1 तीमुथियुस 5:22 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तुम उचित विचार किये बिना किसी पर हस्तारोपण मत करो और दूसरों के पापों के सहभागी मत बनो। अपने को शुद्ध बनाये रखो। पवित्र बाइबल बिना विचारे किसी को कलीसिया का मुखिया बनाने के लिए उस पर जल्दी में हाथ मत रख। किसी के पापों में भागीदार मत बन। अपने को सदा पवित्र रख। Hindi Holy Bible किसी पर शीघ्र हाथ न रखना और दूसरों के पापों में भागी न होना: अपने आप को पवित्र बनाए रख। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) किसी पर शीघ्र हाथ न रखना, और दूसरों के पापों में भागी न होना; अपने आप को पवित्र बनाए रख। नवीन हिंदी बाइबल किसी पर शीघ्र हाथ न रख और न ही दूसरों के पापों में सहभागी हो; अपने आपको पवित्र बनाए रख। सरल हिन्दी बाइबल किसी को दीक्षा देने में उतावली न करो. अन्यों के पाप में सहभागी न हो जाओ. स्वयं को पवित्र बनाए रखो. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 किसी पर शीघ्र हाथ न रखना और दूसरों के पापों में भागी न होना; अपने आपको पवित्र बनाए रख। |
किन्तु जब वे लोग पौलुस का विरोध करने और निन्दा करने लगे, तो उन्होंने अपने वस्त्र की धूल झाड़ कर उनसे यह कहा, “तुम्हारा रक्त तुम्हारे सिर पड़े! मेरा अन्त:करण शुद्ध है। मैं अब से गैर-यहूदियों के पास जाऊंगा।”
और उन्हें प्रेरितों के सामने उपस्थित किया। प्रेरितों ने प्रार्थना करने के बाद उन पर अपने हाथ रखे।
जो व्यर्थ के काम लोग अन्धकार में करते हैं, उन में आप सम्मिलित न हों, वरन् उनकी बुराई प्रकट करें।
पहले उनकी परीक्षा ली जाये और निष्कलंक प्रमाणित हो जाने के बाद ही वे धर्मसेवकों का कार्य करें।
धर्माध्यक्ष को चाहिए कि वह अनिन्दनीय, पत्नीव्रती, संयमी, समझदार, भद्र, अतिथिप्रेमी और कुशल शिक्षक हो।
वह नवदीिक्षत नहीं हो, अन्यथा वह घमंड से भर जायेगा और उसे भी वैसा ही दंड मिलेगा जैसा शैतान को मिला था।
तुम्हारी युवावस्था के कारण कोई तुम्हारा तिरस्कार न करे। तुम वचन, कर्म, प्रेम, विश्वास और शुद्धता में विश्वासियों के आदर्श बनो।
उस आध्यात्मिक वरदान की उपेक्षा मत करो, जो तुम में विद्यमान है और तुम्हें नबूवत द्वारा धर्मवृद्धों के हाथ रखते समय प्राप्त हुआ था।
इसी कारण मैं तुम्हें स्मरण दिलाता हूँ कि तुम परमेश्वर के वरदान की वह ज्वाला प्रज्वलित बनाये रखो, जो मेरे हाथों के आरोपण से तुम में विद्यमान है।
तुम्हें अनेक सािक्षयों के सामने मुझ से जो शिक्षा मिली, उसे तुम ऐसे विश्वस्त व्यक्तियों को सौंप दो, जो स्वयं दूसरों को शिक्षा देने योग्य हों।
शुद्धिकरण-विधियों सम्बन्धी शिक्षा, हस्तारोपण, मृतकों के पुनरुत्थान और अनंत दंड जैसी शिक्षाओं की नींव फिर न डालें, बल्कि उन से ऊपर उठें।
अत: इस्राएली सैनिकों ने उनका भोजन स्वीकार किया। उन्होंने भोजन स्वीकार करने के पूर्व प्रभु का निर्देश नहीं मांगा।
मुझे स्वर्ग में से एक अन्य वाणी यह कहते सुनाई पड़ी, “मेरी प्रजा! महानगरी में से निकल जाओ! कहीं ऐसा न हो कि तुम उसके पापों में भागीदार और उसकी विपत्तियों के शिकार बनो!