उसने यहोशाफट से पूछा, ‘क्या आप रामोत-गिलआद नगर से युद्ध करने के लिए मेरे साथ चलेंगे?’ यहोशाफट ने इस्राएल प्रदेश के राजा को उत्तर दिया, ‘जो मेरा है, वह आपका है : मैं, मेरी सेना, मेरे रथ।’
1 राजाओं 22:5 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यहोशाफट ने इस्राएल प्रदेश के राजा से कहा, ‘आइए, पहले हम प्रभु का वचन प्राप्त करें।’ पवित्र बाइबल किन्तु पहले हम लोगों को यहोवा से सलाह ले लेनी चाहिये।” Hindi Holy Bible फिर यहोशापात ने इस्राएल के राजा से कहा, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर यहोशापात ने इस्राएल के राजा से कहा, “आज यहोवा की इच्छा मालूम कर ले।” सरल हिन्दी बाइबल यहोशाफ़ात ने इस्राएल के राजा से कहा, “सबसे पहले याहवेह की इच्छा मालूम कर लें.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर यहोशापात ने इस्राएल के राजा से कहा, “आज यहोवा की इच्छा मालूम कर ले।” |
उसने यहोशाफट से पूछा, ‘क्या आप रामोत-गिलआद नगर से युद्ध करने के लिए मेरे साथ चलेंगे?’ यहोशाफट ने इस्राएल प्रदेश के राजा को उत्तर दिया, ‘जो मेरा है, वह आपका है : मैं, मेरी सेना, मेरे रथ।’
अत: इस्राएल प्रदेश के राजा ने नबियों को एकत्र किया। वे कुल चार सौ थे। राजा ने उनसे पूछा, ‘क्या मुझे रामोत-गिलआद नगर से युद्ध करने के लिए जाना चाहिए? अथवा मुझे युद्ध नहीं करना चाहिए?’ नबियों ने कहा, ‘आप आक्रमण कीजिए। प्रभु उसको महाराज के हाथ में सौंप देगा।’
प्रभु का दूत तिश्बे नगर के नबी एलियाह से बोला, ‘उठ, और सामरी राजा के दूतों से मिलने के लिए जा। तू उनसे यह कहना : “क्या इस्राएली राष्ट्र का अपना परमेश्वर नहीं है जो तुम एक्रोन नगर के देवता बअल-जबूल के पास पूछने के लिए जा रहे हो?
यहोशाफट ने पूछा, ‘क्या यहां प्रभु का नबी नहीं है, जिसके माध्यम से हम प्रभु से पूछ सकें?’ इस्राएल प्रदेश के एक राज-कर्मचारी ने बताया, ‘यहां एलीशा बेन-शाफट हैं। वह नबी एलियाह के निजी सेवक थे।’
शाऊल की मृत्यु उसके विश्वासघात के कारण हुई थी। उसने प्रभु के प्रति विश्वासघात किया था। उसने प्रभु के वचन का पालन नहीं किया था। उसने मार्ग-दर्शन के लिए मृतकों को जगाने वाली स्त्री से पूछताछ भी की थी।
‘बेबीलोन के राजा नबूकदनेस्सर ने हम पर आक्रमण कर दिया है। आप, कृपया, इस सम्बन्ध में प्रभु से उसकी इच्छा मालूम कीजिए। कदाचित प्रभु हमारे मध्य अपने स्वभाव के अनुरूप आश्चर्यपूर्ण कार्य करे और राजा नबूकदनेस्सर हम पर आक्रमण करने का विचार छोड़ दे!’ तब प्रभु का यह सन्देश यिर्मयाह को मिला।
‘ओ मानव, इन लोगों ने अपने-अपने देवता की मूर्ति अपने हृदय में प्रतिष्ठित कर रखी है। इन्होंने धर्म-मार्ग पर चलने के पूर्व ही अपने सम्मुख अधर्म के रोड़े डाल रखे हैं, तो क्या ये ठोकर नहीं खाएंगे? ये मेरी इच्छा जानने के लिए तेरे पास आए हैं। क्या मैं इन को उत्तर दूंगा? कदापि नहीं।
वह पुरोहित एलआजर के सम्मुख खड़ा हुआ करेगा, जो प्रभु के सम्मुख ऊरीम की न्याय-विधि के द्वारा उसके लिए मेरी इच्छा पूछा करेगा। उसके आदेश के अनुसार समस्त मंडली, समस्त इस्राएली लोग उसके मार्गदर्शन में बाहर जाएंगे और उसी के मार्गदर्शन में लौटेंगे।’
अत: इस्राएली सैनिकों ने उनका भोजन स्वीकार किया। उन्होंने भोजन स्वीकार करने के पूर्व प्रभु का निर्देश नहीं मांगा।
इस्राएली लोगों ने यहोशुअ की मृत्यु के पश्चात् प्रभु से यह पूछा : ‘हममें से कौन कुल सर्वप्रथम कनान देश के निवासियों पर चढ़ाई करेगा, और उनसे युद्ध करेगा?’
इस्राएली उठे, और वे बेत-एल गए। उन्होंने परमेश्वर से पूछा, ‘हममें से किस कुल को सर्वप्रथम बिन्यामिनियों से युद्ध करने के लिए जाना चाहिए?’ प्रभु ने कहा, ‘यहूदा कुल सर्वप्रथम जाएगा।’
इस्राएली प्रभु के पास गए। वे सन्ध्या समय तक उसके सम्मुख रोते रहे। उन्होंने प्रभु से पूछा, ‘क्या हम अपने जाति-भाई बिन्यामिनियों से युद्ध करने के लिए फिर जाएँ?’ प्रभु ने कहा, ‘उन पर चढ़ाई करो।’
शाऊल ने पुरोहित अहीयाह को आदेश दिया, ‘परमेश्वर की मंजूषा यहाँ लाओ।’ उस समय परमेश्वर की मंजूषा इस्राएलियों के पास थी।
अत: दाऊद ने प्रभु से यह पूछा ‘क्या मैं जाऊं और इन पलिश्तियों पर आक्रमण करूँ?’ प्रभु ने दाऊद को उत्तर दिया, ‘जा, और पलिश्तियों पर आक्रमण कर। कईलाह नगर को बचा’
दाऊद ने प्रभु से फिर पूछा। प्रभु ने उसे उत्तर दिया, ‘उठ! कईलाह नगर को जा! मैं पलिश्ती सैनिकों को तेरे हाथ में सौंप दूँगा’
तब दाऊद ने प्रभु से पूछा, ‘क्या मैं छापामार दल का पीछा करूं? क्या मैं उसको जाकर पकड़ूँ?’ प्रभु ने उसे उत्तर दिया, ‘पीछा कर। तू उसको निश्चय ही जाकर पकड़ लेगा। तू निश्चय ही बन्दियों को मुक्त करेगा।’