शब्द ने देह धारण कर हमारे बीच निवास किया। हम ने उसकी ऐसी महिमा देखी जैसी पिता के एकलौते पुत्र की महिमा, जो अनुग्रह और सत्य से परिपूर्ण है।
1 यूहन्ना 4:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) परमेश्वर के आत्मा को तुम इस प्रकार जान सकते हो : प्रत्येक आत्मा, जो यह स्वीकार करती है कि येशु मसीह देहधारण कर आये, वह परमेश्वर की ओर से है पवित्र बाइबल परमेश्वर की आत्मा को तुम इस तरह पहचान सकते हो: हर वह आत्मा जो यह मानती है कि, “यीशु मसीह मनुष्य के रूप में पृथ्वी पर आया है।” वह परमेश्वर की ओर से है। Hindi Holy Bible परमेश्वर का आत्मा तुम इसी रीति से पहचान सकते हो, कि जो कोई आत्मा मान लेती है, कि यीशु मसीह शरीर में होकर आया है वह परमेश्वर की ओर से है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परमेश्वर का आत्मा तुम इस रीति से पहचान सकते हो : जो आत्मा मान लेती है कि यीशु मसीह शरीर में होकर आया है वह परमेश्वर की ओर से है, नवीन हिंदी बाइबल तुम परमेश्वर के आत्मा को इससे जान सकते हो : हर एक आत्मा जो मानती है कि यीशु मसीह देह में होकर आया है, वह परमेश्वर की ओर से है, सरल हिन्दी बाइबल परमेश्वर के आत्मा को तुम इस प्रकार पहचान सकते हो: ऐसी हर एक आत्मा, जो परमेश्वर की ओर से है, यह स्वीकार करती है कि मसीह येशु का अवतार मानव के शरीर में हुआ. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परमेश्वर का आत्मा तुम इसी रीति से पहचान सकते हो, कि जो कोई आत्मा मान लेती है, कि यीशु मसीह शरीर में होकर आया है वह परमेश्वर की ओर से है। |
शब्द ने देह धारण कर हमारे बीच निवास किया। हम ने उसकी ऐसी महिमा देखी जैसी पिता के एकलौते पुत्र की महिमा, जो अनुग्रह और सत्य से परिपूर्ण है।
इसलिए मैं आप लोगों को बता देता हूँ कि कोई भी व्यक्ति परमेश्वर के आत्मा से प्रेरित हो कर यह नहीं कहता,“येशु शापित हो” और कोई भी व्यक्ति पवित्र आत्मा की प्रेरणा के बिना यह नहीं कह सकता,“येशु ही प्रभु है।”
धर्म का यह रहस्य निस्सन्देह महान् है : मसीह मनुष्य के रूप में प्रकट हुए, पवित्र आत्मा के द्वारा सत्य प्रमाणित हुए, और स्वर्गदूतों को दिखाई दिये। अन्यजातियों में उनका प्रचार हुआ, संसार भर में उन पर विश्वास किया गया और वह महिमा में ऊपर उठा लिये गये।
और यह जीवन प्रकट किया गया है। यह शाश्वत जीवन, जो पिता के यहाँ था और हम पर प्रकट किया गया है-हमने इसे देखा है, हम इसके विषय में साक्षी देते और तुम्हें इसका सन्देश सुनाते हैं।
जो पुत्र को अस्वीकार करता है, उस में पिता का निवास नहीं। जो पुत्र को स्वीकार करता है, उस में पिता का निवास है।
जो यह स्वीकार करता है कि येशु परमेश्वर के पुत्र हैं, परमेश्वर उस में निवास करता है और वह परमेश्वर में।
और प्रत्येक आत्मा, जो इस प्रकार येशु को स्वीकार नहीं करती, वह परमेश्वर की ओर से नहीं है और वह मसीह-विरोधी की आत्मा है। तुमने सुना है कि वह संसार में आने वाला है और अब तो वह संसार में आ चुका है।
जो कोई विश्वास करता है कि येशु ही मसीह हैं, वह परमेश्वर से उत्पन्न हुआ है और जो कोई जन्मदाता से प्रेम करता है, वह उसकी संतान से भी प्रेम करता है।
भ्रम में डालनेवाले बहुत-से उपदेशक संसार में फैल गये हैं। वे यह नहीं मानते कि येशु मसीह देहधारण कर आये थे। यह भ्रम में डालने वाले और मसीह-विरोधी का लक्षण है।