उसने सुलेमान को पुरोहितों और उप-पुरोहितों के विभिन्न दलों, प्रभु-भवन की आराधना-व्यवस्था के विषय में भी बताया। उसने प्रभु-आराधना में प्रयुक्त होने वाले पात्रों के विषय में बताया।
1 इतिहास 9:22 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ये सब द्वारपाल, जिन्हें आंगन के द्वारपाल के रूप में चुना गया था, कुल दो सौ बारह थे। इनकी गणना वंश-क्रमानुसार इनके अपने-अपने गांव में की गई थी। दाऊद और द्रष्टा शमूएल ने उनको नियुक्त किया था, क्योंकि वे ईमानदार थे। पवित्र बाइबल सब मिलाकर दो सौ बारह व्यक्ति पवित्र तम्बू के द्वार की रक्षा के लिये चुने गए थे। उनके नाम उनेक परिवार इतिहास में उनके छोटे नगरों में लिखे हुए थे। दाऊद और समूएल नबी ने उन लोगों को चुना, क्यों कि उन पर विश्वास किया जा सकता था। Hindi Holy Bible ये सब जो द्वारपाल होने को चुने गए, वह दो सौ बारह थे। ये जिनके पुरखाओं को दाऊद और शमूएल दशीं ने विश्वासयोग्य जान कर ठहराया था, वह अपने अपने गांव में अपनी अपनी वंशावली के अनुसार गिने गए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) ये सब जो द्वारपाल होने को चुने गए, वे दो सौ बारह थे। ये जिनके पुरखाओं को दाऊद और शमूएल दर्शी ने विश्वासयोग्य जानकर ठहराया था, वे अपने अपने गाँव में अपनी अपनी वंशावली के अनुसार गिने गए। सरल हिन्दी बाइबल ड्योढ़ी के लिए चुने गए ये द्वारपाल गिनती में 212 थे. उनकी गिनती उनके गांवों की वंशावली में की गई है. दावीद और दर्शी शमुएल ने इनको विश्वासयोग्य देखकर इन्हें इस पद पर ठहराया था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 ये सब जो द्वारपाल होने को चुने गए, वह दो सौ बारह थे। ये जिनके पुरखाओं को दाऊद और शमूएल दर्शी ने विश्वासयोग्य जानकर ठहराया था, वह अपने-अपने गाँव में अपनी-अपनी वंशावली के अनुसार गिने गए। |
उसने सुलेमान को पुरोहितों और उप-पुरोहितों के विभिन्न दलों, प्रभु-भवन की आराधना-व्यवस्था के विषय में भी बताया। उसने प्रभु-आराधना में प्रयुक्त होने वाले पात्रों के विषय में बताया।
देख, पुरोहितों और उप-पुरोहितों के ये विभिन्न दल हैं, जो भवन में परमेश्वर के आराधना-कार्य को सम्पन्न करेंगे। इनके अतिरिक्त निर्माण-कार्य में दक्ष प्रत्येक व्यक्ति सब कार्यों में प्रसन्नतापूर्वक तुझे सहयोग देगा। सब शासकीय कर्मचारी तथा समस्त जनता तेरे आदेशों का पालन करेगी।’
राजा दाउद के कार्यों का वर्णन, आदि से अन्त तक निम्नलिखित इतिहास-ग्रन्थों में लिखा हुआ है: द्रष्टा शमूएल का इतिहास-ग्रन्थ, नबी नातान का इतिहास-ग्रन्थ और द्रष्टा गाद का इतिहास-ग्रन्थ।
ये भी उप-पुरोहित थे : ओबद्याह, जो शमायाह का पुत्र, गालाल का पौत्र और यदूतून का प्रपौत्र था; बेरेकयाह, जो आसा का पुत्र और एलकानाह का पौत्र था। एलकानाह नटोपाती लोगों के कस्बों में रहता था।
अत: वे और उनके बाद उनके पुत्र बारी-बारी से प्रभु-मन्दिर में शिविर के द्वारों पर पहरा देते थे। वे प्रहरी थे।
कोरह वंशीय उप-पुरोहित शल्लूम का ज्येष्ठ पुत्र मत्तित्याह तवे पर रोटियां बनाता था। वह ईमानदार था।
पुरोहित यहोयादा ने प्रभु-भवन के प्रवेश-द्वारों पर भी पहरेदार नियुक्त किए, जिससे कोई भी मनुष्य अशुद्ध दशा में प्रवेश न कर सके।
उसके अधीन एदेन, मिन्यामिन, येशूअ, शमायाह, अमर्याह, और शकन्याह थे। ये सच्चाई से पुरोहितों के नगरों में भेंट बांटने में उसकी सहायता करते थे। वे वहां अपने भाई-बन्धुओं में, छोटे-बड़े सबको, विभिन्न दलों के अनुसार भेंट बांटते थे।
पुरोहितों की नामावली में उनके शिशु, पत्नी, पुत्र और पुत्री आदि सब का उल्लेख रहता था। वे सच्चाई से अपने को पवित्र रखते थे।
उसी दिन भण्डार-गृहों के संरक्षकों की नियुिक्त की गई। इन भण्डार-गृहों में मन्दिर में चढ़ाई गई भेंट, उपज का प्रथम फल और दशमांश रहता था। इनके अतिरिक्त पुरोहितों और उपपुरोहितों के नियत भाग भी रहते थे, जो नगर के खेतों से एकत्र किए जाते थे। यह धर्म-व्यवस्था के अनुसार निर्धारित कर दिया गया था। यहूदा प्रदेश की जनता परमेश्वर की सेवा करनेवाले पुरोहितों और उपपुरोहितों से प्रसन्न थी।
(प्राचीन काल में इस्राएली देश में यह प्रथा थी : जब कोई व्यक्ति परमेश्वर से कुछ बात पूछने जाता था, तब वह कहता था, ‘आओ, हम द्रष्टा के पास चलें।’ जिस मनुष्य को आजकल नबी कहते हैं, उसे प्राचीन काल में द्रष्टा कहते थे)