राजा ने यह शपथ खाई : ‘जीवन्त प्रभु की सौगन्ध, जिसने बैरियों से मेरे प्राण को बचाया था।
1 राजाओं 18:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) आपके जीवंत प्रभु परमेश्वर की सौगन्ध! मैं यह सच कह रहा हूं। पृथ्वी का कोई राष्ट्र, कोई राज्य नहीं बचा, जहाँ आपको महाराज ने नहीं ढूंढ़ा। जब उन राष्ट्रों अथवा राज्यों ने यह कहा, “एलियाह यहाँ नहीं है,” तब महाराज ने उन्हें शपथ खिलाई और उनके मुख से यह कहलवाया कि उन्होंने सचमुच आपको नहीं देखा है। पवित्र बाइबल यहोवा, तुम्हारे परमेश्वर की सत्ता जैसे निश्चित है, वैसे ही यह निश्चित है, कि राजा तुम्हारी खोज कर रहा है। उसने हर एक देश में तुम्हारा पता लगाने के लिये आदमी भेज रखे हैं। यदि किसी देश के राजा ने यह कहा कि तुम उसके देश में नहीं हो, तो अहाब ने उसे यह शपथ खाने को विवश किया कि तुम उसके देश में नहीं हो। Hindi Holy Bible तेरे परमेश्वर यहोवा के जीवन की शपथ कोई ऐसी जाति वा राज्य नहीं, जिस में मेरे स्वामी ने तुझे ढूंढ़ने को न भेजा हो, और जब उन लोगों ने कहा, कि वह यहां नहीं है, तब उसने उस राज्य वा जाति को इसकी शपथ खिलाई कि एलिय्याह नहीं मिला। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तेरे परमेश्वर यहोवा के जीवन की शपथ कोई ऐसी जाति या राज्य नहीं, जिसमें मेरे स्वामी ने तुझे ढूँढ़ने को न भेजा हो, और जब उन लोगों ने कहा, ‘वह यहाँ नहीं है,’ तब उसने उस राज्य या जाति को इसकी शपथ खिलाई कि एलिय्याह नहीं मिला। सरल हिन्दी बाइबल “याहवेह, आपके जीवित परमेश्वर की शपथ, न तो कोई ऐसा देश है न ऐसा राष्ट्र, जहां मेरे स्वामी ने आपको खोजने किसी को न भेजा हो. और जब उन्हें यह सूचना दी गयी, एलियाह तो यहां भी नहीं है, वह उस देश और राष्ट्र से शपथ खिलाई, कि खोजने पर भी उन्हें आप नहीं मिले. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तेरे परमेश्वर यहोवा के जीवन की शपथ कोई ऐसी जाति या राज्य नहीं, जिसमें मेरे स्वामी ने तुझे ढूँढ़ने को न भेजा हो, और जब उन लोगों ने कहा, ‘वह यहाँ नहीं है,’ तब उसने उस राज्य या जाति को इसकी शपथ खिलाई कि वह नहीं मिला। |
राजा ने यह शपथ खाई : ‘जीवन्त प्रभु की सौगन्ध, जिसने बैरियों से मेरे प्राण को बचाया था।
गिलआद प्रदेश में तिश्बे नामक एक नगर था। इस नगर के रहनेवाले एलियाह ने अहाब से कहा, ‘जिस इस्राएली राष्ट्र के प्रभु परमेश्वर के सम्मुख मैं सेवारत रहता हूं, उस जीवंत प्रभु की सौगन्ध! जब तक मैं नहीं कहूंगा, तब तक इन वर्षों में न ओस गिरेगी और न वर्षा होगी।’
वह बोली, ‘आपके जीवंत प्रभु परमेश्वर की सौगन्ध! मेरे घर में पका हुआ भोजन नहीं है। घड़े में मुट्ठी भर आटा, और कुप्पी में नाममात्र को तेल है। मैं दो-एक लकड़ी बीन रही हूं। मैं घर जाकर अपने लिए और अपने पुत्र के लिए रोटी बनाऊंगी। तब हम खाएंगे। इसके बाद तो भूख से मरना ही है।’
अत: एलियाह चले गए। उन्होंने प्रभु के वचन के अनुसार कार्य किया। वह यर्दन नदी की पूर्व दिशा में स्थित करीत घाटी में रहने लगे।
‘उठ, और सीदोन राज्य के सारफत नगर को जा। वहाँ तू रहना। मैंने यह प्रबन्ध किया है कि एक विधवा वहाँ तुझे भोजन खिलाएगी।’
तब एलियाह ने कहा, ‘जिस स्वर्गिक सेनाओं के प्रभु के सम्मुख में सेवारत रहता हूं, उस जीवंत प्रभु की सौगन्ध! मैं आज ही अहाब के सम्मुख प्रकट होऊंगा।’
परन्तु ओबद्याह ने कहा, ‘स्वामी, मैंने क्या अपराध किया है कि आप मुझे, अपने सेवक को महाराज अहाब के हाथ में सौंपना चाहते हैं? मेरा वध क्यों करवाना चाहते हैं?
जिस प्रभु ने मुझे मेरे पिता के सिंहासन पर बैठाया, मुझे दृढ़ बनाया, जिसने अपनी प्रतिज्ञा के अनुसार मेरे पिता के लिए राजवंश की स्थापना की, उस जीवन्त प्रभु की सौगन्ध! आज ही अदोनियाह को मृत्यु-दण्ड दिया जाएगा।’
किन्तु मीकायाह ने कहा, ‘जीवन्त प्रभु की सौगन्ध! जो वचन प्रभु मुझसे कहेगा, वही मैं बोलूंगा।’
अहंकारवश दुर्जन पीड़ित मनुष्य का शिकार करते हैं; वे स्वयं उस षड्यन्त्र में फंस जाएं, जिसे उन्होंने रचा है।
तू उन्हें अपनी उपस्थिति की छाया में मनुष्यों के षड्यन्त्र से छिपा लेता है; तू अपने आश्रय में उन्हें कलह-प्रिय जीभ से सुरक्षित रखता है।
ओ सर्वोच्च प्रभु के आश्रय में रहने वाले, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की छाया में निवास करने वाले,
उच्चाधिकारी बोले, ‘तुम और यिर्मयाह, दोनों, भाग कर कहीं छिप जाओ। किसी को पता न चले कि तुम कहां हो।’
राजा ने अपने पुत्र यरहमेल को तथा सरायाह बेन-अज्रीएल और शेलेम्याह बेन-अब्देल को आदेश दिया कि लेखक बारूक और नबी यिर्मयाह को गिरफ्तार कर लो। परन्तु प्रभु ने दोनों को छिपा दिया।
इस पर लोगों ने येशु को मारने के लिए पत्थर उठाये, किन्तु वह छिपकर मन्दिर से निकल गये।
इसलिए, तुम ध्यान से उन सब गुप्त स्थानों को देखो जहां वह छिपता है। तब तुम निश्चित खबर लेकर मेरे पास आना। मैं तुम्हारे साथ चलूंगा। यदि वह तुम्हारे प्रदेश में होगा तो मैं यहूदा के हजारों गोत्रों में उसे खोज निकालूंगा’
आकीश ने दाऊद को बुलाया। उसने दाऊद से कहा, ‘जीवन्त प्रभु की सौगन्ध! तुम निष्ठावान हो। मेरी दृष्टि में यह उचित प्रतीत होता है कि तुम पड़ाव में मेरे साथ आओ-जाओ। जब से तुम मेरे पास आए हो तब से आज तक मैंने तुममें कोई बुराई नहीं पाई। फिर भी तुम पलिश्ती सामन्तों की दृष्टि में संदिग्ध हो।