जो कुछ भी शबा देश की रानी ने राजा सुलेमान से मांगा, वह राजा सुलेमान ने उसकी इच्छा के अनुसार उसे दिया। इसके अतिरिक्त राजा सुलेमान ने अपने सामर्थ्य के अनुसार शबा देश की रानी को उपहार भी दिए। उसके बाद वह विदा हुई। वह अपने सेवक-सेविकाओं के साथ अपने देश को लौट गई।
इसके अतिरिक्त जो तूने नहीं मांगा, वह भी मैं तुझे देता हूं : धन-सम्पत्ति और वैभव! तेरे जीवन-काल में कोई भी राजा तेरे समान समृद्ध और वैभवशाली नहीं होगा।
इनके अतिरिक्त मैंने राजाओं और प्रदेशों का सोना, चांदी और धन भी अपने पास इकट्ठा कर रखा था। मेरे दरबार में अनेक गायिकाएँ और गायक थे। मेरे पास पुरुष का दिल बहलानेवाली अनेक रखेल स्त्रियाँ भी थीं।