मुझ पर दोषरोपण करने वालों को, मेरे विरुद्ध बुरी-बुरी बातें कहने वालों को प्रभु की ओर से यही प्रतिफल मिले।
1 कुरिन्थियों 12:3 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इसलिए मैं आप लोगों को बता देता हूँ कि कोई भी व्यक्ति परमेश्वर के आत्मा से प्रेरित हो कर यह नहीं कहता,“येशु शापित हो” और कोई भी व्यक्ति पवित्र आत्मा की प्रेरणा के बिना यह नहीं कह सकता,“येशु ही प्रभु है।” पवित्र बाइबल सो मैं तुम्हें बताता हूँ कि परमेश्वर के आत्मा की ओर से बोलने वाला कोई भी यह नहीं कहता, “यीशु को शाप लगे” और पवित्र आत्मा के द्वारा कहने वाले को छोड़ कर न कोई यह कह सकता है, “यीशु प्रभु है।” Hindi Holy Bible इसलिये मैं तुम्हें चितौनी देता हूं कि जो कोई परमेश्वर की आत्मा की अगुआई से बोलता है, वह नहीं कहता कि यीशु स्त्रापित है; और न कोई पवित्र आत्मा के बिना कह सकता है कि यीशु प्रभु है॥ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इसलिये मैं तुम्हें चेतावनी देता हूँ कि जो कोई परमेश्वर की आत्मा की अगुआई से बोलता है, वह नहीं कहता कि यीशु स्रापित है; और न कोई पवित्र आत्मा के बिना कह सकता है कि यीशु प्रभु है। नवीन हिंदी बाइबल इसलिए मैं तुम्हें यह बता देता हूँ कि जो परमेश्वर के आत्मा के द्वारा बोलता है, यह नहीं कहता, “यीशु शापित है,” और न कोई पवित्र आत्मा के बिना यह कह सकता है, “यीशु प्रभु है।” सरल हिन्दी बाइबल इसलिये मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि परमेश्वर के आत्मा से प्रेरित कोई भी व्यक्ति यह कह ही नहीं सकता “शापित हो येशु” और न ही कोई पवित्र आत्मा की प्रेरणा के बिना कह सकता है “येशु प्रभु हैं.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इसलिए मैं तुम्हें चेतावनी देता हूँ कि जो कोई परमेश्वर की आत्मा की अगुआई से बोलता है, वह नहीं कहता कि यीशु श्रापित है; और न कोई पवित्र आत्मा के बिना कह सकता है कि यीशु प्रभु है। |
मुझ पर दोषरोपण करने वालों को, मेरे विरुद्ध बुरी-बुरी बातें कहने वालों को प्रभु की ओर से यही प्रतिफल मिले।
इस पर येशु ने उनसे कहा, “तब दाऊद आत्मा की प्रेरणा से उन्हें प्रभु क्यों कहते हैं? उनका कथन है :
परन्तु येशु ने उत्तर दिया, “उसे मत रोको; क्योंकि कोई ऐसा नहीं, जो मेरा नाम ले कर सामर्थ्य का कार्य दिखाये और तुरन्त मेरी निन्दा करे।
इसलिए यदि मैं, तुम्हारे प्रभु और गुरु ने तुम्हारे पैर धोये हैं, तो तुम्हें भी एक दूसरे के पैर धोने चाहिए।
“परन्तु जब सहायक आएगा, जिसे मैं पिता के यहाँ से तुम्हारे पास भेजूँगा, अर्थात् सत्य का आत्मा, जो पिता से निकलता है, तब वह मेरे विषय में साक्षी देगा।
फिलिप ने उत्तर दिया, “यदि आप सम्पूर्ण हृदय से विश्वास करते हैं, तो कोई बाधा नहीं।” इस पर उसने कहा, “मैं विश्वास करता हूँ कि येशु मसीह परमेश्वर के पुत्र हैं।”]
क्योंकि यदि तुम मुख से स्वीकार करते हो कि येशु प्रभु हैं और हृदय से विश्वास करते हो कि परमेश्वर ने उन्हें मृतकों में से जिलाया, तो तुम्हें मुक्ति प्राप्त होगी।
मैं तो यहां तक चाहता हूँ कि अपने उन भाई-बहिनों के कल्याण के लिए, जो शरीर के नाते मेरे सजातीय हैं, स्वयं ही शापग्रस्त हो जाऊं और मसीह से अलग हो जाऊं।
फिर भी हमारे लिए तो एक ही परमेश्वर है-वह पिता, जिससे सब कुछ उत्पन्न होता है और जिसके पास हमें जाना है-और एक ही प्रभु हैं, अर्थात् येशु मसीह, जिनके द्वारा सब कुछ बना है और हम भी उन्हीं के द्वारा अस्तित्व में है।
क्योंकि जब कोई आप लोगों के पास एक ऐसे येशु का प्रचार करने आता है, जो हमारे द्वारा प्रचारित येशु से भिन्न हैं, या एक ऐसा आत्मा अथवा शुभ समाचार ग्रहण करने को कहता है, जो आप के द्वारा स्वीकृत आत्मा अथवा शुभ समाचार से भिन्न है, तो आप लोग उस व्यक्ति का तुरन्त स्वागत करते हैं।
इसका अर्थ यह नहीं है कि हमारी कोई अपनी योग्यता है। हम अपने को किसी बात का श्रेय नहीं दे सकते। हमारी योग्यता का स्रोत परमेश्वर है।
मसीह हमारे लिए शापित हुये और इस तरह उन्होंने हम को व्यवस्था के अभिशाप से मुक्त किया; क्योंकि लिखा है: “जो कोई काठ पर लटकाया जाता है, वह शापित है।”
तो उसकी लाश रात भर वृक्ष पर नहीं लटकती रहेगी। तू उसी दिन उसको अवश्य गाड़ देना; क्योंकि फांसी का दण्ड पाया हुआ व्यक्ति परमेश्वर के द्वारा शापित है। तू उस देश की भूमि को, जिसको पैतृक अधिकार के लिए तेरा प्रभु परमेश्वर तुझे दे रहा है, अशुद्ध मत करना।
मैं प्रभु-दिवस पर आत्मा से आविष्ट हो गया और मैंने अपने पीछे तुरही- जैसी वाणी को उच्च स्वर से यह कहते सुना,