प्रभु यों कहता है: ‘ओ इस्राएल के वंशजो, मैं दूर देश से एक कौम को बुला रहा हूं; वह तुझ पर आक्रमण करेगी। यह शक्तिशाली कौम है। यह प्राचीन कौम है। इस कौम की भाषा तुम नहीं जानते, और न तुम उनकी बातचीत को समझ सकते हो।
1 कुरिन्थियों 14:21 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) व्यवस्था में लिखा है, “प्रभु कहता है : मैं अन्यभाषा-भाषियों द्वारा विदेशी भाषा में इस प्रजा से बोलूँगा; फिर भी वह मेरी बात पर ध्यान नहीं देगी।” पवित्र बाइबल जैसा कि शास्त्र कहता है: “उनका उपयोग करते हुए जो अन्य बोली बोलते हैं, उनके मुखों का उपयोग करते हुए जो पराए हैं। मैं इनसे बात करूँगा, पर तब भी ये मेरी न सुनेंगे।” प्रभु ऐसा ही कहता है। Hindi Holy Bible व्यवस्था में लिखा है, कि प्रभु कहता है; मैं अन्य भाषा बोलने वालों के द्वारा, और पराए मुख के द्वारा इन लोगों से बात करूंगा तौभी वे मेरी न सुनेंगे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) व्यवस्था में लिखा है कि प्रभु कहता है, “मैं अपरिचित भाषा बोलनेवालों के द्वारा, और पराए मुख के द्वारा इन लोगों से बातें करूँगा तौभी वे मेरी न सुनेंगे।” नवीन हिंदी बाइबल व्यवस्था में लिखा है कि प्रभु यह कहता है : मैं दूसरी भाषाओं में बोलनेवालों और पराए लोगों के मुख से इन लोगों से बात करूँगा, फिर भी वे मेरी नहीं सुनेंगे। सरल हिन्दी बाइबल पवित्र शास्त्र का लेख है: मैं अन्य भाषा बोलने वालों तथा अनजान लोगों के मुख से अपनी प्रजा से बातें करूंगा; फिर भी वे मेरी न सुनेंगे; यह प्रभु का वचन है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 व्यवस्था में लिखा है, कि प्रभु कहता है, “मैं अन्य भाषा बोलनेवालों के द्वारा, और पराए मुख के द्वारा इन लोगों से बात करूँगा तो भी वे मेरी न सुनेंगे।” (यशा. 28:11,12) |
प्रभु यों कहता है: ‘ओ इस्राएल के वंशजो, मैं दूर देश से एक कौम को बुला रहा हूं; वह तुझ पर आक्रमण करेगी। यह शक्तिशाली कौम है। यह प्राचीन कौम है। इस कौम की भाषा तुम नहीं जानते, और न तुम उनकी बातचीत को समझ सकते हो।
येशु ने कहा, “क्या तुम लोगों की व्यवस्था में यह नहीं लिखा है, ‘मैंने कहा : तुम ईश्वर हो’?
वे सब पवित्र आत्मा से परिपूर्ण हो गये और जो वाणी का वरदान पवित्र आत्मा ने उन्हें दिया, उस के अनुसार भिन्न-भिन्न भाषाओं में बोलने लगे।
हम जानते हैं कि व्यवस्था जो कुछ कहती है, वह उन लोगों से कहती है, जो व्यवस्था के अधीन हैं, जिससे प्रत्येक व्यक्ति का मुँह बन्द हो जाए और परमेश्वर के सामने समस्त संसार दण्ड के योग्य माना जाए।
आपकी धर्मसभाओं में भी स्त्रियाँ चुप रहें। उन्हें इस तरह बोलने की अनुमति नहीं दी जाती है। वे आत्मनियंत्रित रहें, जैसा कि व्यवस्था भी कहती है।
प्रभु दूर से, पृथ्वी के सीमान्त से, एक राष्ट्र को तेरे विरुद्ध बाज की गति के सदृश वेगपूर्वक लाएगा। तू उस राष्ट्र की भाषा नहीं समझेगा।