यह सुनकर दाऊद का क्रोध उस धनी मनुष्य के प्रति बहुत भड़क उठा। उसने नातान से कहा, ‘जीवन्त प्रभु की सौगन्ध! यह अन्याय करनेवाला मनुष्य निश्चय ही मृत्यु-दण्ड के योग्य है।
1 राजाओं 2:26 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) राजा ने पुरोहित एबयातर से कहा, ‘तुम अनातोत नगर में अपनी जागीर को चले जाओ। तुम मृत्यु-दण्ड के योग्य हो! किन्तु मैं इस समय तुम्हें मृत्यु-दण्ड नहीं दूंगा, क्योंकि तुम मेरे पिता दाऊद के सामने प्रभु परमेश्वर की मंजूषा उठाकर चलते थे। तुमने मेरे पिता के साथ उनकी दु:ख-तकलीफों को भोगा है।’ पवित्र बाइबल तब राजा सुलैमान ने याजक एब्यातार से कहा, “मुझे तुमको मार डालना चाहिये, किन्तु मैं तुम्हें अपने घर अनातोत में लौट जाने देता हूँ। मैं तुम्हें अभी मारूँगा नहीं क्योंकि मेरे पिता दाऊद के साथ चलते समय तुमने पवित्र सन्दूक को ले चलने में सहायता की थी जब तुम मेरे पिता दाऊद के साथ थे और मैं जानता हूँ कि उन सभी विपत्तियों के समय में मेरे पिता के समान तुमने भी हाथ बटाया।” Hindi Holy Bible और एब्यातार याजक से राजा ने कहा, अनातोत में अपनी भूमि को जा; क्योंकि तू भी प्राणदण्ड के योग्य है। आज के दिन तो मैं तुझे न मार डालूंगा, क्योंकि तू मेरे पिता दाऊद के साम्हने प्रभु यहोवा का सन्दूक उठाया करता था; और उन सब दु:खों में जो मेरे पिता पर पड़े थे तू भी दु:खी था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब एब्यातार याजक से राजा ने कहा, “अनातोत में अपनी भूमि को जा; क्योंकि तू भी प्राणदण्ड के योग्य है। आज के दिन तो मैं तुझे न मार डालूँगा, क्योंकि तू मेरे पिता दाऊद के सामने प्रभु यहोवा का सन्दूक उठाया करता था; और उन सब दु:खों में जो मेरे पिता पर पड़े थे तू भी दु:खी था।” सरल हिन्दी बाइबल इसके बाद राजा ने पुरोहित अबीयाथर से कहा, “आप अनाथोथ चले जाइए, जहां आपकी पैतृक संपत्ति है. सही तो यह था कि आपको मृत्यु दंड दिया जाता, मगर इस समय मैं आपकी हत्या नहीं करूंगा, क्योंकि आपने मेरे पिता दावीद के सामने प्रभु याहवेह की वाचा के संदूक को उठाया था, साथ ही आप मेरे पिता के बुरे समय में उनके साथ बने रहे.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब एब्यातार याजक से राजा ने कहा, “अनातोत में अपनी भूमि को जा; क्योंकि तू भी प्राणदण्ड के योग्य है। आज के दिन तो मैं तुझे न मार डालूँगा, क्योंकि तू मेरे पिता दाऊद के सामने प्रभु यहोवा का सन्दूक उठाया करता था; और उन सब दुःखों में जो मेरे पिता पर पड़े थे तू भी दुःखी था।” |
यह सुनकर दाऊद का क्रोध उस धनी मनुष्य के प्रति बहुत भड़क उठा। उसने नातान से कहा, ‘जीवन्त प्रभु की सौगन्ध! यह अन्याय करनेवाला मनुष्य निश्चय ही मृत्यु-दण्ड के योग्य है।
वह आज नीचे घाटी में गया है। उसने अनेक बैलों, हृष्ट-पुष्ट पशुओं और भेड़ों की बलि की है, और राजकुमारों, सेनापति योआब और पुरोहित एबयातर को निमन्त्रित किया है। देखिए, वे उसके साथ खा-पी रहे हैं। वे यह भी कह रहे हैं’ “महाराज अदोनियाह अमर हों!”
उसने योआब बेन-सरूयाह और पुरोहित एबयातर से विचार-विमर्श किया। उन्होंने अदोनियाह का अनुसरण किया और उसकी सहायता की।
तत्पश्चात् राजा ने योआब के स्थान पर बनायाह बेन-यहोयादा को सेनापति तथा एबयातर के स्थान पर सादोक को पुरोहित नियुक्त किया।
यिर्मयाह का इतिहास : यिर्मयाह के पिता का नाम हिल्कियाह था। उनका पिता बिन्यामिन कुलक्षेत्र के अनातोत नगर के पुरोहितों में से एक था।
“जो कोई इन छोटों में से किसी को शिष्य मान कर केवल कटोरा भर ठंडा पानी पिलाएगा, तो मैं तुम से सच कहता हूँ कि वह अपना पुरस्कार कदापि नहीं खोएगा।”
तब तू अपनी दुर्दशा में इस्राएलियों की समृद्धि जो मैं उन पर बरसाऊंगा ईष्र्या की दृष्टि से देखेगा। तेरे परिवार में कोई वृद्ध पुरुष कभी नहीं होगा!
यह काम, जो तुमने किया, अच्छा नहीं है। जीवन्त प्रभु की सौगन्ध! तुम लोग मृत्यु-दण्ड के पात्र हो। तुमने अपने स्वामी, प्रभु के अभिषिक्त राजा पर पहरा नहीं दिया। अब देखो, महाराज का भाला कहां है? उनके सिरहाने की पानी की सुराही कहां है?’