उसने एदोमी, मोआबी, अम्मोनी, पलिश्ती और अमालेकी राष्ट्र से तथा रहोब के पुत्र और सोबाह के राजा हदद-एजेर की लूट में से सोना, चांदी और पीतल छीना, और प्रभु को अर्पित किया।
1 इतिहास 4:43 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उन्होंने अमालेकी जाति के बचे हुए शेष लोगों को नष्ट कर दिया। वे आज तक वहाँ निवास करते हैं। पवित्र बाइबल वहाँ अभी थोड़े से केवल अमेलेकी लोग रहते थे और इन शिमोनी लोगों ने इन्हें मार डाला। उस समय से अब तक वे शिमोनी लोग सेईद में रह रहे हैं। Hindi Holy Bible तब वे सेईद पहाड़ को गए, और जो अमेलेकी बच कर रह गए थे उन को मारा, और आज के दिन तब वहां रहते हैं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब वे सेईद पहाड़ को गए, और जो अमालेकी बचकर रह गए थे उनको मारा, और आज के दिन तक वहाँ रहते हैं। सरल हिन्दी बाइबल उन्होंने अमालेकियों के भाग को, जो जीवित बचकर यहां आए हुए थे, नष्ट कर दिया, जो अब तक वहां रहते आ रहे थे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब वे सेईद पहाड़ को गए, और जो अमालेकी बचकर रह गए थे उनको मारा, और आज के दिन तक वहाँ रहते हैं। |
उसने एदोमी, मोआबी, अम्मोनी, पलिश्ती और अमालेकी राष्ट्र से तथा रहोब के पुत्र और सोबाह के राजा हदद-एजेर की लूट में से सोना, चांदी और पीतल छीना, और प्रभु को अर्पित किया।
डण्डे इतने लम्बे थे कि उनके सिर अन्तर्गृह के सम्मुख पवित्र स्थान से दिखाई देते थे। किन्तु वे बाहर से नहीं दिखाई देते थे। वे आज तक वहीं हैं।
अत: मैंने उन पर क्रोध और प्रकोप उण्डेल दिया। मैंने यहूदा प्रदेश के नगरों और यरूशलेम के गली-कूचों को अपनी क्रोधाग्नि से भस्म कर दिया। वे उजाड़ और निर्जन हो गए, और आज तक वैसे ही उजाड़ और निर्जन पड़े हैं।
पहरेदारों ने रुपया ले लिया और वैसा ही किया, जैसा उन्हें सिखाया गया था। यही कहानी फैल गयी और अब तक यहूदी लोगों में प्रचलित है।
प्रभु ने बेत-पओर के सम्मुख मोआब देश की घाटी में मूसा को गाड़ दिया। परन्तु आज तक कोई व्यक्ति नहीं जानता है कि मूसा की कबर कहां है।
वह मनुष्य हित्ती जाति के देश में चला गया। उसने वहाँ एक नगर बसाया, और उसका नाम लूज रखा। उस नगर का आज भी यही नाम है।
मिस्री लड़का उन्हें छापामार दल के पास ले गया। वहाँ उन्होंने देखा कि वे मैदान में बिखरे हुए हैं। वे खा-पी रहे हैं। वे नाच-गा रहे हैं; क्योंकि उन्होंने पलिश्ती देश और यहूदा प्रदेश में बहुत माल लूटा था।
दाऊद ने उन पर आक्रमण कर दिया। उसने उन्हें सन्ध्या से लेकर दूसरे दिन की शाम तक मारा। चार सौ युवकों को छोड़कर, जो ऊंट पर सवार हो कर भाग गए, एक भी मनुष्य जीवित नहीं बचा!