जैसे प्यासे प्राण के लिए शीतल जल स्फूर्तिदायक होता है; वैसे ही दूर देश से आया शुभ समाचार।
1 थिस्सलुनीकियों 3:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तिमोथी अभी-अभी आप के यहाँ से लौटे हैं और आप के विश्वास तथा प्रेम के विषय में अच्छा समाचार लाये हैं। वह हमें बताते हैं कि आप सदा हम को प्रेम से याद करते हैं और हमें फिर देखने के लिए उतने ही उत्सुक हैं, जितने हम आप लोगों को देखने के लिए। पवित्र बाइबल तुम्हारे पास से तिमुथियुस अभी-अभी हमारे पास वापस लौटा है और उसने हमें तुम्हारे विश्वास और तुम्हारे प्रेम का शुभ समाचार दिया है। उसने हमें बताया है कि तुम्हें हमारी मधुर याद आती है और तुम हमसे मिलने को बहुत अधीर हो। वैसे ही जैसे हम तुमसे मिलने को। Hindi Holy Bible परअभी तीमुथियुस ने जो तुम्हारे पास से हमारे यहां आकर तुम्हारे विश्वास और प्रेम का सुसमाचार सुनाया और इस बात को भी सुनाया, कि तुम सदा प्रेम के साथ हमें स्मरण करते हो, और हमारे देखने की लालसा रखते हो, जैसा हम भी तुम्हें देखने की। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) पर अभी तीमुथियुस ने, जो तुम्हारे पास से हमारे यहाँ आया है, तुम्हारे विश्वास और प्रेम का सुसमाचार सुनाया और इस बात को भी सुनाया कि तुम सदा प्रेम के साथ हमें स्मरण करते हो, और हमारे देखने की लालसा रखते हो, जैसा हम भी तुम्हें देखने की। नवीन हिंदी बाइबल परंतु अब तीमुथियुस विश्वास और प्रेम का यह अच्छा समाचार लेकर तुम्हारे यहाँ से हमारे पास लौट आया है कि तुम सदैव प्रेम के साथ हमें स्मरण करते हो, और हमसे मिलने की वैसे ही लालसा करते हो जैसे कि हम तुमसे मिलने की। सरल हिन्दी बाइबल किंतु अब, जब तिमोथियॉस तुमसे भेंट कर हमारे पास लौट आया है, उसने तुम्हारे विश्वास और प्रेम के संबंध में बहुत ही उत्साह बढ़ानेवाले समाचार दिए हैं तथा यह भी कि तुम हमें मीठी यादों के रूप में याद करते हुए हमसे भेंट करने के लिए उतने ही लालायित हो जितने स्वयं हम तुम्हें देखने के लिए लालायित हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 पर अभी तीमुथियुस ने जो तुम्हारे पास से हमारे यहाँ आकर तुम्हारे विश्वास और प्रेम का समाचार सुनाया और इस बात को भी सुनाया, कि तुम सदा प्रेम के साथ हमें स्मरण करते हो, और हमारे देखने की लालसा रखते हो, जैसा हम भी तुम्हें देखने की। |
जैसे प्यासे प्राण के लिए शीतल जल स्फूर्तिदायक होता है; वैसे ही दूर देश से आया शुभ समाचार।
पहाड़ों पर उसके पैर कितने सुन्दर दिखाई देते हैं, जो शुभ-सन्देश सुनाने के लिए आता है, जो शांति का सन्देश सुनाता है, जो कुशल-मंगल का समाचार लाता है, जो उद्धार की सूचना देता है, जो सियोन से यह कहता है : ‘तेरा परमेश्वर राजा है!’
पौलुस दिरबे और लुस्त्रा नगर भी पहुँचे। वहां तिमोथी नामक एक शिष्य था, जो विश्वासी यहूदी माता तथा यूनानी पिता का पुत्र था।
जब सीलास और तिमोथी मकिदुनिया से आये तो पौलुस वचन सुनाने में अपना पूरा समय देने लगे और यहूदियों को यह साक्षी देते रहे कि येशु ही मसीह हैं।
आप मेरी हर बात का ध्यान रखते हैं और जो परम्पराएँ मैंने आपको सौंपी हैं, उन में दृढ़ बने रहते हैं। इसके लिए मैं आप लोगों की प्रशंसा करता हूँ।
अभी तो विश्वास, आशा और प्रेम-ये तीनों बने हुए हैं। किन्तु इन में से प्रेम ही सब से महान है।
यदि हम येशु मसीह से संयुक्त हैं, तो न तो खतने का कोई महत्व है और न उसके अभाव का। महत्व विश्वास का है, जो प्रेम द्वारा क्रियाशील होता है।
परमेश्वर मेरा साक्षी है कि मैं येशु मसीह की करुणा से प्रेरित हो कर आप लोगों को कितना चाहता हूँ।
यह नमस्कार पौलुस का है- यह मेरे अपने हाथ का लिखा हुआ है। मेरी बेड़ियाँ याद रखें। आप लोगों पर कृपा बनी रहे!
भाइयो और बहिनो! जब हम कुछ समय के लिए आप लोगों के प्रेम से नहीं, बल्कि आपके दर्शनों से वंचित थे, तो हमारी आप से फिर मिलने की अभिलाषा और बढ़ती गई।
भाइयो और बहिनो! आप को हमारा कठोर परिश्रम याद होगा। आप के बीच परमेश्वर के शुभ समाचार की घोषणा करते समय हम दिन-रात काम-धन्धा करते रहे, जिससे किसी पर भार न डालें।
ओ भाइयो और बहिनो! हमें अपने सब कष्टों और संकटों में आप लोगों के विश्वास से सान्त्वना मिली है।
भाइयो और बहिनो! आप लोगों के विषय में परमेश्वर को निरन्तर धन्यवाद देना हमारा उचित कर्त्तव्य है; क्योंकि आपका विश्वास बहुत अच्छी तरह फल-फूल रहा है और आप-सब का एक दूसरे के प्रति प्रेम बढ़ रहा है।
इस आदेश का लक्ष्य वह प्रेम है, जो शुद्ध हृदय, निर्दोष अन्त:करण और निष्कपट विश्वास से उत्पन्न होता है।
मैं अपने पूर्वजों की तरह शुद्ध अन्त:करण से परमेश्वर की सेवा करता हूँ और उसे धन्यवाद देता हुआ निरन्तर रात-दिन तुम्हें अपनी प्राथनाओं में याद करता हूँ।
क्योंकि प्रभु येशु और सब सन्तों के प्रति तुम्हारे प्रेम तथा विश्वास की चर्चा सुनता रहता हूँ।
आप बन्दियों की इस तरह सुध लेते रहें, मानो आप उनके साथ बन्दी हों और जिन पर अत्याचार किया जाता है, उनको भी स्मरण करें; क्योंकि आप पर भी अत्याचार किया जा सकता है।
आप लोग उन धर्मनेताओं की स्मृति कायम रखें, जिन्होंने आप को परमेश्वर का सन्देश सुनाया और उनके आचरण के सुखद परिणाम का मनन करते हुए उनके विश्वास का अनुकरण करें।
और उसकी आज्ञा यह है कि हम उसके पुत्र येशु मसीह के नाम में विश्वास करें और एक दूसरे से प्रेम करें, जैसा कि मसीह ने हमें आज्ञा दी है।