अब्राहम ने उत्तर दिया, ‘मैंने यह कार्य इसलिए किया : मैं सोचता था कि इस स्थान में परमेश्वर का भय किसी को नहीं है। इसलिए वे मुझे मेरी पत्नी के कारण मार डालेंगे।
1 पतरस 2:17 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) सब मनुष्यों का सम्मान करें। भाई-बहिनों से प्रेम करें, परमेश्वर पर श्रद्धा रखें और सम्राट् का सम्मान करें। पवित्र बाइबल सबका सम्मान करो। अपने धर्म भाइयों से प्रेम करो। परमेश्वर का आदर के साथ भय मानो। शासक का सम्मान करो। Hindi Holy Bible सब का आदर करो, भाइयों से प्रेम रखो, परमेश्वर से डरो, राजा का सम्मान करो॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) सब का आदर करो, भाइयों से प्रेम रखो, परमेश्वर से डरो, राजा का सम्मान करो। नवीन हिंदी बाइबल सब का आदर करो, भाइयों से प्रेम रखो, परमेश्वर का भय मानो, और राजा का सम्मान करो। सरल हिन्दी बाइबल सभी का सम्मान करो, साथी विश्वासियों के समुदाय से प्रेम करो; परमेश्वर के प्रति श्रद्धा भाव रखो और राजा का सम्मान करो. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 सब का आदर करो, भाइयों से प्रेम रखो, परमेश्वर से डरो, राजा का सम्मान करो। (नीति. 24:21, रोम. 12:10) |
अब्राहम ने उत्तर दिया, ‘मैंने यह कार्य इसलिए किया : मैं सोचता था कि इस स्थान में परमेश्वर का भय किसी को नहीं है। इसलिए वे मुझे मेरी पत्नी के कारण मार डालेंगे।
दूत ने कहा, ‘बालक की ओर अपना हाथ मत बढ़ा और न उसे कुछ हानि पहुँचा। अब मैं जान गया हूँ कि तू परमेश्वर का सच्चा भक्त है। क्योंकि तूने मेरे लिए अपने पुत्र, अपने एकलौते पुत्र को भी नहीं रख छोड़ा।’
यूसुफ ने तीसरे दिन उनसे कहा, ‘यह कार्य करो तो तुम जीवित रहोगे, क्योंकि मैं परमेश्वर से डरता हूँ।
दाऊद समस्त धर्मसभा की ओर उन्मुख हुआ। उसने कहा, ‘अपने प्रभु परमेश्वर को धन्य कहो!’ तब धर्मसभा ने अपने पूर्वजों के प्रभु परमेश्वर को धन्य कहा। उन्होंने अपना सिर झुकाया, और प्रभु की आराधना की। उन्होंने राजा को साष्टांग प्रणाम किया।
प्रभु की भक्ति करना बुद्धि का आरम्भ है; जो उसका पालन करते हैं, उनको उत्तम समझ प्राप्त होती है। प्रभु की स्तुति सदा की जाएगी!
‘अपने माता-पिता का आदर कर जिससे तेरी आयु उस भूमि पर दीर्घ हो सके जिसे तेरा प्रभु परमेश्वर तुझे प्रदान कर रहा है।
प्रभु के प्रति भय-भाव ही बुद्धि का मूल है, जो मूर्ख हैं; वे ही बुद्धि और शिक्षा को तुच्छ समझते हैं।
मेरे पुत्र, पापियों की सफलता को देखकर उनसे ईष्र्या मत करना; परन्तु प्रति दिन प्रभु की भक्ति निरन्तर करते रहना।
मेरे पुत्र, देश के राजा से डरना, तथा प्रभु का भय मानना; उनकी आज्ञाओं की उपेक्षा मत करना।
‘तुम आदर देने के लिए वृद्ध मनुष्य के सम्मुख खड़े होना, और वयोवृद्ध मनुष्य का सम्मान करना। तुम अपने परमेश्वर से डरना। मैं प्रभु हूँ।
उसके बाद मैंने एकता नामक दूसरी लाठी तोड़ी। उसका यह अर्थ है: यहूदा प्रदेश और इस्राएल प्रदेश के मध्य भाई-चारे की भावना टूट गई।
उन्होंने उत्तर दिया, “रोमन सम्राट का।” इस पर येशु ने उन से कहा, “तो, जो सम्राट का है, वह सम्राट को दो और जो परमेश्वर का है, वह परमेश्वर को दो।”
आप सच्चे भाई-बहिनों की तरह एक दूसरे को हृदय से प्यार करें। हर व्यक्ति दूसरों को अपने से श्रेष्ठ माने।
आप सब के प्रति अपना कर्त्तव्य पूरा करें। जिसे राजकर देना चाहिए, उसे राजकर दिया करें। जिसे चुंगी देनी चाहिए, उसे चुंगी दिया करें। जिस पर श्रद्धा रखनी चाहिए, उस पर श्रद्धा रखें और जिसे सम्मान देना चाहिए, उसे सम्मान दें।
प्रिय भाइयो और बहिनो! हमें इस प्रकार की प्रतिज्ञाएं मिली हैं। इसलिए हम शरीर और मन के हर प्रकार के दूषण से अपने को शुद्ध करें और परमेश्वर पर श्रद्धा-भक्ति रखते हुए पवित्रता की परिपूर्णता तक पहुँचने का प्रयत्न करते रहें।
आप दलबन्दी तथा मिथ्याभिमान से दूर रहें। हर व्यक्ति नम्रतापूर्वक दूसरों को अपने से श्रेष्ठ समझे।
जिन लोगों पर गुलामी का जूआ रखा हुआ है, वे अपने स्वामियों को सब प्रकार के आदर के योग्य समझें, जिससे परमेश्वर के नाम और कलीसिया की शिक्षा की निन्दा न हो।
आप लोगों ने आज्ञाकारी बन कर सत्य को स्वीकार किया और इस प्रकार निष्कपट भ्रातृप्रेम के लिए अपनी आत्मा को पवित्र कर लिया है; इसलिए अब आप लोगों को शुद्ध हृदय और सच्ची लगन से एक दूसरे से प्रेम करना चाहिए।
आप लोग प्रभु के कारण हर प्रकार के मानवीय शासकों की अधीनता स्वीकार करें-चाहे वह अधीनता सम्राट् की हो, जिसके पास सर्वोपरि अधिकार है;
और तुम, नवयुवको! धर्मवृद्धों की अधीनता स्वीकार करो। आप सब नम्रतापूर्वक एक दूसरे की सेवा के लिए कमर कस कर तैयार रहें; क्योंकि परमेश्वर घमण्डियों का विरोध करता है, किन्तु वह विनम्र लोगों पर दया करता है।
शाऊल ने कहा, ‘यद्यपि मैंने पाप किया है तथापि, कृपाकर, अब आप मेरे लोगों के धर्मवृद्धों तथा इस्राएली राष्ट्र के सम्मुख मेरा आदर कीजिए। मेरे साथ वापस चलिए कि मैं आपके प्रभु परमेश्वर की आराधना कर सकूँ।’