इनके चचेरे भाई-बन्धु, जो लेवी कुल के और उप-पुरोहित थे, परमेश्वर के भवन के कोषों तथा भवन में चढ़ाई गई वस्तुओं के कोषागारों का दायित्व संभालते थे।
1 इतिहास 9:28 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उप-पुरोहितों में से कुछ व्यक्ति मन्दिर के सेवा-कार्यों में प्रयुक्त होने वाले पात्रों की देख-भाल करते थे। जब पात्र भण्डार-गृह से बाहर निकाले जाते अथवा सेवा-कार्य के बाद भण्डार-गृह के भीतर रखे जाते थे, तब उनको गिनते थे। पवित्र बाइबल कुछ द्वारपालों का काम मन्दिर की सेवा में काम आने वाली तश्तरियों की देखभाल करना था। वे इन तश्तरियों को तब गिनते थे जब वे भीतर लाई जाती थीं। वे इन तश्तरियों को तब गिनते थे जब वह बाहर जाती थीं। Hindi Holy Bible और उन में से कुछ उपासना के पात्रों के अधिकारी थे, क्योंकि ये गिन कर भीतर पहुंचाए, और गिन कर बाहर निकाले भी जाते थे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उनमें से कुछ उपासना के पात्रों के अधिकारी थे, क्योंकि ये पात्र गिनकर भीतर पहुँचाए, और गिनकर बाहर निकाले भी जाते थे। सरल हिन्दी बाइबल इनमें से कुछ बलि चढ़ाने वाले बर्तनों के अधिकारी थे, क्योंकि जब ये बाहर ले जाए जाते और लौटाए जाते थे, उनकी गिनती करना ज़रूरी होता था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उनमें से कुछ उपासना के पात्रों के अधिकारी थे, क्योंकि ये पात्र गिनकर भीतर पहुँचाए, और गिनकर बाहर निकाले भी जाते थे। |
इनके चचेरे भाई-बन्धु, जो लेवी कुल के और उप-पुरोहित थे, परमेश्वर के भवन के कोषों तथा भवन में चढ़ाई गई वस्तुओं के कोषागारों का दायित्व संभालते थे।
वे मन्दिर के चारों ओर दिन-रात पहरा देते थे; क्योंकि पहरा देने का दायित्व उनको ही सौंपा गया था। वे प्रतिदिन सबेरे उसका द्वार खोलते थे।
कुछ सेवक मन्दिर के लकड़ी के सामान, समस्त पवित्र पात्रों, मैदा, अंगूर के रस, तेल, लोबान और सुगन्धित धूप-द्रव्यों की देख-भाल करते थे।
उसी दिन भण्डार-गृहों के संरक्षकों की नियुिक्त की गई। इन भण्डार-गृहों में मन्दिर में चढ़ाई गई भेंट, उपज का प्रथम फल और दशमांश रहता था। इनके अतिरिक्त पुरोहितों और उपपुरोहितों के नियत भाग भी रहते थे, जो नगर के खेतों से एकत्र किए जाते थे। यह धर्म-व्यवस्था के अनुसार निर्धारित कर दिया गया था। यहूदा प्रदेश की जनता परमेश्वर की सेवा करनेवाले पुरोहितों और उपपुरोहितों से प्रसन्न थी।
वे पवित्र-स्थान के सेवा-कार्य में प्रयुक्त होने वाले समस्त पात्रों को लेकर नीले वस्त्र में रख देंगे और उनको सूंस के चमड़े के आच्छादन से ढक देंगे। तत्पश्चात् उसको वाहक-खम्भे पर रखेंगे।