“आप लोग अपने लिए और सारे झुण्ड के लिए सावधान रहिए। पवित्र आत्मा ने आप को झुण्ड की रखवाली का भार सौंपा है, ताकि आप परमेश्वर की कलीसिया के सच्चे चरवाहे बने रहें, जिसे उसने अपने पुत्र का रक्त दे कर प्राप्त किया है।
1 कुरिन्थियों 10:32 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) आप किसी के लिए ठेस का कारण न बनें-न यहूदियों के लिए, न यूनानियों और न परमेश्वर की कलीसिया के लिए। पवित्र बाइबल यहूदियों के लिये या ग़ैर यहूदियों के लिये या जो परमेश्वर के कलीसिया के हैं, उनके लिये कभी बाधा मत बनो Hindi Holy Bible तुम न यहूदियों, न यूनानियों, और न परमेश्वर की कलीसिया के लिये ठोकर के कारण बनो। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तुम न यहूदियों, न यूनानियों, और न परमेश्वर की कलीसिया के लिये ठोकर के कारण बनो। नवीन हिंदी बाइबल तुम न तो यहूदियों, न यूनानियों और न ही परमेश्वर की कलीसिया के लिए ठोकर का कारण बनो; सरल हिन्दी बाइबल तुम न यहूदियों के लिए ठोकर का कारण बनो, न यूनानियों के लिए और न ही परमेश्वर की कलीसिया के लिए; इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तुम न यहूदियों, न यूनानियों, और न परमेश्वर की कलीसिया के लिये ठोकर के कारण बनो। |
“आप लोग अपने लिए और सारे झुण्ड के लिए सावधान रहिए। पवित्र आत्मा ने आप को झुण्ड की रखवाली का भार सौंपा है, ताकि आप परमेश्वर की कलीसिया के सच्चे चरवाहे बने रहें, जिसे उसने अपने पुत्र का रक्त दे कर प्राप्त किया है।
इसलिए मैं परमेश्वर तथा मनुष्यों की दृष्टि में अपना अन्त:करण निर्दोष बनाये रखने का निरन्तर प्रयत्न करता रहता हूँ।
इसलिए अब से हम एक-दूसरे पर दोष लगाना छोड़ दें; हम यह निश्चय कर लें कि अपने भाई अथवा बहिन के मार्ग में न तो रोड़ा अटकायेंगे और न जाल बिछाएँगे।
आप लोग येशु मसीह द्वारा पवित्र किये गये हैं और उन सब के साथ सन्त बनने के लिए बुलाये गये हैं, जो कहीं भी हमारे प्रभु येशु मसीह-अर्थात अपने तथा हमारे प्रभु-का नाम लेते हैं।
मैं भी अपने हित का नहीं, बल्कि दूसरों के हित का ध्यान रख कर सब बातों में सब को प्रसन्न करने का प्रयत्न करता हूँ, जिससे वे मुक्ति प्राप्त कर सकें।
क्या खाने-पीने के लिए आपके अपने घर नहीं हैं? या क्या आप परमेश्वर की कलीसिया का तिरस्कार करना और गरीबों को नीचा दिखाना चाहते हैं? मैं आप लोगों से क्या कहूँ? क्या मैं आपकी प्रशंसा करूँ? मैं इस बात के लिए आप की प्रशंसा नहीं कर सकता।
परमेश्वर ने कलीसिया में भिन्न-भिन्न व्यक्तियों को नियुक्त किया है : पहले प्रेरितों को, दूसरे नबियों को, तीसरे शिक्षकों और तब आश्चर्य कर्म करने वालों को; तब उन व्यक्तियों को, जिनको स्वस्थ करने का वरदान मिला है; परोपकारकों, प्रशासकों और विभिन्न अध्यात्म भाषाओं में बोलने वालों को।
मैं प्रेरितों में सब से छोटा हूँ। सच पूछिए, तो मैं प्रेरित कहलाने योग्य भी नहीं; क्योंकि मैंने परमेश्वर की कलीसिया पर अत्याचार किया है।
सामान्य नियम यह है कि हर एक व्यक्ति जिस स्थिति में परमेश्वर द्वारा बुलाया गया है, उसी में बना रहे और उसे प्रभु से जो वरदान मिला है, उसी के अनुरूप जीवन बिताये। मैं सभी कलीसियाओं के लिए यही नियम निर्धारित करता हूँ।
इसलिए यदि मेरा भोजन मेरे भाई अथवा बहिन के लिए पाप का कारण बनता है, तो मैं फिर कभी मांस नहीं खाऊंगा। कहीं ऐसा न हो कि मैं अपने भाई अथवा बहिन के लिए पाप का कारण बन जाऊं।
कुरिन्थुस नगर में परमेश्वर की कलीसिया तथा समस्त यूनान देश में रहने वाले सभी सन्तों के नाम पौलुस, जो परमेश्वर की इच्छा से येशु मसीह का प्रेरित नियुक्त हुआ है, और भाई तिमोथी का पत्र।
आप लोगों ने सुना होगा कि जब मैं यहूदी धर्म-विधि का अनुयायी था, तो मेरा आचरण कैसा था। मैं परमेश्वर की कलीसिया पर घोर अत्याचार करता और उसको नष्ट करने का प्रयत्न करता था।
जिससे जो श्रेय है, आप उसे पहचानें। इस तरह आप लोग मसीह के दिन के लिए निर्मल-चित्त तथा निर्दोष होंगे
मेरा धर्मोत्साह ऐसा था कि मैंने कलीसिया पर अत्याचार किया। व्यवस्था पर आधारित धार्मिकता की दृष्टि से मैं निर्दोष था।
भाइयो और बहिनो! आप लोगों ने यहूदा प्रदेश में स्थित परमेश्वर की कलीसियाओं का अनुकरण किया है, जो येशु मसीह में हैं, क्योंकि आप को अपने सजातीय लोगों से वही दुर्व्यवहार सहना पड़ा, जो उन्होंने यहूदा-वासियों से सहा है।
यदि मेरे आने में देर हो जाये, तो तुम्हें इस बात की जानकारी रहे कि परमेश्वर के परिवार में लोगों का आचरण कैसा होना चाहिए। परमेश्वर का परिवार जीवन्त परमेश्वर की कलीसिया है; वह सत्य का स्तम्भ और मूलाधार है।
यदि कोई अपने घर का प्रबन्ध नहीं कर सकता, तो वह परमेश्वर की कलीसिया की देखभाल कैसे करेगा?
अत: रूत सबेरे तक उसके पैरों के पास सोती रही। जब इतना प्रकाश नहीं फैला था कि एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति को पहचान सके तभी वह उठ गई। बोअज ने कहा, ‘किसी को मालूम नहीं होना चाहिए कि खलियान में कोई स्त्री आई थी।’