रहबआम ने उनसे पूछा, ‘तुम मुझे क्या सलाह देते हो? मैं उन लोगों को क्या उत्तर दूं? उन्होंने मुझसे निवेदन किया है कि मैं उस जूए के भार को हलका कर दूँ, जो उनके कन्धे पर मेरे पिता ने रखा था।’
1 राजाओं 22:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अत: इस्राएल प्रदेश के राजा ने नबियों को एकत्र किया। वे कुल चार सौ थे। राजा ने उनसे पूछा, ‘क्या मुझे रामोत-गिलआद नगर से युद्ध करने के लिए जाना चाहिए? अथवा मुझे युद्ध नहीं करना चाहिए?’ नबियों ने कहा, ‘आप आक्रमण कीजिए। प्रभु उसको महाराज के हाथ में सौंप देगा।’ पवित्र बाइबल अत: अहाब ने नबियों की एक बैठक बुलाई। उस समय लगभग चार सौ नबी थे। अहाब ने नबियों से पूछा, “क्या मैं जाऊँ और रामोत में अराम की सेना के विरुद्ध युद्ध करुँ या मैं किसी अन्य अवसर की प्रतीक्षा करुँ” नबियों ने उत्तर दिया, “तुम्हें अभी युद्ध करना चाहिये। यहोवा तुम्हें विजय पाने देगा।” Hindi Holy Bible कि आज यहोवा की इच्छा मालूम कर ले, तब इस्राएल के राजा ने नबियों को जो कोई चार सौ पुरुष थे इकट्ठा करके उन से पूछा, क्या मैं गिलाद के रामोत से युद्ध करने के लिये चढ़ाई करूं, वा रुका रहूं? उन्होंने उत्तर दिया, चढ़ाई कर: क्योंकि प्रभु उसको राजा के हाथ में कर देगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब इस्राएल के राजा ने नबियों को जो कोई चार सौ पुरुष थे इकट्ठा करके उनसे पूछा, “क्या मैं गिलाद के रामोत से युद्ध करने के लिये चढ़ाई करूँ, या रुका रहूँ?” उन्होंने उत्तर दिया, “चढ़ाई कर : क्योंकि प्रभु उसको राजा के हाथ में कर देगा।” सरल हिन्दी बाइबल तब इस्राएल के राजा ने भविष्यवक्ताओं को इकट्ठा किया. ये लगभग चार सौ व्यक्ति थे. उसने भविष्यवक्ताओं से प्रश्न किया, “मैं रामोथ-गिलआद से युद्ध करने जाऊं, या यह विचार छोड़ दूं?” उन्होंने उत्तर दिया, “आप जाइए, क्योंकि याहवेह उसे राजा के अधीन कर देंगे.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब इस्राएल के राजा ने नबियों को जो कोई चार सौ पुरुष थे इकट्ठा करके उनसे पूछा, “क्या मैं गिलाद के रामोत से युद्ध करने के लिये चढ़ाई करूँ, या रुका रहूँ?” उन्होंने उत्तर दिया, “चढ़ाई कर: क्योंकि प्रभु उसको राजा के हाथ में कर देगा।” |
रहबआम ने उनसे पूछा, ‘तुम मुझे क्या सलाह देते हो? मैं उन लोगों को क्या उत्तर दूं? उन्होंने मुझसे निवेदन किया है कि मैं उस जूए के भार को हलका कर दूँ, जो उनके कन्धे पर मेरे पिता ने रखा था।’
अब तुम समस्त इस्राएल प्रदेश की जनता को एकत्र करो, और उनको मेरे पास कर्मेल पहाड़ पर भेजो। तुम रानी ईजेबेल के साथ राजसी भोजन करनेवाले अशेराह देवी के चार सौ और बअल देवता के साढ़े चार सौ नबियों को भी भेजना।’
अहाब ने समस्त इस्राएल प्रदेश के लोगों को कर्मेल पहाड़ पर भेजा। उसने नबियों को भी कर्मेल पहाड़ पर एकत्र किया।
इस्राएल प्रदेश का राजा अहाब और यहूदा प्रदेश का राजा यहोशाफट अपने-अपने सिंहासन पर विराजमान थे। वे राजसी वेशभूषा में थे और वे सामरी नगर के प्रवेश-द्वार के सामने मैदान में बैठे हुए थे। सब नबी उनके सम्मुख नबूवत कर रहे थे।
मीकायाह राजा अहाब के पास आया। राजा ने उससे पूछा, ‘मीकायाह, क्या मुझे रामोत-गिलआद नगर से युद्ध करने के लिए जाना चाहिए? अथवा मुझे युद्ध नहीं करना चाहिए?’ मीकायाह ने उसको उत्तर दिया, ‘आप चढ़ाई कीजिए, और विजय प्राप्त कीजिए। प्रभु उसको महाराज के हाथ में सौंप देगा।’
अब, तुम बअल देवता के सब नबियों, सेवकों और पुरोहितों को बुलाओ, और उन्हें मेरे पास लाओ। एक भी व्यक्ति छूटने न पाए। मैं बअल देवता के लिए महाबलि चढ़ाऊंगा। जो व्यक्ति इस बलि-महोत्सव में उपस्थित नहीं होगा, उसको मृत्यु-दण्ड दिया जाएगा।’ येहू ने छल-कपट से यह घोषणा की थी। वह बअल देवता के सेवकों का पूर्ण संहार करना चाहता था।
एलीशा ने इस्राएल प्रदेश के राजा से कहा, ‘मेरा आपसे क्या काम? आप अपने पिता के नबियों के पास, अपनी मां के नबियों के पास जाइए।’ इस्राएल प्रदेश के राजा ने कहा, ‘नहीं, ऐसा मत कहो। प्रभु ने ही हम-तीन राजाओं को मोआब देश के राजा के हाथ में सौंपने के लिए यहां बुलाया है।’
मीकायाह अहाब के पास आया। राजा ने उससे पूछा, ‘मीकायाह, क्या हमें रामोत-गिलआद नगर से युद्ध करने के लिए जाना चाहिए? अथवा मुझे युद्ध नहीं करना चाहिए?’ मीकायाह ने उसको उत्तर दिया, ‘हां, हां! आप चढ़ाई कीजिए, और विजय प्राप्त कीजिए। नगर आप के हाथ में सौंप दिया जाएगा।’
इसके अतिरिक्त, क्या मैं बिना प्रभु की अनुमति के इस स्थान को नष्ट करने आया हूं? कदापि नहीं। प्रभु ने मुझसे कहा, ‘जा, इस प्रदेश पर चढ़ाई कर, और इसको नष्ट कर दे।’ ”
नबी झूठी नबूवत करते हैं; पुरोहित उनकी हां में हां मिलाते हैं। मेरे निज लोगों को यह पसन्द भी है। परन्तु जब अन्त आएगा तब तुम क्या करोगे?
‘मैंने धार्मिक व्यक्ति को निराश नहीं होने दिया, लेकिन तुमने अपनी झूठी भविष्यवाणियों से उसको निराश किया। तुमने दुर्जन को उत्साहित किया कि वह अपने दुराचरण को न छोड़े। यदि दुर्जन अपना दुराचरण छोड़ देता तो वह जीवित रहता।
“झूठे नबियों से सावधान रहो। वे भेड़ों के वेश में तुम्हारे पास आते हैं, किन्तु वे भीतर से खूंखार भेड़िये हैं।
क्योंकि वह समय आ रहा है, जब लोग हितकारी शिक्षा नहीं सुनेंगे, बल्कि मनमाना आचरण करेंगे और चाटुकार उपदेशकों की भीड़ अपने पास जमा कर लेंगे।
पशु बन्दी बनाया गया और उसके साथ वह झूठा नबी भी, जिसने पशु के निरीक्षण में चमत्कार दिखा कर उन लोगों को बहकाया था, जिन्होंने पशु की छाप ग्रहण की थी और उसकी प्रतिमा की आराधना की थी। वे दोनों जीवित ही धधकते गन्धक के अग्निकुण्ड में डाल दिये गये।