अर्की जाति का हूशय, जो दाऊद का मित्र था, अबशालोम के पास आया। उसने अबशालोम से यह कहा, ‘महाराज चिरायु हों! महाराज चिरायु हों!’
1 राजाओं 1:25 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वह आज नीचे घाटी में गया है। उसने अनेक बैलों, हृष्ट-पुष्ट पशुओं और भेड़ों की बलि की है, और राजकुमारों, सेनापति योआब और पुरोहित एबयातर को निमन्त्रित किया है। देखिए, वे उसके साथ खा-पी रहे हैं। वे यह भी कह रहे हैं’ “महाराज अदोनियाह अमर हों!” पवित्र बाइबल आज उसने घाटी में विशेष मेलबलियाँ भेंट की हैं। उसने कई बैलों, मोटे बछड़ों और भेड़ों को मारा है और उसने आपके अन्य सभी पुत्रों, सेना के सेनापति और याजक एब्यातार को आमन्त्रित किया है। अब वे उनके साथ खा रहे हैं और पी रहे हैं और वे कह रहे हैं, ‘राजा अदोनिय्याह दीर्घायु हो!’ Hindi Holy Bible देख उसने आज नीचे जा कर बहुत से बैल, तैयार किए हुए पशु और भेड़ें बलि की हैं, और सब राजकुमारों और सेनापतियों को और एब्यातार याजक को भी बुला लिया है; और वे उसके सम्मुख खाते पीते हुए कह रहे हैं कि अदोनिय्याह राजा जीवित रहे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) देख उसने आज नीचे जाकर बहुत से बैल, तैयार किए हुए पशु और भेड़ें बलि की हैं, और सब राजकुमारों और सेनापतियों को और एब्यातार याजक को भी बुला लिया है; और वे उसके सम्मुख खाते पीते हुए कह रहे हैं, ‘अदोनिय्याह राजा जीवित रहे।’ सरल हिन्दी बाइबल क्योंकि आज उसने जाकर बैल, हष्ट-पुष्ट पशु और बड़ी मात्रा में भेड़ों की बलि चढ़ाई है. इस मौके पर उसने सभी राजकुमारों, सेनापतियों और पुरोहित अबीयाथर को भी आमंत्रित किया है. ये सभी इस समय उसकी उपस्थिति में यह कहते हुए खुशी मना रहे है. ‘अदोनियाह सदा जीवित रहे!’ इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 देख उसने आज नीचे जाकर बहुत से बैल, तैयार किए हुए पशु और भेड़ें बलि की हैं, और सब राजकुमारों और सेनापतियों को और एब्यातार याजक को भी बुला लिया है; और वे उसके सम्मुख खाते पीते हुए कह रहे हैं, ‘अदोनिय्याह राजा जीवित रहे।’ |
अर्की जाति का हूशय, जो दाऊद का मित्र था, अबशालोम के पास आया। उसने अबशालोम से यह कहा, ‘महाराज चिरायु हों! महाराज चिरायु हों!’
अदोनियाह ने अनेक बैलों, हृष्ठ-पुष्ट पशुओं और भेड़ों की बलि की है, और राजकुमारों, पुरोहित एबयातर और सेनापति योआब को निमन्त्रित किया है। परन्तु उसने आपके सेवक सुलेमान को नहीं बुलाया।
नातान ने कहा, ‘महाराज, मेरे स्वामी, क्या आपने यह घोषणा की है: “मेरे पश्चात् अदोनियाह राज्य करेगा। वह मेरे सिंहासन पर बैठेगा?”
वहां पुरोहित सादोक और नबी नातान सुलेमान को इस्राएली राष्ट्र का राजा अभिषिक्त करेंगे। तत्पश्चात् तुम लोग नरसिंगा फूंकना, और कहना, “महाराज सुलेमान अमर हों!”
पुरोहित सादोक ने शिविर में से तेल से भरा सींग निकाला, और तेल से सुलेमान का अभिषेक किया। उसके बाद उन्होंने नरसिंगा फूंका। सब जनता ने कहा, ‘राजा सुलेमान अमर हों!’
एक दिन अदोनियाह ने एन-रोगेल झरने के निकट “सरकवां पत्थर” पर भेड़, बैल और हष्ट-पुष्ट पशु बलि किए। उसने अपने सब भाइयों, राजकुमारों, तथा यहूदा प्रदेश के समस्त राजकर्मचारियों को बलि-भोज के लिए निमन्त्रित किया।
अदोनियाह ने कहा, ‘आप जानती हैं कि यह राज्य मुझे मिलना चाहिए था। सब इस्राएली मुझपर आशा लगाए हुए थे कि मैं ही राज्य करूंगा। परन्तु राज्य का पासा पलट गया, और राज्य मेरे भाई को मिल गया; क्योंकि यह प्रभु की इच्छा थी।
तत्पश्चात् यहोयादा ने राजकुमार योआश को बाहर निकाला। उसने राजकुमार के सिर पर मुकुट रखा, उसको साक्षी-पत्र सौंपा और उसका अभिषेक किया। जनता ने ताली बजाकर जय-जयकार किया। उन्होंने कहा, ‘राजा चिरायु हो!’
उसने देखा, राजा प्रथा के अनुसार मंच पर खड़ा है। शतपति और तुरही-वादक भी राजा के समीप खड़े हैं। आम जनता आनन्द मना रही है। वे नरसिंगे फूंक रहे हैं। अतल्याह ने आतंक प्रकट करने के लिए अपने राजसी वस्त्र फाड़ दिए और वह चिल्लाई, ‘यह राज-द्रोह है!’
तत्काल हरएक व्यक्ति ने अपना अंगरखा उतार कर येहू को बैठाने के लिए उसे सीढ़ियों पर ही बिछा दिया। उन्होंने नरसिंगा फूंका, और यह जयघोष किया, ‘येहू राजा है!’
दूसरे दिन धर्मसभा ने प्रभु को बलि चढ़ाई। उन्होंने प्रभु को बलि में एक हजार बैल, एक हजार मेढ़े और एक हजार मेमने चढ़ाए। इनके साथ उन्होंने इनकी पेय-बलि भी चढ़ाई। उन्होंने समस्त इस्राएली राष्ट्र के लिए बहुत-सी अन्य बलियां चढ़ायीं। उस दिन उन्होंने प्रभु के सम्मुख अत्यधिक आनन्द के साथ बलि-भोज को खाया-पिया।
उसके बाद पुरोहित यहोयादा राजकुमार को बाहर लाया। उसने राजकुमार के सिर पर मुकुट रखा और उसको साक्षी-पत्र सौंपा। पुरोहित यहोयादा और उसके पुत्रों ने राजकुमार का अभिषेक किया, और उसको राजा घोषित कर दिया। समस्त जन-समूह ने जय-जयकार किया, और कहा, ‘राजा चिरायु हो!’
येशु के आगे-आगे और उनके पीछे आनेवाले लोग यह नारा लगा रहे थे, “दाऊद के वंशज की जय हो! जय हो! धन्य है वह, जो प्रभु के नाम पर आता है! सर्वोच्च स्वर्ग में जय हो! जय हो!”
राजा ने फिर दूसरे सेवकों को यह कहते हुए भेजा, ‘अतिथियों से कहना − देखिए! मैंने अपने भोज की तैयारी कर ली है। मेरे बैल और मोटे-मोटे पशु मारे जा चुके हैं। सब कुछ तैयार है; विवाह-भोज में पधारिए।’
“धन्य है वह राजा, जो प्रभु के नाम पर आता है! स्वर्ग में शान्ति! सर्वोच्च स्वर्ग में महिमा!”
शमूएल ने लोगों से कहा, ‘जिस व्यक्ति को प्रभु ने चुना, उसे तुमने देख लिया कि सब लोगों में उसके समान दूसरा कोई भी नहीं है।’ लोगों ने जय-जयकार किया, ‘राजा चिरायु हो!’