एक दिन हदद ने मिस्र देश में सुना कि दाऊद अपने मृत पूर्वजों के साथ चिरनिद्रा में सो गया और सेनापति योआब की भी मृत्यु हो गई। तब हदद ने फरओ से यह कहा, ‘कृपया, मुझे जाने की अनुमति दीजिए। मैं स्वदेश जाऊंगा।’
1 राजाओं 11:22 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) फरओ ने उससे कहा, ‘मेरे पास तुम्हें किस वस्तु का अभाव है जिससे तुम अपने देश जाना चाहते हो?’ हदद ने उत्तर दिया, ‘मुझे किसी वस्तु का अभाव नहीं है। परन्तु महाराज, मुझे अवश्य जाने दीजिए।’ तत्पश्चात् हदद ने इस्राएली राष्ट्र की इस प्रकार हानि की : वह इस्राएली राष्ट्र को दबाता रहा और एदोम देश पर राज्य करता रहा। पवित्र बाइबल किन्तु फ़िरौन ने उत्तर दिया, “मैंने तुम्हें सारी चीज़, जिनकी तुम्हें यहाँ आवश्यकता है, दी है! तुम अपने देश में वापस क्यों जाना चाहते हो?” हदद ने उत्तर दिया, “कृपया मुझे घर लौटने दें।” Hindi Holy Bible फ़िरौन ने उस से कहा, क्यों? मेरे यहां तुझे क्या घटी हुई कि तू अपने देश को जला जाना चाहता है? उसने उत्तर दिया, कुछ नहीं हुई, तौभी मुझे अवश्य जाने दे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फ़िरौन ने उससे कहा, “क्यों? मेरे यहाँ तुझे क्या घटी हुई कि तू अपने देश को चला जाना चाहता है?” उसने उत्तर दिया, “कुछ नहीं हुई, तौभी मुझे अवश्य जाने दे।” सरल हिन्दी बाइबल मगर फ़रोह ने उससे कहा, “मेरे यहां ऐसी क्या कमी है कि तुम अपने देश को जाना चाह रहे हो?” हदद ने उत्तर दिया, “कमी तो कुछ भी नहीं है, मगर फिर भी मुझे जाने दीजिए.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फ़िरौन ने उससे कहा, “क्यों? मेरे यहाँ तुझे क्या घटी हुई कि तू अपने देश को चला जाना चाहता है?” उसने उत्तर दिया, “कुछ नहीं हुई, तो भी मुझे अवश्य जाने दे।” |
एक दिन हदद ने मिस्र देश में सुना कि दाऊद अपने मृत पूर्वजों के साथ चिरनिद्रा में सो गया और सेनापति योआब की भी मृत्यु हो गई। तब हदद ने फरओ से यह कहा, ‘कृपया, मुझे जाने की अनुमति दीजिए। मैं स्वदेश जाऊंगा।’
परमेश्वर ने सुलेमान का एक और विरोधी उत्पन्न किया। उसका नाम रजोन बेन-एलयादा था। वह अपने स्वामी हदद-एजेर के पास से, जो सोबा राज्य का राजा था, भाग गया।
क्रोध से दूर रहो, और रोष को त्याग दो। स्वयं को क्षुब्ध न करो; क्षोभ केवल बुराई की ओर ले जाता है।
घर छोड़कर चला जानेवाला आदमी उस पक्षी की तरह भटकता है, जो अपने घोंसले से दूर चला गया है।
ओ लोगो, मुझ-प्रभु के वचन पर ध्यान दो। क्या मैं इस्राएली कौम के लिए निर्जन प्रदेश के सदृश अथवा घोर अन्धकारमय क्षेत्र के सदृश भटकाने वाला था? तब मेरे निज लोग यह क्यों कहते हैं, “हम स्वतन्त्र हैं, हम तेरे पास नहीं आएंगे” ?
किन्तु उसने जोर देकर यह कहा, “मुझे आपके साथ चाहे मरना ही क्यों न पड़े, मैं आप को कभी अस्वीकार नहीं करूँगा।” अन्य सब शिष्यों ने भी ऐसा ही कहा।
येशु ने शिष्यों से कहा, “जब मैंने तुम्हें बटुए, झोली और जूतों के बिना भेजा था, तब क्या तुम्हें किसी वस्तु की कमी हुई थी?”