शाऊल के पुत्र योनातन का एक पुत्र था। वह दोनों पैरों से लगड़ा हो गया था। जब यिज्रएल नगर से शाऊल और योनातन की मृत्यु का समाचार आया, तब वह पांच वर्ष का था। उसकी धाय ने उसे उठाया, और वह भागी। परन्तु धाय के उतावली से भागने के कारण बालक भूमि पर गिर गया, और उसके पैर टूट गए। उसका नाम मफीबोशेत था।
उन्होंने मिद्यान देश से प्रस्थान किया। वे परान देश में आए। उन्होंने वहाँ से कुछ लोगों को अपने साथ लिया, और वे मिस्र देश के राजा फरओ के पास पहुँचे। फरओ ने हदद को मकान, भोजन-व्यवस्था और भूमि प्रदान की।
किन्तु राजा योराम की पुत्री यहोशाबा ने, जो अहज्याह की बहिन थी, अपने भतीजे योआश का अन्य राजकुमारों के मध्य से, जिनकी हत्या की जानेवाली थी, अपहरण कर लिया। उसने योआश और उसकी धाय को शयनागार में छिपा दिया। यों उसने अतल्याह की दृष्टि से उसको छिपा दिया। अत: योआश का वध नहीं हुआ।