दूतों ने उन्हें नगर के बाहर लाकर उनसे कहा, ‘अपने प्राण बचा कर भाग जाओ। पीछे मुड़कर न देखना, और न घाटी में कहीं रुकना। पहाड़ की ओर भागो। अन्यथा तुम भी भस्म हो जाओगे।’
1 राजाओं 1:12 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैं आपको यह सलाह देता हूँ: अब आप अपने प्राण तथा अपने पुत्र सुलेमान के प्राण बचाइए। पवित्र बाइबल तुम्हारा जीवन और तुम्हारे पुत्र सुलैमान का जीवन खतरे में पड़ सकता है। किन्तु मैं तुम्हें बताऊँगा कि अपने को बचाने के लिये तुम्हें क्या करना चाहिए। Hindi Holy Bible इसलिये अब आ, मैं तुझे ऐसी सम्मति देता हूँ, जिस से तू अपना और अपने पुत्र सुलैमान का प्राण बचाए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इसलिये अब आ, मैं तुझे ऐसी सम्मति देता हूँ, जिससे तू अपना और अपने पुत्र सुलैमान का प्राण बचाए। सरल हिन्दी बाइबल इसलिये अब मेरी सलाह सुनो, कि तुम अपना और अपने पुत्र शलोमोन का जीवन सुरक्षित रख सको: इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इसलिए अब आ, मैं तुझे ऐसी सम्मति देता हूँ, जिससे तू अपना और अपने पुत्र सुलैमान का प्राण बचाए। |
दूतों ने उन्हें नगर के बाहर लाकर उनसे कहा, ‘अपने प्राण बचा कर भाग जाओ। पीछे मुड़कर न देखना, और न घाटी में कहीं रुकना। पहाड़ की ओर भागो। अन्यथा तुम भी भस्म हो जाओगे।’
आप अविलम्ब महाराज दाऊद के पास जाइए। आप उनसे यह कहिए, “क्या मेरे स्वामी, महाराज ने मुझसे अपनी सेविका से, यह शपथ नहीं खाई थी : ‘मेरे पश्चात् तुम्हारा पुत्र सुलेमान राज्य करेगा। वह मेरे सिंहासन पर बैठेगा।’ तब अदोनियाह क्यों राजा बन गया?”
अन्यथा जब महाराज, मेरे स्वामी अपने मृत पूर्वजों के साथ सो जाएंगे तब मैं और मेरा पुत्र सुलेमान अपराधी गिने जाएंगे।’
जब अहज्याह की माता अतल्याह ने देखा कि उसके पुत्र की हत्या कर दी गई, तब वह उठी, और उसने यहूदा में राज-परिवार के सब सदस्यों का संहार कर दिया।
जब योराम अपने पिता के सिंहासन पर बैठा, और जब उसकी राजसत्ता जम गई, तब उसने अपने सब भाइयों तथा देश के कुछ उच्चाधिकारियों का तलवार से वध कर दिया।
जब अहज्याह की माता अतल्याह ने देखा कि उसके पुत्र की हत्या कर दी गई, तब वह उठी, और उसने यहूदा के राज-परिवार के सब सदस्यों का संहार कर दिया।
पथ-प्रदर्शन के अभाव में कौम का पतन हो जाता है; पर यदि उचित परामर्श देनेवाले मंत्री बहुत हों तो राष्ट्र सुरक्षित रहता है।
बिना उचित सलाह के योजनाएं निष्फल हो जाती हैं; किन्तु यदि योजना में अनेक बुद्धिमानों की सम्मति प्राप्त हो, तो वह सफल हो जाती है।
योजनाएं विचार-विमर्श से निश्चित की जाती हैं, युद्ध भी बुद्धिपूर्ण मार्ग-दर्शन में लड़ा जाता है।
यिर्मयाह ने सिदकियाह को उत्तर दिया, ‘महाराज, अगर मैं सच बात आप से कहूं, तो आप निस्सन्देह मेरा वध कर देंगे। और अगर मैं आप को कोई सलाह दूं, तो वह भी आप नहीं मानेंगे।’
किन्तु पुत्र को देख कर किसानों ने एक दूसरे से कहा, ‘यह तो उत्तराधिकारी है। चलो, हम इसे मार डालें और इसकी पैतृक-सम्पत्ति पर कब्जा कर लें।’
इस पर पौलुस ने शतपति और सैनिकों से कहा, “यदि ये जलयान पर नहीं रहेंगे, तो आप लोग बच नहीं सकते।”
वह अपने पिता के घर, ओप्राह नगर को गया। उसने वहाँ अपने भाइयों, यरूब्बअल के सत्तर पुत्रों, का एक ही पत्थर पर वध कर दिया। किन्तु यरूब्बअल का सबसे छोटा पुत्र योताम बच गया, क्योंकि वह छिप गया था।