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) सुलेमान फरात नदी से पलिश्ती देश तक तथा मिस्र देश की सीमा तक आने वाले समस्त राज्यों पर शासन करता था। ये राज्य उसको कर देते थे। ये उसके जीवन-भर उसके अधीन बने रहे। पवित्र बाइबल सुलैमान परात नदी से लेकर पलिश्ती लोगों के प्रदेश तक सभी राज्यों पर शासन करता था। उसका राज्य मिस्र की सीमा तक फैला था। ये देश सुलैमान को भेंट भेजते थे और उसके पूरे जीवन तक उसकी आज्ञा का पालन करते रहे। Hindi Holy Bible सुलैमान तो महानद से ले कर पलिश्तियों के देश, और मिस्र के सिवाने तक के सब राज्यों के ऊपर प्रभुता करता था और अनके लोग सुलैमान के जीवत भर भेंट लाते, और उसके आधीन रहते थे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) सुलैमान तो महानद से लेकर पलिश्तियों के देश, और मिस्र की सीमा तक के सब राज्यों के ऊपर प्रभुता करता था और उनके लोग सुलैमान के जीवन भर भेंट लाते, और उसके अधीन रहते थे। सरल हिन्दी बाइबल शलोमोन की प्रभुता फरात नदी के पश्चिम की ओर से लेकर फिलिस्तीनियों के देश तक और मिस्र देश की सीमाओं तक सारे राज्यों पर हो गयी थी. ये सभी शलोमोन के पूरे जीवन भर उन्हें भेंट भेजते रहे और उनकी सेवा करते रहे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 सुलैमान तो महानद से लेकर पलिश्तियों के देश, और मिस्र की सीमा तक के सब राज्यों के ऊपर प्रभुता करता था और उनके लोग सुलैमान के जीवन भर भेंट लाते, और उसके अधीन रहते थे। |
प्रभु ने उसी दिन अब्राम के साथ विधान का संबंध स्थापित किया। उसने कहा, ‘मैं तेरे वंश को यह देश, अर्थात् मिस्र देश की नदी से महानदी फरात तक की भूमि देता हूं,
दाऊद ने मोआब राज्य को भी पराजित किया। उसने बन्दी सैनिकों को भूमि पर लिटाया। सैनिकों को डोरी से नापा। दो डोरी सैनिक मार डाले, और उनके बाद एक डोरी सैनिक छोड़ दिए। इस प्रकार मोआबी लोग दाऊद के अधीन हो गए। वे दाऊद को कर देने लगे।
उसने दमिश्क के अराम नगर में अपने प्रशासक नियुक्त किए। यों सीरिया देश के लोग दाऊद के अधीन हो गए। वे दाऊद को कर देने लगे। जहाँ-जहाँ दाऊद गया, प्रभु ने उसे विजय प्रदान की।
‘आपके पिता ने हमारे कन्धे पर भारी जूआ रखा था। वह हमसे कठोर सेवा लेते थे। अब कृपाकर, आप हमारे इस भारी जूए को, कठोर सेवा के भार को, हलका कीजिए। तब हम आपकी सेवा करेंगे।’
इसके अतिरिक्त जो तूने नहीं मांगा, वह भी मैं तुझे देता हूं : धन-सम्पत्ति और वैभव! तेरे जीवन-काल में कोई भी राजा तेरे समान समृद्ध और वैभवशाली नहीं होगा।
सुलेमान फरात नदी की पश्चिमी दिशा के समस्त क्षेत्र का, तिप्साह से गाजा तक के भूमि-क्षेत्र का, जितने राज्य फरात नदी के पश्चिम में थे, उन सब का सम्राट था। उसके साम्राज्य में चारों ओर शान्ति थी।
असीरिया देश के राजा शलमन-एसेर ने होशे पर आक्रमण किया। होशे राजा शलमन-एसेर के अधीन हो गया। वह उसको प्रति वर्ष कर देता था।
अत: प्रभु ने उसके हाथ में राज्य को सुदृढ़ किया। यहूदा राज्य की समस्त जनता यहोशाफट को भेंट चढ़ाती थी। इसलिए उसके पास अत्यन्त बहुमूल्य वस्तुएं एकत्र हो गईं, और उसकी प्रतिष्ठा बढ़ गई।
अनेक देशों के राजा यरूशलेम में प्रभु के सम्मुख भेंट लाए और यहूदा प्रदेश के राजा हिजकियाह के लिए बहुमूल्य उपहार। उस समय से हिजकियाह सब राष्ट्रों की दृष्टि में महान माना जाने लगा।
यरूशलेम में शक्तिशाली राजा भी हुए हैं, जिन्होंने फरात नदी के समस्त पश्चिमी प्रदेश पर राज्य भी किया है। उनको उपहार, कर और चुंगी दी जाती थी।
मन्नत मानो, और अपने प्रभु परमेश्वर के लिए उसको पूर्ण करो; प्रभु के चारों ओर रहने वाले लोग उस को भेंट चढ़ाएं। प्रभु भय योग्य है,
मैं तेरे राज्य की सीमा लाल सागर से पलिश्ती जाति के समुद्र तक, निर्जन प्रदेश से फरात नदी तक निश्चित करूँगा। मैं देश के निवासियों को तेरे हाथ में सौंप दूंगा और तू उन्हें अपने सम्मुख से निकाल देगा।
जो नगरी लोगों से भरी-पूरी थी, अब वह उजाड़ पड़ी है; वह विधवा के सदृश अकेली हो गई। जो कभी राष्ट्रों में महान थी, जो कभी नगरों में रानी थी, अब वह दासी बन गई, वह दूसरे राज्यों को कर चुकाती है।
यों मैंने तुझे सोने-चांदी के आभूषणों से सजा दिया। तेरे वस्त्र सूती मलमल और रेशम के थे, जिन पर कसीदा काढ़ा गया था। तू मैदे की रोटी, तथा शहद और तेल में पका भोजन खाती थी। तू अत्यन्त सुन्दर और रानी बनने के योग्य हो गई।
जिस-जिस स्थान पर तुम्हारा पैर पड़ेगा, वह तुम्हारा होगा। तुम्हारी सीमा निर्जन प्रदेश से लबानोन, और फरात नदी से पश्चिमी सागर तक होगी।
यह तुम्हारी राज्य-सीमा होगी: दक्षिण में मरुस्थल से उत्तर में लबानोन की पहाड़ियों तक, पूर्व में महानदी फरात और हित्ती जाति के समस्त देश से पश्चिम में भूमध्यसागर तक।
परन्तु कुछ बदमाश लोगों ने कहा, ‘यह आदमी किस प्रकार हमें शत्रुओं के हाथ से बचा सकता है?’ अत: उन्होंने शाऊल का तिरस्कार किया, और उसको भेंट नहीं चढ़ाई। किन्तु शाऊल चुप रहा।