उस दिन मिस्र-निवासी स्त्रियों के सदृश भयभीत होंगे। स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु उन पर अपना हाथ उठाएगा, और वे डर से कांपेंगे।
1 कुरिन्थियों 2:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वास्तव में मैं आप लोगों के बीच रहते समय दुर्बल, संकोची और बहुत डरा हुआ था। पवित्र बाइबल सो मैं दीनता के साथ भय से पूरी तरह काँपता हुआ तुम्हारे पास आया। Hindi Holy Bible और मैं निर्बलता और भय के साथ, और बहुत थरथराता हुआ तुम्हारे साथ रहा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मैं निर्बलता और भय के साथ, और बहुत थरथराता हुआ तुम्हारे साथ रहा; नवीन हिंदी बाइबल मैं निर्बलता और भय में और बहुत काँपते हुए तुम्हारे साथ रहा, सरल हिन्दी बाइबल जब मैं तुम्हारे बीच था, मैं निर्बल था—भयभीत और थरथराता हुआ. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और मैं निर्बलता और भय के साथ, और बहुत थरथराता हुआ तुम्हारे साथ रहा। |
उस दिन मिस्र-निवासी स्त्रियों के सदृश भयभीत होंगे। स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु उन पर अपना हाथ उठाएगा, और वे डर से कांपेंगे।
वे अम्फिपुलिस तथा अपुल्लोनिया नगरों से होते हुए थिस्सलुनीके पहुँचे, जहाँ यहूदियों का एक सभागृह था।
जिस समय गल्लियो यूनान देश का उपराज्यपाल था, यहूदियों ने संयुक्त रूप से पौलुस पर आक्रमण किया और उन्हें न्यायालय के सम्मुख पेश किया।
किन्तु जब वे लोग पौलुस का विरोध करने और निन्दा करने लगे, तो उन्होंने अपने वस्त्र की धूल झाड़ कर उनसे यह कहा, “तुम्हारा रक्त तुम्हारे सिर पड़े! मेरा अन्त:करण शुद्ध है। मैं अब से गैर-यहूदियों के पास जाऊंगा।”
मैं-पौलुस-मसीह की नम्रता और दयालुता के नाम पर आप लोगों से यह निवेदन कर रहा हूँ। कुछ लोग कहते हैं कि मैं आप लोगों के सामने दीन-हीन हूँ, किन्तु दूर रहने पर निर्भीक।
कुछ लोगों का कहना है-उसके पत्र कठोर और प्रभावशाली हैं, किन्तु जब वह स्वयं आता है, तो उसका शरीर दुर्बल लगता है और उसकी बोलने की शक्ति नहीं के बराबर है।
यह सच है कि वह दुर्बलता में क्रूस पर चढ़ाये गए, किन्तु वह परमेश्वर के सामर्थ्य द्वारा जीवित हैं। हम उनकी तरह दुर्बल हैं, किन्तु आप अनुभव करेंगे कि हम परमेश्वर के सामर्थ्य द्वारा मसीह के साथ जीवित हैं।
जब, आप लोग समर्थ हैं, तो हम दुर्बल होना सहर्ष स्वीकार करते हैं। हम इसके लिए भी प्रार्थना करते हैं कि आप लोगों का सुधार हो।
यही कारण है कि हम हिम्मत नहीं हारते। हमारे शरीर की शक्ति भले ही क्षीण होती जा रही हो, किन्तु हमारे अभ्यन्तर में दिन-प्रतिदिन नये जीवन का संचार होता रहता है;
किन्तु हम हर परिस्थिति में स्वयं को परमेश्वर के योग्य सेवक प्रमाणित करते हैं : हम कष्ट, अभाव और संकट को बड़े धीरज से सहन करते हैं।
जब उन्हें याद आता है कि आप सब ने उनकी बात मानी और डरते-कांपते हुए उनका स्वागत किया, तो आप के प्रति उनका प्रेम और भी बढ़ जाता है।
जब हम मकिदुनिया पहुँचे, तो हमारे शरीर को कोई विश्राम नहीं मिल रहा था। हम हर तरह से कष्टों से घिर रहे थे। हमारे चारों ओर संघर्ष थे और हमारे अन्दर आशंकाएँ थीं।
दासों से मेरा अनुरोध है कि जो लोग इस पृथ्वी पर आपके स्वामी हैं, आप डरते-काँपते और निष्कपट हृदय से उनकी आज्ञा पूरी करें, मानो आप मसीह की सेवा कर रहे हों।