जब वे प्रभु की उपासना में लगे हुये थे और उपवास कर रहे थे तो पवित्र आत्मा ने कहा, “मैंने बरनबास तथा शाऊल को एक विशेष कार्य के लिए बुलाया है। उन्हें मेरे लिए अलग करो।”
1 कुरिन्थियों 9:1 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) क्या मैं स्वतन्त्र व्यक्ति नहीं? क्या मैं प्रेरित नहीं? क्या मैंने हमारे प्रभु येशु को नहीं देखा? क्या आप लोग प्रभु में मेरे परिश्रम के परिणाम नहीं? पवित्र बाइबल क्या मैं स्वतन्त्र नहीं हूँ? क्या मैं भी एक प्रेरित नहीं हूँ? क्या मैंने हमारे प्रभु यीशु मसीह के दर्शन नहीं किये हैं? क्या तुम लोग प्रभु में मेरे ही कर्म का परिणाम नहीं हो? Hindi Holy Bible क्या मैं स्वतंत्र नहीं? क्या मैं प्रेरित नहीं? क्या मैं ने यीशु को जो हमारा प्रभु है, नहीं देखा? क्या तुम प्रभु में मेरे बनाए हुए नहीं? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्या मैं स्वतंत्र नहीं? क्या मैं प्रेरित नहीं? क्या मैं ने यीशु को जो हमारा प्रभु है, नहीं देखा? क्या तुम प्रभु में मेरे बनाए हुए नहीं? नवीन हिंदी बाइबल क्या मैं स्वतंत्र नहीं? क्या मैं प्रेरित नहीं? क्या मैंने यीशु को जो हमारा प्रभु है, नहीं देखा? क्या तुम प्रभु में मेरे परिश्रम का फल नहीं? सरल हिन्दी बाइबल क्या मैं स्वतंत्र नहीं? क्या मैं प्रेरित नहीं? क्या मैंने हमारे प्रभु येशु मसीह को साक्षात नहीं देखा? क्या तुम प्रभु में मेरे परिश्रम का फल नहीं? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्या मैं स्वतंत्र नहीं ? क्या मैं प्रेरित नहीं? क्या मैंने यीशु को जो हमारा प्रभु है, नहीं देखा? क्या तुम प्रभु में मेरे बनाए हुए नहीं? |
जब वे प्रभु की उपासना में लगे हुये थे और उपवास कर रहे थे तो पवित्र आत्मा ने कहा, “मैंने बरनबास तथा शाऊल को एक विशेष कार्य के लिए बुलाया है। उन्हें मेरे लिए अलग करो।”
जब प्रेरित बरनबास और पौलुस ने यह सुना, तो वे इस ईश-निन्दा के विरोध में अपने वस्त्र फाड़ कर भीड़ में कूद पड़े और उच्च स्वर में बोले,
इसका परिणाम यह हुआ कि नगर की जनता में फूट पड़ गयी। कुछ लोगों ने यहूदियों का और कुछ लोगों ने प्रेरितों का पक्ष लिया।
उसी रात प्रभु ने पौलुस के समीप खड़े होकर कहा, “निर्भय हो! जैसे तूने यरूशलेम में मेरे विषय में साक्षी दी है, वैसे ही तुझे रोम में भी साक्षी देनी होगी।”
प्रभु ने हनन्याह से कहा, “जाओ। वह मेरा निर्वाचित पात्र है। वह अन्यजातियों, राजाओं तथा इस्राएलियों के सम्मुख मेरे नाम का प्रचार करेगा।
तब हनन्याह चला गया और उसने घर में प्रवेश किया। उसने शाऊल पर हाथ रख कर कहा, “भाई शाऊल! जिस प्रभु येशु ने आप को यहां आते समय मार्ग में दर्शन दिये थे, उन्होंने मुझे भेजा है, ताकि आप को दृष्टि पुन: प्राप्त हो और आप पवित्र आत्मा से परिपूर्ण हो जायें।”
जब वह यात्रा करते-करते दमिश्क नगर के पास पहुँचा, तो एकाएक आकाश से एक ज्योति उसके चारों ओर चमक उठी।
यह पत्र येशु मसीह के सेवक पौलुस की ओर से है, जो परमेश्वर के द्वारा प्रेरित होने के लिए बुलाया गया है और उसके शुभ समाचार के प्रचार के लिए पृथक किया गया है।
उन्हीं येशु से हमें प्रेरित बनने का वरदान मिला है कि उनके नाम के निमित्त सब जातियों के लोग विश्वास की अधीनता स्वीकार करें।
मैं आप गैर-यहूदियों से यह कहता हूँ। मैं तो गैर-यहूदियों में प्रचार करने भेजा गया और इस धर्मसेवा पर गर्व भी करता हूँ।
कुरिन्थुस नगर में परमेश्वर की कलीसिया के नाम पौलुस का, जो परमेश्वर की इच्छा द्वारा येशु मसीह का प्रेरित होने के लिए बुलाया गया है, और भाई सोस्थेनेस का पत्र।
मेरा अभिप्राय आपके अन्त:करण से नहीं, बल्कि दूसरे व्यक्ति के अन्त:करण से है; क्योंकि मेरी स्वतन्त्रता दूसरे के अन्त:करण के कारण बाधित नहीं है।
यदि मैं धन्यवाद की प्रार्थना करने के बाद भोज में सम्मिलित हो गया हूँ, तो जिस भोजन के लिए मैं परमेश्वर को धन्यवाद देता हूँ, उस के कारण किसी को मेरी निन्दा करने का अधिकार नहीं।
यदि कोई इसके विषय में विवाद करना चाहे, तो वह यह जान ले कि न तो हमारे यहाँ कोई दूसरी प्रथा प्रचलित है और न परमेश्वर की कलीसियाओं में ही।
सब लोगों से स्वतन्त्र होने पर भी मैंने अपने को सब का दास बना लिया है, जिससे मैं अधिक-से-अधिक लोगों को उद्धार के लिए प्राप्त कर सकूँ।
जो बात आँखों के सामने स्पष्ट है, उसे आप लोग देख लें। यदि कोई समझता है कि वह मसीह का है, तो वह फिर विचार करने पर यह समझ लेगा कि जिस तरह वह मसीह का है, उसी तरह हम भी मसीह के हैं।
परमेश्वर के सहकर्मी होने के नाते हम आप लोगों से यह अनुरोध करते हैं कि परमेश्वर की जो कृपा आप को मिली है, उसे व्यर्थ न होने दें;
यह पत्र मुझ-पौलुस की ओर से है, जो न तो मनुष्यों की ओर से और न किसी मनुष्य द्वारा प्रेरित नियुक्त हुआ हूँ, बल्कि स्वयं येशु मसीह और पिता-परमेश्वर ने मुझे प्रेरित नियुक्त किया है, जिसने उन्हें मृतकों में से पुनर्जीवित किया।
मसीह ने स्वतन्त्र बने रहने के लिए ही हमें स्वतन्त्र किया है, इसलिए आप लोग दृढ़ रहें और फिर दासता के जूए में नहीं जुतें।
हमने मनुष्यों का सम्मान पाने की चेष्टा नहीं की- न आप लोगों का सम्मान और न दूसरों का-
मैं सच कहता हूँ, झूठ नहीं बोलता। मैं इसी का प्रचारक तथा प्रेरित, गैर-यहूदियों के लिए विश्वास तथा सत्य का शिक्षक नियुक्त हुआ हूँ।