‘वह बैरी, वह दुश्मन, यह दुष्ट हामान है!’, एस्तर ने कहा। हामान सम्राट और रानी के सामने आतंकित हो गया।
1 पतरस 5:8 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) आप संयम रखें और जागते रहें! आपका विरोधी, शैतान, दहाड़ते हुए सिंह की तरह विचरता है और ढूँढ़ता रहता है कि किसे फाड़ खाये। पवित्र बाइबल अपने पर नियन्त्रण रखो। सावधान रहो। तुम्हारा शत्रु शैतान एक गरजते सिंह के समान इधर-उधर घूमते हुए इस ताक में रहता है कि जो मिले उसे फाड़ खाए। Hindi Holy Bible सचेत हो, और जागते रहो, क्योंकि तुम्हारा विरोधी शैतान गर्जने वाले सिंह की नाईं इस खोज में रहता है, कि किस को फाड़ खाए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) सचेत हो, और जागते रहो; क्योंकि तुम्हारा विरोधी शैतान गर्जनेवाले सिंह के समान इस खोज में रहता है कि किस को फाड़ खाए। नवीन हिंदी बाइबल सचेत और जागते रहो। तुम्हारा विरोधी शैतान, गरजनेवाले सिंह के समान इस ताक में रहता है कि किसको फाड़ खाए। सरल हिन्दी बाइबल धीरज रखो, सावधान रहो. तुम्हारा विरोधी शैतान गरजते हुए सिंह जैसे इस खोज में फिरता रहता है कि किसको फाड़ खाए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 सचेत हो, और जागते रहो, क्योंकि तुम्हारा विरोधी शैतान गर्जनेवाले सिंह के समान इस खोज में रहता है, कि किसको फाड़ खाए। |
‘वह बैरी, वह दुश्मन, यह दुष्ट हामान है!’, एस्तर ने कहा। हामान सम्राट और रानी के सामने आतंकित हो गया।
प्रभु ने उससे पूछा, ‘तू कहाँ से आ रहा है?’ शैतान ने प्रभु को बताया, ‘मैं पृथ्वी पर इधर-उधर घूमते-फिरते हुए यहाँ आया हूँ।’
वे यह कहते हैं, ‘इसके विरुद्ध किसी दुर्जन को न्यायाधीश नियुक्त करो; दोषारोपण करनेवाला इसके दाहिने हाथ पर खड़ा हो।
राजा का क्रोध सिंह की दहाड़ के समान भयानक होता है; पर उसकी कृपा घास पर पड़ी ओस की बून्द के सदृश जीवनदायक होती है।
राजा का क्रोध सिंह की दहाड़ के समान भयावह होता है; जो मनुष्य राजा का क्रोध भड़काता है, वह अपने प्राण से हाथ धोता है।
जो मुझे निर्दोष सिद्ध करता है, वह मेरे निकट है, मुझ से कौन मुकदमा लड़ेगा? हम आमने-सामने खड़े हों। मेरा बैरी कौन है? वह मेरे समीप आए।
सिंह उसको देखकर गरजे; वे उसको चीरने-फाड़ने के लिए जोरों से दहाड़े। उन्होंने उसके देश को उजाड़ दिया; उसके नगर खण्डहर हो गए; वे निर्जन पड़े हैं।
उसने अपने पड़ोसी राष्ट्रों के गढ़ उजाड़ दिए; उनके नगर निर्जन कर दिए। उसकी दहाड़ सुन कर सारा देश और उसके निवासी डर से कांप उठे।
तेरे उच्चाधिकारी दहाड़ते हुए सिंह हैं, जो अपने शिकार को चीर-फाड़ रहे हैं। उन्होंने मनुष्यों को खा लिया है। उन्होंने जनता के धन और कीमती वस्तुओं को हड़प लिया है। उन्होंने नगर में अनेक विवाहित स्त्रियों को विधवा बना दिया है।
तब सम्राट दारा के आदेश से वे लोग लाए गए जिन्होंने दानिएल पर दोष लगाया था। वे अपनी पत्नियों और बाल-बच्चों के साथ सिंहों की मांद में फेंक दिए गए। वे मांद के तल पर अभी पहुँचे भी न थे कि सिंहों ने ऊपर उछल कर उनको अपने-अपने मुंह में पकड़ लिया, और उनकी हड्डियों सहित उनको चबा डाला।
इस्राएली प्रभु क अनुसरण करेंगे; प्रभु सिंह के सदृश गर्जन करेगा। निस्सन्देह वह गर्जन करेगा; तब उसके पुत्र, पश्चिम से कांपते हुए आएंगे।
जैसे रीछनी अपना बच्चा छिनने पर शिकारी पर टूटती है, वैसे ही मैं तुम पर टूट पड़ूंगा और तुम्हारा कलेजा फाड़ डालूंगा। मैं सिंह के समान तुम्हें खा जाऊंगा, जंगली जानवर के सदृश तुम्हें चीर-फाड़ दूंगा।
प्रभु सियोन पर्वत से हुंकार रहा है, वह यरूशलेम नगर से गरज रहा है। आकाश और पृथ्वी कांप उठे। प्रभु अपने निज लोगों का शरण-स्थल है। इस्राएली कौम का वह गढ़ है।
आमोस ने कहा, ‘प्रभु सियोन से हुंकार रहा है, वह यरूशलेम से गरज रहा है। चरवाहों के चरागाह शोक मना रहे हैं, कर्मेल पर्वत की चोटी सूख गई है।’
क्या सिंह बिना शिकार पाए जंगल में दहाड़ता है? क्या जवान सिंह भूखे पेट मांद में गुर्राता है?
जंगल में सिंह गरजा; कौन नहीं डरेगा? स्वामी-प्रभु ने सन्देश दिया; कौन नबूवत नहीं करेगा?
सुनो, चरवाहे छाती पीट रहे हैं; क्योंकि उनका वैभव धूल में मिल गया। सुनो, सिंह दहाड़ रहे हैं; क्योंकि यर्दन नदी का वन-प्रदेश उजड़ गया।
तत्पश्चात् उसने मुझे महापुरोहित यहोशुअ को दिखाया। वह प्रभु के दूत के सम्मुख खड़ा था, और शैतान उस पर दोष लगाने के लिए उसकी दाहिनी ओर खड़ा था।
“तब राजा अपनी बायीं ओर के लोगों से कहेगा, ‘शापित लोगो! मुझ से दूर हो और उस अनन्त आग में जा पड़ो, जो शैतान और उसके दूतों के लिए तैयार की गयी है;
जो मार्ग के किनारे हैं, जहाँ वचन बोया जाता है : ये वे लोग हैं जिन्होंने परमेश्वर का वचन सुना, परन्तु शैतान तुरन्त ही आकर वह वचन ले जाता है, जो उन में बोया गया है।
“अपने विषय में सावधान रहो। कहीं ऐसा न हो कि भोग-विलास, नशे और इस संसार की चिन्ताओं से तुम्हारा मन कुण्ठित हो जाए और वह दिन फन्दे की तरह अचानक तुम पर आ गिरे;
इसलिए सदा जागते रहो और प्रार्थना करते रहो, जिससे तुम इन सब आने वाले संकटों से बचने और मानव-पुत्र के सामने खड़े होने में समर्थ हो सको।”
“तुम तो अपने पिता शैतान से हो और अपने पिता की इच्छा पूरी करना चाहते हो। वह तो प्रारम्भ से ही हत्यारा था। वह सत्य पर स्थिर नहीं रहता, क्योंकि उसमें सत्य है ही नहीं। जब वह झूठ बोलता है, तो अपने ही स्वभाव के अनुसार बोलता है; क्योंकि वह झूठा है और झूठ का पिता है।
क्योंकि हम शैतान के फन्दे में नहीं पड़ना चाहते हैं। हम उसकी चालें अच्छी तरह जानते हैं।
आप परमेश्वर के अस्त्र-शस्त्र धारण करें, जिससे आप शैतान की धूर्तता का सामना करने में समर्थ हों;
फिर भी यदि स्त्रियाँ संयम से विश्वास, प्रेम और पवित्रता में दृढ़ बनी रहेंगी, तो वे अपने मातृत्व द्वारा मुक्ति प्राप्त करेंगी।
मैं यह भी चाहता हूँ कि स्त्रियाँ शिष्ट वेशभूषा में मर्यादा और शालीनता का ध्यान रखें और कृत्रिम केश-विन्यास, स्वर्ण, मोतियों एवं कीमती वस्त्रों से नहीं,
इसी प्रकार धर्मसेविकाएँ परनिन्दक नहीं, बल्कि गम्भीर, संयमी और सब बातों में विश्वसनीय हों।
धर्माध्यक्ष को चाहिए कि वह अनिन्दनीय, पत्नीव्रती, संयमी, समझदार, भद्र, अतिथिप्रेमी और कुशल शिक्षक हो।
परन्तु प्रभु ने मेरी सहायता की और मुझे बल प्रदान किया, जिससे मैं शुभ संदेश पूर्ण रूप से सुना सकूँ और सभी जातियां उसे सुन सकें। मैं सिंह के मुँह से बच निकला।
वह हमें यह शिक्षा देती है कि अधार्मिकता तथा विषय-वासना त्याग कर हम इस युग-संसार में संयम, न्याय तथा भक्ति का जीवन बितायें
वृद्धों को समझाओ कि उन्हें संयमी, गम्भीर एवं समझदार होना चाहिए और विश्वास, भ्रातृ-प्रेम एवं धैर्य में परिपक्व।
इसलिए आप लोग अपने मन की शक्तियों को कर्म करने के लिए तत्पर करें। आप संयमी बने रहें और उस अनुग्रह की पूरी आशा करें, जो येशु मसीह के प्रकट होने पर आप को प्राप्त होगा।
मैंने स्वर्ग में किसी को ऊंचे स्वर से यह कहते सुना, “अब हमारे परमेश्वर का उद्धार, सामर्थ्य तथा राजत्व और उसके मसीह का अधिकार प्रकट हुआ है; क्योंकि हमारे भाई-बहिनों पर अभियोग लगाने वाला गिरा दिया गया है, जो दिन-रात हमारे परमेश्वर के सामने उन पर अभियोग लगाया करता था।
“इसलिए स्वर्ग और उसके निवासी आनन्द मनायें। किन्तु धिक्कार तुम्हें, ओ पृथ्वी और समुद्र! क्योंकि यह जान कर कि मेरा थोड़ा समय ही शेष है, शैतान तीव्र क्रोध के आवेश में तुम पर उतर आया है।”
तब वह विशालकाय पंखदार सर्प-वह पुराना साँप, जो दोष लगाने वाला शैतान कहलाता और सारे संसार को भटकाता है-अपने दूतों के साथ पृथ्वी पर पटक दिया गया।
उन्हें बहकाने वाले शैतान को आग और गन्धक के कुण्ड में डाल दिया गया, जहाँ पशु और झूठा नबी डाल दिये गये थे। वे युग-युगों तक दिन रात यन्त्रणा भोगेंगे।
उसने पंखदार सर्प को, उस पुराने साँप अर्थात् दोष लगानेवाले शैतान को, पकड़ कर एक हजार वर्ष के लिए बाँधा
शिमशोन अपने माता-पिता के साथ तिम्नाह नगर गया। वह तिम्नाह के अंगूर-उद्यान में पहुँचा। उसने एक जवान सिंह को देखा जो दहाड़ता हुआ उस पर आक्रमण करने के लिए आ रहा था।