किन्तु योआश के राज्य-काल के तेईसवें वर्ष तक भी पुरोहितों ने भवन की कोई मरम्मत नहीं की।
1 पतरस 5:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) आप लोगों को परमेश्वर का जो झुण्ड सौंपा गया, उसका चरवाहा बनें, परमेश्वर की इच्छा के अनुसार उसकी देखभाल करें-लाचारी से नहीं, बल्कि स्वेच्छा से; घिनावने लाभ के लिए नहीं, बल्कि सेवाभाव से; पवित्र बाइबल राह दिखाने वाले परमेश्वर का जन-समूह तुम्हारी देख-रेख में है और निरीक्षक के रूप में तुम उसकी सेवा करते हो; किसी दबाव के कारण नहीं, बल्कि परमेश्वर की इच्छानुसार ऐसा करने की स्वेच्छा के कारण तुम अपना यह काम धन के लालच में नहीं बल्कि सेवा करने के प्रति अपनी तत्परता के कारण करते हो। Hindi Holy Bible कि परमेश्वर के उस झुंड की, जो तुम्हारे बीच में हैं रखवाली करो; और यह दबाव से नहीं, परन्तु परमेश्वर की इच्छा के अनुसार आनन्द से, और नीच-कमाई के लिये नहीं, पर मन लगा कर। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) कि परमेश्वर के उस झुंड की, जो तुम्हारे बीच में है रखवाली करो; और यह दबाव से नहीं परन्तु परमेश्वर की इच्छा के अनुसार आनन्द से, और नीच–कमाई के लिये नहीं पर मन लगा कर। नवीन हिंदी बाइबल परमेश्वर के उस झुंड की, जो तुम्हारे बीच है, रखवाली करो, किसी दबाव से नहीं बल्कि परमेश्वर की इच्छा के अनुसार, और नीच कमाई के लिए नहीं बल्कि उत्साह से; सरल हिन्दी बाइबल कि वे परमेश्वर की इच्छा में परमेश्वर के झुंड की देखरेख करें—दबाव में नहीं परंतु अपनी इच्छा के अनुसार; अनुचित लाभ की दृष्टि से नहीं परंतु शुद्ध सेवाभाव में, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 कि परमेश्वर के उस झुण्ड की, जो तुम्हारे बीच में है रखवाली करो; और यह दबाव से नहीं, परन्तु परमेश्वर की इच्छा के अनुसार आनन्द से, और नीच-कमाई के लिये नहीं, पर मन लगाकर। |
किन्तु योआश के राज्य-काल के तेईसवें वर्ष तक भी पुरोहितों ने भवन की कोई मरम्मत नहीं की।
‘ओ महासुन्दरी! यदि तुझे अपने प्राण-प्रिय का पता नहीं मालूम, तो भेड़ों के पद-चिह्नों का अनुसरण कर, चरवाहों के तम्बुओं के पास अपनी बकरियों के बच्चे चरा।’
वह मेषपाल के सदृश अपने रेवड़ को चराएगा; वह अपनी बाहों में मेमनों को उठाएगा; वह उन्हें अपनी गोद में उठाकर ले जाएगा, वह दूध पिलानेवाली भेड़ों को धीरे-धीरे ले जाएगा।
कुत्तों की भूख शान्त नहीं होती, उनका पेट कभी नहीं भरता। चरवाहों में भी समझ नहीं है, वे अपने-अपने मार्ग पर चल रहे हैं, उन सबको केवल अपने लाभ की चिन्ता है।
तत्पश्चात् मैंने स्वामी की यह वाणी सुनी, ‘मैं किस को भेजूं? हमारी ओर से कौन जाएगा?’ मैंने कहा, ‘मैं प्रस्तुत हूं, मुझे भेज।’
तब इस्राएली कौम को प्रभु के सेवक मूसा का प्राचीन समय स्मरण हुआ; उसने पूछा, ‘कहां है प्रभु, हम-भेड़ों का चरवाहा, जिसने हमें समुद्र पार कराया था? कहां है वह जिसने अपना पवित्र आत्मा हमारे मध्य में भेजा था;
किन्तु यदि तुम मेरी बात नहीं सुनोगे, तो मैं तुम्हारे घमण्ड के कारण एकांत स्थान में आंसू बहाऊंगा, मेरी आंखें बुरी तरह रोएंगी, उनसे आंसुओं की नदी बहेगी; क्योंकि प्रभु का रेवड़ बन्दी बना लिया जाएगा।
ओ यरूशलेम! उत्तर दिशा से आनेवालों को आंखें ऊपर उठाकर देख। तेरा सुन्दर रेवड़, जो प्रभु ने तुझ को सौंपा था, कहां गया?
‘बच्चों से बूढ़ों तक, गरीब से अमीर तक हर कोई अन्याय से कमाए गए धन का लोभी बन गया है। नबी से पुरोहित तक सब मनुष्य झूठ का सौदा करते हैं।
अत: मैं उनकी स्त्रियां और उनके खेत विजेता शत्रुओं के हाथ में सौंप दूंगा। क्योंकि छोटे से बड़े तक, हर कोई मनुष्य अन्याय से कमाए गए धन का लोभी बन गया है। नबी से पुरोहित तक सब मनुष्य झूठ का सौदा करते हैं।
मैं उनके ऊपर एक ही चरवाहे, अपने सेवक दाऊद को नियुक्त करूंगा और वह उनको चराएगा। दाऊद ही उनका चरवाहा होगा, और उनको चराएगा।
ओ मेरे निज लोगो, तुम मेरी भेड़ें हो, मेरे चरागाह की भेड़ें हो, और मैं तुम्हारा परमेश्वर हूं।’ स्वामी-प्रभु की यही वाणी है।
तब उसने मुझसे कहा, ‘ये रसोईघर हैं। यहाँ मन्दिर के सेवक जनता द्वारा चढ़ाई गई बलि का मांस और अन्न पकाएंगे।’
तुम्हारे अगुए घूस लेकर न्याय करते, पुरोहित पैसे लेकर धर्म की बातें सिखाते, और नबी धन के लिए शकुन विचारते हैं; फिर भी वे प्रभु का सहारा लेते, और यह कहते हैं, ‘निस्सन्देह प्रभु हमारे मध्य है! हम विपत्ति में नहीं पड़ेंगे।’
आनेवाला व्यक्ति प्रभु की सामर्थ्य से, अपने प्रभु परमेश्वर के महान नाम से प्रकट होगा और अपने रेवड़ को चराएगा। इस्राएली सुरक्षित जीवन व्यतीत करेंगे, क्योंकि वह पृथ्वी के सीमांतों तक महान होगा।
प्रभु, तू अपनी लाठी लेकर अपने निज लोगों को, अपनी मीरास को, अपनी भेड़ों को चरा। वे जंगल में अकेले निवास कर रहे हैं। वे उपजाऊ भूमि के मध्य अकेले पड़े हैं। जैसा तू पुराने समय में बाशान और गिलआद क्षेत्र में उन्हें चराता था, वैसा ही उन्हें अब इन क्षेत्रों में चरा।
‘धिक्कार है मेरे आलसी चरवाहे को, जो मेरे रेवड़ को त्यागता है। तलवार उसकी भुजा को काटे, उसकी दायीं आंख को फोड़े। उसकी भुजा पूर्णत: सूख जाए, उसकी दायीं आंख पूर्णत: फूट जाए!’
‘काश! तुम्हारे मध्य कोई ऐसा व्यक्ति होता जो मेरे मन्दिर के दरवाजों को बन्द कर देता, जिससे तुम मेरी वेदी पर व्यर्थ अग्नि नहीं जलाते। मैं, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यह कहता हूं: मुझे तुममें कोई रुचि नहीं रही। मैं तुम्हारे हाथ से भेंट स्वीकार नहीं करूंगा।
किन्तु तू और तेरे साथ तेरे पुत्र वेदी से सम्बन्धित तथा अन्त:-पट के पीछे पुरोहितीय कार्यों का दायित्व सम्भालेंगे। तुम सेवा-कार्य करोगे। मैं तुम्हें पुरोहितीय कार्य दान-स्वरूप प्रदान करता हूं। समीप आने वाले अपुरोहित व्यक्ति को मृत्यु-दण्ड दिया जाएगा।’
मैं जानता हूँ कि मेरे चले जाने के बाद खूंखार भेड़िये आप लोगों के बीच घुस आयेंगे, जो झुण्ड पर दया नहीं करेंगे।
इस पर पौलुस ने कहा, “आप लोग यह क्या कह रहे हैं? आप रो-रो कर मेरा हृदय क्यों दु:खी कर रहे हैं? मैं प्रभु येशु के नाम के कारण यरूशलेम में न केवल बँधने, बल्कि मरने को भी तैयार हूँ।”
क्या यह कभी सुनने में आया कि कोई अपने खर्च से सेना में सेवा करता है? कौन अंगूर-उद्यान लगा कर उसका फल नहीं खाता? कौन पालतू पशु पालकर उन पशुओं का दूध नहीं पीता?
ऐसे लोगों का मुँह बन्द कर देना चाहिए, क्योंकि वे घिनावने लाभ के लिए अनुचित बातें सिखाते हैं और इस प्रकार परिवार के परिवार चौपट कर देते हैं।
परमेश्वर का भंडारी होने के नाते धर्माध्यक्ष को चाहिए कि वह अनिन्दनीय हो। वह स्वेच्छाचारी, क्रोधी, मद्यसेवी, झगड़ालू या लोभी न हो।
येशु ने हमारे लिए अपने को बलि चढ़ाया, जिससे वह हमें हर प्रकार की बुराई से मुक्त करें और हमें एक ऐसी प्रजा बनायें, जो शुद्ध हो, जो उनकी अपनी हो और जो भलाई करने के लिए उत्सुक हो।
लोगों को याद दिलाओ कि शासकों तथा अधिकारियों के अधीन रहना और उनकी आज्ञाओं का पालन करना उनका कर्त्तव्य है। वे हर प्रकार के सत्कर्म के लिए तत्पर रहें,
किन्तु तुम्हारी सहमति के बिना मैंने कुछ नहीं करना चाहा जिससे तुम यह उपकार लाचारी से नहीं, बल्कि स्वेच्छा से करो।
आप सावधान रहें- कोई व्यक्ति परमेश्वर की कृपा से वंचित न हो। ऐसी कोई कड़वी जड़ फूटने न पाये, जो हानिकर हो और समस्त समुदाय को दूषित कर दे।
वे लोभ के कारण अपनी मनगढ़न्त बातों द्वारा आप से अनुचित लाभ उठायेंगे। उनकी दण्डाज्ञा का निर्णय बहुत पहले हो चुका है और वह उनका पीछा कर रहा है। उनका विनाश सोया हुआ नहीं है!