यारोबआम ने अपनी पत्नी से यह कहा, ‘उठो और भेष बदलो जिससे लोग तुम्हें पहिचान न सकें कि तुम मेरी पत्नी हो। तब तुम शिलोह नगर जाना। वहाँ नबी अहियाह रहते हैं। उन्होंने मुझसे कहा था कि मैं इस्राएली लोगों पर राज्य करूंगा।
1 राजाओं 14:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) परन्तु जब वह प्रवेश-द्वार पर पहुंची, अहियाह ने उसके कदमों की आवाज सुन ली। अहियाह ने कहा, ‘आओ, यारोबआम की पत्नी, भीतर आओ।’ और उससे पूछा, ‘तुमने क्यों दूसरी स्त्री होने का बहाना किया? मुझे तुम्हारे लिए एक अप्रिय सन्देश प्राप्त हुआ है। पवित्र बाइबल अहिय्याह ने उसके द्वार पर आने की आवाज सुनी। अत: अहिय्याह ने कहा, “यारोबाम की पत्नी, यहाँ आओ। तुम क्यों यह प्रयत्न कर रही हो कि लोग यह समझें कि तुम कोई अन्य हो मेरे पास तुम्हारे लिये कुछ बुरी सूचनायें हैं। Hindi Holy Bible जब अहिय्याह ने द्वार में आते हुए उसके पांव की आहट सुनी तब कहा, हे यारोबाम की स्त्री! भीतर आ; तू अपने को क्यों दूसरी स्त्री बनाती है? मुझे तेरे लिये भारी सन्देशा मिला है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जब अहिय्याह ने द्वार में आते हुए उसके पाँव की आहट सुनी तब कहा, “हे यारोबाम की स्त्री! भीतर आ; तू अपने को क्यों दूसरी स्त्री बनाती है? मुझे तेरे लिये भारी सन्देशा मिला है। सरल हिन्दी बाइबल अहीयाह उसके पदचाप सुन रहे थे. जैसे ही वह द्वार पर पहुंची, अहीयाह ने पुकारते हुए कहा, “श्रीमती यरोबोअम, भीतर आ जाइए. क्या लाभ है आपके वेष बदलने का? मुझे आपको अप्रिय समाचार देने का दायित्व सौंपा गया है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जब अहिय्याह ने द्वार में आते हुए उसके पाँव की आहट सुनी तब कहा, “हे यारोबाम की स्त्री! भीतर आ; तू अपने को क्यों दूसरी स्त्री बनाती है? मुझे तेरे लिये बुरा सन्देशा मिला है। |
यारोबआम ने अपनी पत्नी से यह कहा, ‘उठो और भेष बदलो जिससे लोग तुम्हें पहिचान न सकें कि तुम मेरी पत्नी हो। तब तुम शिलोह नगर जाना। वहाँ नबी अहियाह रहते हैं। उन्होंने मुझसे कहा था कि मैं इस्राएली लोगों पर राज्य करूंगा।
प्रभु ने अहियाह से कहा, ‘देख, यारोबआम की पत्नी अपने पुत्र के स्वास्थ्य के विषय में तुझसे पूछ-ताछ करने के लिए आ रही है। उसका पुत्र बीमार है। तू उससे अमुक-अमुक बातें कहना।’ जब वह आई तब उसने दूसरी स्त्री होने का बहाना किया।
जाओ, और यारोबआम से यह कहो: इस्राएली राष्ट्र का प्रभु परमेश्वर यों कहता है, “मैंने तुझे समाज में उन्नत किया। मैंने तुझे अपने निज लोग इस्राएलियों का अगुआ बनाया।
नबी ने राजा से कहा, ‘प्रभु यों कहता है : जिस व्यक्ति का पूर्ण संहार करने के लिए मैंने उसको तेरे हाथ में सौंपा था, तूने उसको मुक्त कर दिया। इसलिए मैं उसके प्राण के बदले में तेरा प्राण लूंगा। उसकी जनता के बदले में तेरी जनता का संहार करूंगा।’
इस्राएल प्रदेश के राजा ने यहोशाफट को बताया, ‘यहां एक आदमी है। उससे हम प्रभु का वचन प्राप्त कर सकते हैं। उसका नाम मीकायाह बेन-यिम्लाह है। पर मैं उससे घृणा करता हूँ; क्योंकि वह मेरे विषय में कभी शुभ नबूवत नहीं करता, वरन् सदा अशुभ ही कहता है।’ यहोशाफट ने कहा, ‘महाराज, ऐसा मत बोलिए।’
वह चालाक को उसकी चालाकी के जाल में फंसाता है, कुटिल लोगों की योजानाएँ शीघ्र असफल हो जाती हैं।
प्रभु राष्ट्रों के परमार्श को विफल कर देता है; वह जातियों के विचारों को व्यर्थ कर देता है।
मानव-पुत्र तो जा रहा है, जैसा कि उसके विषय में धर्मग्रन्थ में लिखा है; परन्तु धिक्कार है उस मनुष्य को, जो मानव-पुत्र को पकड़वा रहा है! उस मनुष्य के लिए अच्छा यही होता कि वह उत्पन्न ही नहीं हुआ होता।”
परमेश्वर से कोई भी सृष्ट वस्तु छिपी नहीं है। उसकी आंखों के सामने सब कुछ खुला और अनावृत्त है। उसी को हमें लेखा देना पड़ेगा।
शमूएल ने शाऊल से कहा, ‘रुक जाओ। जो बात प्रभु ने कल रात मुझसे कही है, वह मैं तुम्हें बताऊंगा।’ शाऊल ने उससे कहा, ‘बताइए।’
शमूएल ने शाऊल से कहा, ‘मैं तुम्हारे साथ वापस नहीं जाऊंगा। तुमने प्रभु के वचन को मानने से इनकार किया है। इसलिए प्रभु ने भी तुम्हें इस्राएलियों के राजा के रूप में अस्वीकार किया है।’
तूने प्रभु की आज्ञा नहीं मानी। तूने अमालेकी जाति के प्रति प्रभु के भयंकर क्रोध को चरितार्थ नहीं किया। इसलिए आज प्रभु ने तेरे साथ यह व्यवहार किया है।