1 कुरिन्थियों 6:7 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वास्तव में पहला दोष तो यह है कि आप एक दूसरे पर मुक़दमा चलाते हैं। इसकी अपेक्षा आप अन्याय क्यों नहीं सह लेते? अपनी हानि क्यों नहीं होने देते? पवित्र बाइबल वास्तव में तुम्हारी पराजय तो इसी में हो चुकी कि तुम्हारे बीच आपस में कानूनी मुकदमे हैं। इसके स्थान पर तुम आपस में अन्याय ही क्यों नहीं सह लेते? अपने आपको क्यों नहीं लुट जाने देते। Hindi Holy Bible परन्तु सचमुच तुम में बड़ा दोष तो यह है, कि आपस में मुकद्दमा करते हो: वरन अन्याय क्यों नहीं सहते? अपनी हानि क्यों नहीं सहते? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु सचमुच तुम में बड़ा दोष तो यह है कि आपस में मुक़द्दमा करते हो। अन्याय क्यों नहीं सहते? अपनी हानि क्यों नहीं सहते? नवीन हिंदी बाइबल इसलिए वास्तव में तुम्हारी पराजय तो पूरी तरह से इस बात में हो चुकी है कि तुम एक दूसरे पर मुकदमा चलाते हो। इसकी अपेक्षा तुम अन्याय क्यों नहीं सह लेते? तुम छल को क्यों नहीं सह लेते? सरल हिन्दी बाइबल यदि तुम्हारे बीच झगड़े चल रहे हैं, तो तुम पहले ही हार चुके हो. इसकी बजाय तुम ही अन्याय क्यों नहीं सह लेते और इसकी आशा तुम ही धोखा खाते क्यों नहीं रह जाते? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 सचमुच तुम में बड़ा दोष तो यह है, कि आपस में मुकद्दमा करते हो। वरन् अन्याय क्यों नहीं सहते? अपनी हानि क्यों नहीं सहते? |
यह मत कहो, “मैं बुराई का बदला लूंगा,” पर प्रभु पर भरोसा रखो, वही तुम्हारी सहायता करेगा।
इस्राएलियों की निष्ठा विभाजित है; अत: अब उन्हें अपने कुकर्मों का फल भुगतना होगा। प्रभु उनकी वेदियों को तोड़ देगा उनके पूजा-स्तम्भों के टुकड़े-टुकड़े करेगा।
जक्कई सबके सामने खड़ा हुआ और उसने प्रभु से कहा, “प्रभु! देखिए, मैं अपनी आधी सम्पत्ति गरीबों को दिए देता हूँ और यदि मैंने किसी से अन्यायपूर्वक कुछ लिया है, तो उसे चौगुना लौटाए देता हूँ।”
जो तुम्हारे एक गाल पर थप्पड़ मारता है, उसके सामने दूसरा भी कर दो। जो तुम्हारी चादर छीनता है, उसे अपना कुरता भी ले लेने दो।
आप इस बात का ध्यान रखें कि बुराई के बदले कोई भी किसी के साथ बुराई नहीं करे। आप सदैव एक दूसरे की और सब मनुष्यों की भी भलाई करने का प्रयत्न करें।
आप बुराई के बदले बुराई न करें और गाली के बदले गाली नहीं, बल्कि आशीर्वाद दें। ऐसा ही करने के लिए आप बुलाये गये हैं, जिससे आप विरासत के रूप में आशीर्वाद प्राप्त कर सकें;