उसने परमेश्वर के जन का पीछा किया। परमेश्वर का जन बांज वृक्ष के नीचे बैठा था। वह उससे मिला। वृद्ध नबी ने उससे पूछा, ‘क्या तुम ही परमेश्वर के जन हो? क्या तुम ही यहूदा प्रदेश से आए हो?’ उसने उत्तर दिया, “हाँ, मैं ही हूं।”
1 राजाओं 19:4 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) और स्वयं निर्जन प्रदेश की ओर चले गए। उन्होंने एक दिन का मार्ग पार किया। वह झाऊ वृक्ष के नीचे बैठ गए। उन्होंने प्रभु से अपनी मृत्यु मांगी। उन्होंने कहा, ‘प्रभु, अब बहुत हो गया! तू मेरे प्राण ले ले। मैं अपने पूर्वजों से गया-बीता हूं।’ पवित्र बाइबल तब एलिय्याह पूरे दिन मरूभूमि में चला। एलिय्याह एक झाड़ी के नीचे बैठा। उसने मृत्यु की याचना की। एलिय्याह ने कहा, “यहोवा यह मेरे लिये बहुत है मुझे मरने दे। मैं अपने पूर्वजों से अधिक अच्छा नहीं हूँ।” Hindi Holy Bible और आप जंगल में एक दिन के मार्ग पर जा कर एक झाऊ के पेड़ के तले बैठ गया, वहां उसने यह कह कर अपनी मृत्यु मांगी कि हे यहोवा बस है, अब मेरा प्राण ले ले, क्योंकि मैं अपने पुरखाओं से अच्छा नहीं हूँ। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु वह स्वयं जंगल में एक दिन के मार्ग पर जाकर एक झाऊ के पेड़ के तले बैठ गया, वहाँ उसने यह कह कर अपनी मृत्यु माँगी, “हे यहोवा, बस है; अब मेरा प्राण ले ले, क्योंकि मैं अपने पुरखाओं से अच्छा नहीं हूँ।” सरल हिन्दी बाइबल और वह खुद एक दिन की यात्रा कर बंजर भूमि में जा पहुंचे, जहां वह एक झाऊ के पेड़ के नीचे बैठ गए. वहां उन्होंने इन शब्दों में अपनी मृत्यु की प्रार्थना की, “याहवेह, अब तो बहुत हो चुका. मेरे प्राण ले लीजिए. मुझमें मेरे पूर्वजों की तुलना में कुछ भी अच्छा नहीं है.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और आप जंगल में एक दिन के मार्ग पर जाकर एक झाऊ के पेड़ के तले बैठ गया, वहाँ उसने यह कहकर अपनी मृत्यु माँगी, “हे यहोवा बस है, अब मेरा प्राण ले ले, क्योंकि मैं अपने पुरखाओं से अच्छा नहीं हूँ।” |
उसने परमेश्वर के जन का पीछा किया। परमेश्वर का जन बांज वृक्ष के नीचे बैठा था। वह उससे मिला। वृद्ध नबी ने उससे पूछा, ‘क्या तुम ही परमेश्वर के जन हो? क्या तुम ही यहूदा प्रदेश से आए हो?’ उसने उत्तर दिया, “हाँ, मैं ही हूं।”
एलियाह डर गए। वह उठे और प्राण बचा कर भागे। वह यहूदा प्रदेश के बएर-शेबा नगर में आए। वहाँ उन्होंने अपने सेवक को छोड़ दिया,
तब वह झाऊ वृक्ष के नीचे लेट गए। उन्हें नींद आ गई। अचानक एक स्वर्गदूत ने उनका स्पर्श किया। उसने एलियाह से कहा, ‘उठ! भोजन कर।’
वे चलते-चलते बातें कर रहे थे। सहसा एक अग्निमय रथ और अग्निमय अश्वों ने उन्हें अलग कर दिया। एलियाह बवण्डर पर सवार होकर स्वर्ग को जाने लगे।
यदि मैं यह कहूं, कि मैं तेरी चर्चा न करूंगा, तेरे नाम से नहीं बोलूंगा, तो मेरे हृदय में मानो अग्नि धधक उठती है, और वह हड्डियों में समा जाती है। मैं उस आग को बाहर निकलने से रोक नहीं पाता हूं; सचमुच मैं उसको रोक सकने में असमर्थ हो जाता हूं।
कलनेह नगर को जाओ, और उसको देखो, और वहाँ से महानगर हमात को। तत्पश्चात् पलिश्ती देश के गत नगर को जाओ क्या तुम इन नगर-राज्यों से श्रेष्ठ हो? क्या तुम्हारी राज्य-सीमाएं इन राज्यों की सीमाओं से बड़ी हैं?
इसलिए अब मैं तुझसे यह विनती करता हूं: हे प्रभु, तू मेरा प्राण मुझसे ले ले। मेरे लिए जीवित रहने की अपेक्षा मरना अच्छा है।’
जब सूरज निकला तब परमेश्वर ने पूर्व दिशा से गरम हवा बहाई। योना के सिर पर सूरज की किरणें पड़ीं और वह बेहोश हो गया। योना मृत्यु की इच्छा करने लगा। उसने कहा, ‘मेरे लिए जीवित रहने की अपेक्षा मरना अच्छा है।’
क्या तू नो-आमोन नगरी से बेहतर है? वह नील नदी के तट पर, जल से घिरी हुई थी। उसका परकोटा सागर था, और उसकी शहरपनाह नदी का जल।
यदि तू मुझसे ऐसा व्यवहार करेगा, तो मुझपर कृपा कर, और अविलम्ब मेरा वध कर दे जिससे मुझे अपनी दुर्दशा अपनी आंखों से देखनी न पड़े।’
आकाश के पक्षियों को देखो। वह न तो बोते हैं, न लुनते हैं और न बखारों में जमा करते हैं। फिर भी तुम्हारा स्वर्गिक पिता तुम्हें खिलाता है। क्या तुम उनसे बढ़ कर नहीं हो?
वहाँ याकूब का कुआँ है। येशु यात्रा से थक गये थे, इसलिए वह कुएँ के पास यों ही बैठ गये। यह लगभग दोपहर का समय था।
तो, क्या हम यहूदी दूसरों की अपेक्षा बेहतर स्थिति में हैं? कदापि नहीं! हम यह आरोप लगा चुके हैं कि सब, चाहे यहूदी हों या यूनानी, पाप के अधीन हैं,