तब प्रभु ने नबी नातान को दाऊद के पास भेजा। वह दाऊद के पास आया। उसने दाऊद से कहा, ‘एक नगर में दो मनुष्य रहते थे। एक धनी था, और दूसरा गरीब।
1 राजाओं 21:18 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) प्रभु ने कहा, ‘उठ और इस्राएल प्रदेश के राजा अहाब से मिलने को जा, जिसकी राजधानी सामरी नगर है।’ देख, वह इस समय नाबोत के अंगूर-उद्यान में है। वह उस पर कब्जा करने के लिए गया है। पवित्र बाइबल यहोवा ने कहा, “राजा अहाब के पास शोमरोन को जाओ। अहाब नाबोत के अंगूरों के बाग में होगा। वह वहाँ पर उस बाग को अपना बनाने के लिये होगा। Hindi Holy Bible शोमरोन में रहने वाले इस्राएल के राजा अहाब से मिलने को जा; वह तो नाबोत की दाख की बारी में है, उसे अपने अधिकार में लेने को वह वहां गया है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “चल, शोमरोन में रहनेवाले इस्राएल के राजा अहाब से मिलने को जा; वह तो नाबोत की दाख की बारी में है, उसे अपने अधिकार में लेने को वह वहाँ गया है। सरल हिन्दी बाइबल “जाकर इस्राएल के राजा अहाब से, जो शमरिया में है, भेंटकरो. देखना इस समय वह नाबोथ की दाख की बारी में है, जहां वह उस पर अधिकार करने के लिए गया हुआ है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “चल, सामरिया में रहनेवाले इस्राएल के राजा अहाब से मिलने को जा; वह तो नाबोत की दाख की बारी में है, उसे अपने अधिकार में लेने को वह वहाँ गया है। |
तब प्रभु ने नबी नातान को दाऊद के पास भेजा। वह दाऊद के पास आया। उसने दाऊद से कहा, ‘एक नगर में दो मनुष्य रहते थे। एक धनी था, और दूसरा गरीब।
परमेश्वर के जन का कथन जो उसने प्रभु के वचन की प्रेरणा से बेत-एल की वेदी के विरोध में, और सामरी प्रदेश के पहाड़ी शिखर की सब वेदियों के विरोध में कहा था, वह अवश्य पूर्ण होगा।’
यहूदा प्रदेश के राजा आसा के राज्यकाल के अड़तीसवें वर्ष में अहाब बेन-ओम्री ने इस्राएल प्रदेश पर राज्य करना आरम्भ किया। उसने सामरी नगर में इस्राएल प्रदेश की जनता पर बाईस वर्ष तक राज्य किया।
यिज्रएल निवासी नाबोत के पास अंगूर का एक उद्यान था। यह उद्यान सामरी नगर के राजा अहाब के उस महल के समीप था, जो यिज्रएल नगर में था।
तब येहू ने अहज्याह की तलाश की। अहज्याह सामरी नगर में छिपा हुआ था। सैनिकों ने उसको पकड़ लिया। वह येहू के सामने पेश किया गया। येहू ने उसका वध करवा दिया। सेवकों ने उसका शव सम्मान के साथ गाड़ा, क्योंकि वे कहते थे, ‘यह यहोशाफट का नाती है, जिसने सम्पूर्ण हृदय से प्रभु को खोजा था।’ अहज्याह के परिवार में कोई ऐसा व्यक्ति नहीं था, जो राज्य कर सके।