यूसुफ शीघ्रता से उठा; क्योंकि अपने छोटे भाई के कारण उसका हृदय भर आया था। उसने एकान्त में आँसु बहाने के लिए स्थान खोजा। वह अपने कक्ष में आया और वहाँ रो पड़ा।
1 राजाओं 3:26 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जिस स्त्री का पुत्र जीवित था, उसका हृदय अपने पुत्र के प्रति वात्सल्य से भर गया। उसने राजा से कहा, ‘हे स्वामी, जीवित बच्चा इसको ही दे दीजिए। कृपया, बच्चे का वध मत कीजिए।’ किन्तु दूसरी स्त्री ने कहा, ‘यह बच्चा न मुझे मिलेगा और न तुझे। महाराज, इसके दो टुकड़े कर दीजिए।’ पवित्र बाइबल दूसरी स्त्री ने कहा, “यह ठीक है। बच्चे को दो टुकड़ों में काट डालो। तब हम दोनों में से उसे कोई नहीं पाएगा।” किन्तु पहली स्त्री, जो सच्ची माँ थी, अपने बच्चे के लिये प्रेम से भरी थी। उसने राजा से कहा, “कृपया बच्चे को न मारें! इसे उसे ही दे दें।” Hindi Holy Bible तब जीवित बालक की माता का मन अपने बेटे के स्नेह से भर आया, और उसने राजा से कहा, हे मेरे प्रभु! जीवित बालक उसी को दे; परन्तु उसको किसी भांति न मार। दूसरी स्त्री ने कहा, वह न तो मेरा हो और न तेरा, वह दो टुकड़े किया जाए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब जीवित बालक की माता का मन अपने बेटे के स्नेह से भर आया, और उसने राजा से कहा, “हे मेरे प्रभु! जीवित बालक उसी को दे, परन्तु उसको किसी भाँति न मार।” दूसरी स्त्री ने कहा, “वह न तो मेरा हो और न तेरा, वह दो टुकड़े किया जाए।” सरल हिन्दी बाइबल तब वह स्त्री, जिसका बच्चा वास्तव में ज़िंदा था, राजा से विनती करने लगी, क्योंकि वह अपने पुत्र के विषय में बहुत ही दुःखी हो गई थी, “मेरे प्रभु, दे दीजिए यह ज़िंदा बच्चा इसे, इसकी हत्या बिलकुल न कीजिए.” मगर दूसरी स्त्री ने कहा, “न बच्चा तुम्हारा होगा न मेरा; कर दो इसे दो भागों में आधा!” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब जीवित बालक की माता का मन अपने बेटे के स्नेह से भर आया, और उसने राजा से कहा, “हे मेरे प्रभु! जीवित बालक उसी को दे; परन्तु उसको किसी भाँति न मार।” दूसरी स्त्री ने कहा, “वह न तो मेरा हो और न तेरा, वह दो टुकड़े किया जाए।” |
यूसुफ शीघ्रता से उठा; क्योंकि अपने छोटे भाई के कारण उसका हृदय भर आया था। उसने एकान्त में आँसु बहाने के लिए स्थान खोजा। वह अपने कक्ष में आया और वहाँ रो पड़ा।
राजा ने आदेश दिया, ‘जीवित बच्चे के दो टुकड़े करो; और आधा भाग पहली स्त्री को और शेष भाग दूसरी स्त्री को दे दो।’
राजा ने निर्णय दिया। उसने कहा, ‘जीवित बच्चा पहली स्त्री को दे दो। उसका वध मत करो। पहली स्त्री ही उसकी मां है।’
मेरे भीतर ही भीतर मेरा हृदय उबल उठा; मेरे सोचते-सोचते अग्नि धधकने लगी, तब मैं पुकार उठा;
पर प्रभु कहता है: ‘क्या यह हो सकता है कि मां अपने दूध पीनेवाले शिशु को भूल जाए, अपने गर्भ से उत्पन्न हुए बच्चे पर दया न करे? हो सकता है कि मां अपने बच्चे को भूल भी जाए, पर मैं तुझे नहीं भूलूंगा।
ओ एफ्रइम, निस्सन्देह, तू मेरा प्रिय पुत्र है, सचमुच तू मेरा प्यारा बेटा है। यदि मैं तेरे विरुद्ध कुछ कहता भी हूं, तब भी मुझे तेरी सुधि रहती है। मेरा हृदय तेरे लिए भर आता है, मैं निस्सन्देह तुझ पर दया करूंगा’, प्रभु की यह वाणी है।
ओ एफ्रइम, मैं तुझे कैसे त्याग दूं? ओ इस्राएल, मैं तुझे कैसे शत्रु के हाथ में सौंप दूं? मैं तुझे कैसे अदमा नगर के सदृश राख बना दूं? मैं तुझे कैसे सबोईम नगर के समान नष्ट कर दूं? मेरा हृदय बदल गया है! मेरी दया प्रज्वलित हो उठी है।
परमेश्वर मेरा साक्षी है कि मैं येशु मसीह की करुणा से प्रेरित हो कर आप लोगों को कितना चाहता हूँ।
यदि आप लोगों के लिए मसीह में सांत्वना, प्रेम से उत्प्रेरणा तथा पवित्र आत्मा की सहभागिता कुछ महत्व रखती हो, यदि हार्दिक अनुराग तथा सहानुभूति का कुछ अर्थ हो,
किसी के पास संसार की धन-दौलत हो और वह अपने भाई अथवा बहिन को तंगहाली में देख कर उस पर दया न करे, तो परमेश्वर का प्रेम उस में कैसे बना रह सकता है?