तुम अमासा से यह कहना, “क्या तू मेरी ही हड्डी और मांस नहीं है? यदि अब मैं तुझे योआब के स्थान पर सेनापति नहीं नियुक्त करूँ तो परमेश्वर मुझे कठोर से कठोर दण्ड दे।” ’
1 राजाओं 2:23 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तब राजा सुलेमान ने प्रभु की यह शपथ खाई, ‘यदि अदोनियाह को अपनी इस बात का मूल्य प्राण से न चुकाना पड़े तो परमेश्वर मेरे साथ यही व्यवहार करे, वरन् इससे अधिक कठोर दण्ड मुझे दे। पवित्र बाइबल तब सुलैमान ने यहोवा से एक प्रतिज्ञा की। उसने कहा, “मैं प्रतिज्ञा करता हूँ कि मुझसे यह माँग करने के लिये मैं अदोनिय्याह से भुगतान कराऊँगा। मैं प्रतिज्ञा करता हूँ कि उसे इसका मूल्य अपने जीवन से चुकाना पड़ेगा। Hindi Holy Bible और राजा सुलैमान ने यहोवा की शपथ खाकर कहा, यदि अदोनिय्याह ने यह बात अपने प्राण पर खेलकर न कही हो तो परमेश्वर मुझ से वैसा ही क्या वरन उस से भी अधिक करे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और राजा सुलैमान ने यहोवा की शपथ खाकर कहा, “यदि अदोनिय्याह ने यह बात अपने प्राण पर खेलकर न कही हो तो परमेश्वर मुझ से वैसा ही क्या वरन् उससे भी अधिक करे। सरल हिन्दी बाइबल तब राजा शलोमोन ने याहवेह की शपथ लेते हुए कहा, “परमेश्वर मेरे साथ ऐसा ही, बल्कि इससे भी कहीं अधिक करें, यदि अदोनियाह अपनी इस बात का मूल्य अपने प्राणों से न चुकाए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और राजा सुलैमान ने यहोवा की शपथ खाकर कहा, “यदि अदोनिय्याह ने यह बात अपने प्राण पर खेलकर न कही हो तो परमेश्वर मुझसे वैसा ही क्या वरन् उससे भी अधिक करे। |
तुम अमासा से यह कहना, “क्या तू मेरी ही हड्डी और मांस नहीं है? यदि अब मैं तुझे योआब के स्थान पर सेनापति नहीं नियुक्त करूँ तो परमेश्वर मुझे कठोर से कठोर दण्ड दे।” ’
अभी दिन का समय था। लोग दाऊद को भोजन कराने के लिए आए। परन्तु दाऊद ने यह शपथ खाई, ‘यदि मैं सूर्यास्त के पहले भोजन अथवा अन्य वस्तु खाऊं तो परमेश्वर मेरे साथ अपनी इच्छा के अनुसार कठोर व्यवहार करे।’
अब जो शपथ प्रभु परमेश्वर ने दाऊद से खाई थी, कि वह शाऊल के राज-परिवार से राज्य-सत्ता वापस ले लेगा, और इस्राएल एवं यहूदा प्रदेश पर, दान नगर से बएर-सेबा तक, दाऊद की राज्य-सत्ता स्थापित करेगा−यदि मैं परमेश्वर की इस शपथ को पूरा न करूँ, तो परमेश्वर मुझ-अब्नेर से कठोर से कठोर व्यवहार करे।’
अत: ईजेबेल ने एलियाह के पास एक दूत के हाथ से सन्देश भेजा, ‘जैसे तूने मेरे नबियों के प्राण लिए, वैसे ही यदि मैं कल इस समय तक तेरा प्राण न लूं, तो देवता मेरे साथ कठोरतम व्यवहार करें।’
बेन-हदद ने अहाब के पास यह सन्देश भेजा, ‘सौगन्ध है मुझे : यदि मेरी विशाल सेना, जो मेरे पीछे आ रही है, तेरे सामरी नगर को पैरों से न रौंदे तो मेरे देवता मुझसे कठोरतम व्यवहार करें।’
राजा ने कहा, ‘यदि मैं आज एलीशा बेन-शाफट का सिर उसके धड़ से अलग नहीं करूंगा तो परमेश्वर मेरे साथ भी यही व्यवहार करे, वरन् वह इससे भी अधिक कठोर व्यवहार करे!’
राजा का क्रोध सिंह की दहाड़ के समान भयावह होता है; जो मनुष्य राजा का क्रोध भड़काता है, वह अपने प्राण से हाथ धोता है।
बुद्धिमान मनुष्य के मुख के शब्द उसके लिए दूसरों की कृपा के साधन हैं। किन्तु मूर्ख मनुष्य के ओंठ उसके विनाश के कारण हैं।
स्वामी ने उससे कहा, ‘दुष्ट सेवक! मैं तेरे ही शब्दों से तेरा न्याय करूँगा। तू जानता था कि मैं निर्दय व्यक्ति हूँ। मैंने जो जमा नहीं किया, उसे निकालता हूँ और जो नहीं बोया, उसे काटता हूँ।
जहाँ आप अन्तिम सांस लेंगी, वहाँ मैं भी मरकर दफन हूँगी। यदि मृत्यु भी हमें एक-दूसरे से अलग करे तो प्रभु मेरे साथ कठोर व्यवहार करे, नहीं, उससे भी अधिक बुरा व्यवहार करे।’
शाऊल ने कहा, ‘परमेश्वर मेरे साथ ऐसा ही व्यवहार करे; नहीं, इससे अधिक कठोर व्यवहार करे! योनातन, तुम्हें निश्चय ही मृत्यु-दण्ड दिया जाएगा।’