अत: वे सामरी नगर के प्रवेश द्वार पर आए। उन्होंने द्वारपालों को पुकारा, ‘हम सीरियाई सेना के पड़ाव पर गए थे। वहां एक भी सैनिक नहीं है। हमने वहां किसी आदमी की आवाज भी नहीं सुनी। वहां केवल बन्धे हुए घोड़े और गधे हैं। तम्बू जैसे के तैसे खड़े हैं।’
1 इतिहास 9:17 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मन्दिर के द्वारपाल ये थे : शल्लूम, अक्कूब, टलमोन और अहीमान तथा उनके चचेरे भाई-बन्धु। शल्लूम मुख्य द्वारपाल था। पवित्र बाइबल ये वे द्वारपाल हैं जो यरूशलेम में रहते थेः शल्लूम, अक्कूब, तल्मोन, अहीमान और उनके सम्बन्धी। शल्लूम उनका प्रमुख था। Hindi Holy Bible ओर द्वारपालों में से अपने अपने भाइयों सहित शल्लूम, अक्कूब, तल्मोन और अहीमान, उन में से मुख्य तो शल्लूम था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) द्वारपालों में से अपने अपने भाइयों सहित शल्लूम, अक्कूब, तल्मोन और अहीमान; इन में से मुख्य तो शल्लूम था, सरल हिन्दी बाइबल द्वारपाल थे: शल्लूम, अक्कूब, तालमोन, अहीमान और उनके संबंधी, जिनमें शल्लूम सबका प्रधान था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 द्वारपालों में से अपने-अपने भाइयों सहित शल्लूम, अक्कूब, तल्मोन और अहीमन, इनमें से मुख्य तो शल्लूम था। |
अत: वे सामरी नगर के प्रवेश द्वार पर आए। उन्होंने द्वारपालों को पुकारा, ‘हम सीरियाई सेना के पड़ाव पर गए थे। वहां एक भी सैनिक नहीं है। हमने वहां किसी आदमी की आवाज भी नहीं सुनी। वहां केवल बन्धे हुए घोड़े और गधे हैं। तम्बू जैसे के तैसे खड़े हैं।’
चार हजार द्वारपाल और चार हजार गायक होंगे। ये गायक प्रभु की स्तुति के लिए बनाए गए मेरे वाद्ययन्त्रों पर प्रभु की स्तुति गाएंगे।’
ये भी उप-पुरोहित थे : ओबद्याह, जो शमायाह का पुत्र, गालाल का पौत्र और यदूतून का प्रपौत्र था; बेरेकयाह, जो आसा का पुत्र और एलकानाह का पौत्र था। एलकानाह नटोपाती लोगों के कस्बों में रहता था।
शल्लूम पूर्व दिशा में राज-द्वार पर अब तक नियुक्त था। ये उप-पुरोहितों के शिविर के द्वारपाल थे :
उसके पिता दाऊद ने पुरोहितों और उप-पुरोहितों के सेवा-कार्य अलग-अलग बांट दिए थे। उसने अपने पिता के प्रबन्ध के अनुसार ऐसा ही किया: उसने पुरोहित-कार्य सम्पन्न करने के लिए पुरोहितों के दल बनाए, और उनकी बारी निश्चित कर दी। उसने उप-पुरोहितों का गायक-दल नियुक्त किया। ये उप-पुरोहित आराधना के समय न केवल वाद्य-यन्त्र बजाते थे, बल्कि वे दैनिक आराधना में पुरोहितों की सहायता भी करते थे। राजा सुलेमान ने मन्दिर के प्रवेश-द्वारों पर पहरा देने के लिए उप-पुरोहितों के अनेक दल बना दिए थे। इस प्रकार उप-पुरोहित द्वारपाल भी थे; क्योंकि परमेश्वर के जन दाऊद ने ऐसा ही आदेश दिया था।
मन्दिर के द्वारपाल : शल्लूम, आतेर, तल्मोन, अक्कूब, हतीता और शोबई के वंशज एक सौ उनतालीस।
द्वारपाल ये थे : अक्कूब और तल्मोन। इनके साथ इनके भाई-बन्धु भी थे, जो द्वार पर पहरा देते थे। इनकी संख्या एक सौ बहत्तर थी।