ऑनलाइन बाइबिल

विज्ञापनों


संपूर्ण बाइबिल पुराना वसीयतनामा नया करार




1 कुरिन्थियों 3:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

परमेश्‍वर से प्राप्‍त अनुग्रह के अनुसार मैंने गृह निर्माण के कुशल कारीगर की तरह नींव डाली है। कोई दूसरा ही इसके ऊपर भवन का निर्माण कर रहा है। हर एक को सावधान रहना है कि वह किस तरह निर्माण करता है।

अध्याय देखें

पवित्र बाइबल

परमेश्वर के उस अनुग्रह के अनुसार जो मुझे दिया गया था, मैंने एक कुशल प्रमुख शिल्पी के रूप में नींव डाली किन्तु उस पर निर्माण तो कोई और ही करता है; किन्तु हर एक को सावधानी के साथ ध्यान रखना चाहिये कि वह उस पर निर्माण कैसे कर रहा है।

अध्याय देखें

Hindi Holy Bible

परमेश्वर के उस अनुग्रह के अनुसार, जो मुझे दिया गया, मैं ने बुद्धिमान राजमिस्री की नाईं नेव डाली, और दूसरा उस पर रद्दा रखता है; परन्तु हर एक मनुष्य चौकस रहे, कि वह उस पर कैसा रद्दा रखता है।

अध्याय देखें

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

परमेश्‍वर के उस अनुग्रह के अनुसार जो मुझे दिया गया, मैं ने बुद्धिमान राजमिस्त्री के समान नींव डाली, और दूसरा उस पर रद्दा रखता है। परन्तु हर एक मनुष्य चौकस रहे कि वह उस पर कैसा रद्दा रखता है।

अध्याय देखें

नवीन हिंदी बाइबल

परमेश्‍वर के उस अनुग्रह के अनुसार जो मुझे दिया गया, मैंने कुशल राजमिस्‍त्री के समान नींव डाली, और दूसरा उस पर निर्माण करता है। परंतु प्रत्येक सावधान रहे कि वह उस पर कैसा निर्माण करता है।

अध्याय देखें

सरल हिन्दी बाइबल

परमेश्वर के अनुग्रह के अनुसार मैंने एक कुशल मिस्त्री के समान नींव डाली और अब कोई और उस पर भवन निर्माण कर रहा है किंतु हर एक व्यक्ति सावधान रहे कि वह इस नींव पर उस भवन का निर्माण कैसे करता है.

अध्याय देखें

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

परमेश्वर के उस अनुग्रह के अनुसार, जो मुझे दिया गया, मैंने बुद्धिमान राजमिस्त्री के समान नींव डाली, और दूसरा उस पर रद्दा रखता है। परन्तु हर एक मनुष्य चौकस रहे, कि वह उस पर कैसा रद्दा रखता है।

अध्याय देखें



1 कुरिन्थियों 3:10
37 क्रॉस रेफरेंस  

राजा हूराम ने यह भी लिखा, ‘इस्राएली राष्‍ट्र का प्रभु परमेश्‍वर धन्‍य है, जिसने आकाश और पृथ्‍वी की रचना की है, जिसने राजा दाऊद को ऐसा बुद्धिमान पुत्र प्रदान किया है, जो बुद्धि-विवेक से परिपूर्ण प्रभु के लिए एक मन्‍दिर और अपने लिए महल बनाएगा।


अत: पवित्र-स्‍थान में काम करने वाले सब बुद्धिमान कामगार अपना-अपना काम छोड़कर आये।


मनुष्‍य की प्रशंसा उसकी सद्बुद्धि के लिए होती है, किन्‍तु कुटिल हृदयवाले मनुष्‍य से सब लोग घृणा करते हैं।


बुद्धि ने अपना घर बनाया; उसने घर के सातों खम्‍भे खड़े किए।


सभा-उपदेशक बुद्धिमान तो था, इसके अतिरिक्‍त वह जनता को ज्ञान की बातें सिखाता रहा। उसने सूिक्‍तयों को शोध कर और परखकर क्रम से अत्‍यन्‍त सावधानीपूर्वक संकलित किया।


जो समझदार होंगे, वे आकाशमण्‍डल के उज्‍ज्‍वल नक्षत्रों के सदृश आलोकित होंगे। जिन्‍होंने अनेक व्यक्‍तियों को सद्‍मार्ग पर उन्‍मुख किया है, वे सदा-सर्वदा तारों के समान प्रकाशवान होंगे।


‘जरूब्‍बाबेल ने स्‍वयं अपने हाथों से इस भवन की नींव रखी है। वह अपने हाथों से इस भवन को पूरा भी करेगा।’ तब तुम्‍हें ज्ञात होगा कि स्‍वर्गिक सेनाओं के प्रभु ने मुझे तुम्‍हारे पास भेजा है।


“वह विश्‍वास-पात्र और बुद्धिमान सेवक कौन है, जिसे उसके स्‍वामी ने अपने घर के अन्‍य सेवक-सेविकाओं पर नियुक्‍त किया है, ताकि वह निश्‍चित् समय पर उन्‍हें भोजन सामग्री बाँटा करे?


“जो मेरी ये बातें सुनता और उन पर चलता है, वह उस समझदार मनुष्‍य के सदृश है, जिसने चट्टान पर अपना घर बनवाया था।


इसलिए इस बात का ध्‍यान रखो कि जो ज्‍योति तुम में है, वह अन्‍धकार न हो जाए।


येशु ने उत्तर दिया, “सावधान रहो कि तुम किसी के बहकावे में न आओ। बहुत-से लोग मेरे नाम में आएँगे और कहेंगे, ‘मैं वही हूँ’ और ‘वह समय आ गया है।’ परन्‍तु तुम उनके पीछे न जाना।


जब अपुल्‍लोस ने समुद्र पर यूनान देश जाना चाहा, तो भाई-बहिनों ने उसको प्रोत्‍साहित किया और शिष्‍यों के नाम पत्र दे कर निवेदन किया कि वे उसका स्‍वागत करें। अपुल्‍लोस ने यूनान पहुंच कर उन लोगों की बड़ी सहायता की, जो प्रभु की कृपा के कारण विश्‍वासी बन चुके थे।


उन्‍हीं येशु से हमें प्रेरित बनने का वरदान मिला है कि उनके नाम के निमित्त सब जातियों के लोग विश्‍वास की अधीनता स्‍वीकार करें।


उस कृपा के अधिकार से, जो मुझे प्राप्‍त हुई है, मैं आप लोगों में हर एक से यह कहता हूँ: अपने को औचित्‍य से अधिक महत्व मत दीजिए। परमेश्‍वर द्वारा प्रदत्त विश्‍वास की मात्रा के अनुरूप हर एक को अपने विषय में सन्‍तुलित विचार रखना चाहिए।


फिर भी कुछ बातों का स्‍मरण दिलाने के लिए मैंने आप को निस्‍संकोच हो कर लिखा है। परमेश्‍वर से मुझे यह अनुग्रह मिला


इस में मैंने एक बात का विशेष ध्‍यान रखा। मैंने कभी वहां शुभसमाचार का प्रचार नहीं किया, जहाँ मसीह का नाम सुनाया जा चुका था; क्‍योंकि मैं दूसरों द्वारा डाली हुई नींव पर निर्माण करना नहीं चाहता था,


जो नींव डाली गयी है, उसे छोड़ कर दूसरी नींव कोई नहीं डाल सकता, और वह नींव है येशु मसीह।


मैं दूसरों की दृष्‍टि में भले ही प्रेरित न होऊं, किन्‍तु आपके लिए अवश्‍य हूँ; क्‍योंकि आप लोग प्रभु में मेरे प्रेरितत्‍व के प्रमाण हैं।


हम अपनी सीमा का उल्‍लंघन करते हुए दूसरे के परिश्रम पर गर्व नहीं करते, बल्‍कि हम आशा करते हैं कि ज्‍यों-ज्‍यों आप लोगों का विश्‍वास बढ़ता जाएगा, आप लोगों में हमारे कार्य-क्षेत्र का भी विस्‍तार होगा


आप लोगों का निर्माण उस भवन के रूप में हुआ है, जो प्रेरितों तथा नबियों की नींव पर खड़ा है और जिसका कोने का पत्‍थर स्‍वयं येशु मसीह हैं।


इस उद्देश्‍य की पूर्ति के लिए मैं उनके सामर्थ्य से, जो मुझ में प्रबल रूप से क्रियाशील है, प्रेरित हो कर कठिन परिश्रम करते हुए संघर्ष में लगा रहता हूँ।


आप लोग भाई अर्खिप्‍पुस से यह कहें, “जो धर्मसेवा आप को प्रभु के नाम पर सौंपी गयी है, उसे अच्‍छी तरह पूरा करने का ध्‍यान रखिए।”


और मसीह के शुभ समाचार के प्रचार में परमेश्‍वर के सहयोगी अपने भाई तिमोथी को आपके यहाँ भेजा कि वह आपको धैर्य बँधायें और विश्‍वास में दृढ़ बनाये रखें,


तुम अपने विषय में जागरूक रहो तथा अपनी शिक्षा के विषय में सावधान रहो। इन बातों में दृढ़ बने रहो। ऐसा करने से तुम अपनी तथा अपने श्रोताओं की मुक्‍ति का कारण बनोगे।


अपने को परमेश्‍वर के सामने सुग्राह्य और एक ऐसे कार्यकर्ता के रूप में प्रस्‍तुत करने का प्रयत्‍न करते रहो, जिसे लज्‍जित होने का कोई कारण न हो और जो निष्‍कपट रूप से सत्‍य का प्रचार करे।


मेरे भाइयो और बहिनो! आप लोगों में बहुत लोग गुरु न बनें, क्‍योंकि आप जानते हैं कि हम गुरुओं से अधिक कड़ाई से लेखा मांगा जायेगा।


जो प्रवचन देता है, उसे स्‍मरण रहे कि वह परमेश्‍वर के शब्‍द बोल रहा है। जो धर्मसेवा करता है, वह जान ले कि परमेश्‍वर ही उसे बल प्रदान करता है। इस प्रकार सब बातों में येशु मसीह द्वारा परमेश्‍वर की महिमा प्रकट हो जायेगी। महिमा तथा सामर्थ्य युगानुयुग परमेश्‍वर का ही है। आमेन!


यदि हमारे प्रभु अपनी सहनशीलता के कारण देर करते हैं, तो इसे अपनी मुक्‍ति में सहायक समझें, जैसा कि हमारे प्रिय भाई पौलुस ने अपने को प्रदत्त प्रज्ञ के अनुसार आप को लिखा।


शहरपनाह नींव के बारह पत्‍थरों पर खड़ी थी और उन पर मेमने के बारह प्रेरितों के नाम अंकित थे।


शहरपनाह की नींव नाना प्रकार के रत्‍नों की बनी थी। पहली परत सूर्यकान्‍त की थी, दूसरी नीलम की, तीसरी गोदन्‍ती की, चौथी मरकत की,