अत: वह भोजन से उठे। उन्होंने अपने बाहरी वस्त्र उतारे और अपनी कमर में अंगोछा बाँध लिया।
1 यूहन्ना 3:11 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जो सन्देश तुम ने प्रारम्भ से सुना है, वह यह है कि हमें एक दूसरे से प्रेम करना चाहिए। पवित्र बाइबल यह उपदेश तुमने आरम्भ से ही सुना है कि हमें परस्पर प्रेम रखना चाहिए। Hindi Holy Bible क्योंकि जो समाचार तुम ने आरम्भ से सुना, वह यह है, कि हम एक दूसरे से प्रेम रखें। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि जो समाचार तुम ने आरम्भ से सुना, वह यह है कि हम एक दूसरे से प्रेम रखें; नवीन हिंदी बाइबल जो संदेश तुमने आरंभ से सुना वह यह है कि हम एक दूसरे से प्रेम रखें। सरल हिन्दी बाइबल तुमने आरंभ ही से यह संदेश सुना है कि हममें आपस में प्रेम हो. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि जो समाचार तुम ने आरम्भ से सुना, वह यह है, कि हम एक दूसरे से प्रेम रखें। |
अत: वह भोजन से उठे। उन्होंने अपने बाहरी वस्त्र उतारे और अपनी कमर में अंगोछा बाँध लिया।
मेरी आज्ञा यह है : जिस प्रकार मैंने तुम से प्रेम किया है, उसी प्रकार तुम भी एक-दूसरे से प्रेम करो।
आप प्रेम के मार्ग पर चलें, जिस तरह मसीह ने हम लोगों से प्रेम किया और सुगन्धित भेंट तथा बलि के रूप में परमेश्वर के प्रति अपने को हमारे लिए अर्पित कर दिया।
भ्रातृ-प्रेम के विषय में आप लोगों को लिखने की कोई आवश्यकता नहीं; क्योंकि आप लोग परमेश्वर से ही एक दूसरे को प्यार करना सीख चुके हैं
इस आदेश का लक्ष्य वह प्रेम है, जो शुद्ध हृदय, निर्दोष अन्त:करण और निष्कपट विश्वास से उत्पन्न होता है।
आप लोगों ने आज्ञाकारी बन कर सत्य को स्वीकार किया और इस प्रकार निष्कपट भ्रातृप्रेम के लिए अपनी आत्मा को पवित्र कर लिया है; इसलिए अब आप लोगों को शुद्ध हृदय और सच्ची लगन से एक दूसरे से प्रेम करना चाहिए।
मुख्य बात यह है कि आप आपस में गहरा प्रेम बनाये रखें, क्योंकि प्रेम बहुत-से पाप ढाँक देता है।
वह संदेश जो हमने येशु से सुना और अब तुम को भी सुनाते हैं, यह है-परमेश्वर ज्योति है और उस में कोई भी अन्धकार नहीं!
प्रियो! यदि परमेश्वर ने हमसे इतना प्रेम किया, तो हम को भी एक दूसरे से प्रेम करना चाहिए।
इसलिए हमें मसीह से यह आदेश मिला है कि जो परमेश्वर से प्रेम करता है, उसे अपने भाई-बहिनों से भी प्रेम करना चाहिए।
प्रियो! हम एक दूसरे से प्रेम करें, क्योंकि प्रेम परमेश्वर से उत्पन्न होता है। जो प्रेम करता है, वह परमेश्वर की सन्तान है और परमेश्वर को जानता है।
अब, हे महिला! मेरा आप से एक निवेदन है। मैं आप को कोई नया आदेश नहीं, बल्कि वही आदेश लिख रहा हूँ, जो हमें प्रारम्भ से मिला है कि हम एक दूसरे से प्रेम करें।