येहू के शेष कार्यों का विवरण, उसके समस्त कार्यों का और उसके समस्त वीरता-पूर्ण कार्यों का विवरण, ‘इस्राएल प्रदेश के राजाओं का इतिहास-ग्रन्थ’ में लिखा हुआ है।
1 इतिहास 29:30 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इन ग्रन्थों में उसके राज्य का विस्तृत विवरण, उसके शौर्य का वर्णन, और उन सब घटनाओं का उल्लेख हुआ है, जो दाऊद के साथ और इस्राएल देश तथा विश्व के अन्य देशों में घटी थीं। पवित्र बाइबल वे रचनायें इस्राएल के राजा के रूप में दाऊद ने जो काम किये, उन सब की सूचना देती हैं। वे दाऊद की शक्ति और उसके साथ जो घटा, उसके विषय में भी बताती हैं और वे इस्राएल और उसके चारों ओर के राज्यों में जो हुआ, उसके बारे में बताती हैं। Hindi Holy Bible और उसके सब राज्य और पराक्रम का, और उस पर और इस्राएल पर, वरन देश देश के सब राज्यों पर जो कुछ बीता, इसका भी वृत्तान्त शमूएल दशीं और नातान नबी और गाद दशीं की पुस्तकों में लिखा हुआ है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और उसके राज्य और पराक्रम का, और उस पर और इस्राएल पर, वरन् देश देश के सब राज्यों पर जो कुछ बीता, इसका भी वृत्तान्त शमूएल दर्शी, और नातान नबी, और गाद दर्शी की पुस्तकों में लिखा हुआ है। सरल हिन्दी बाइबल इन पुस्तकों में उनके शासन, उनकी शक्ति, उन पर और इस्राएल पर पड़ी परिस्थितियों और दुनिया के दूसरे देशों पर आई परिस्थितियों का वर्णन है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और उसके सब राज्य और पराक्रम का, और उस पर और इस्राएल पर, वरन् देश-देश के सब राज्यों पर जो कुछ बीता, इसका भी वृत्तान्त शमूएल दर्शी और नातान नबी और गाद दर्शी की पुस्तकों में लिखा हुआ है। |
येहू के शेष कार्यों का विवरण, उसके समस्त कार्यों का और उसके समस्त वीरता-पूर्ण कार्यों का विवरण, ‘इस्राएल प्रदेश के राजाओं का इतिहास-ग्रन्थ’ में लिखा हुआ है।
यारोबआम के शेष कार्यों का विवरण, उसके समस्त कार्यों का, उसके वीरतापूर्ण कार्यों का विवरण, ‘इस्राएल प्रदेश के राजाओं का इतिहास-ग्रन्थ’ में लिखा हुआ है। उसने किस प्रकार दमिश्क और हमात नगरों को जीतकर इस्राएली राज्य में सम्मिलित किए थे, इसका भी विवरण उस ग्रन्थ में लिखा हुआ है।
राजा दाउद के कार्यों का वर्णन, आदि से अन्त तक निम्नलिखित इतिहास-ग्रन्थों में लिखा हुआ है: द्रष्टा शमूएल का इतिहास-ग्रन्थ, नबी नातान का इतिहास-ग्रन्थ और द्रष्टा गाद का इतिहास-ग्रन्थ।
दाऊद के पुत्र सुलेमान ने अपने राज्य को स्थिर कर लिया। प्रभु परमेश्वर उसके साथ था। प्रभु ने उसको बहुत उन्नत किया।
परमेश्वर ही काल का नियंता और ऋतुओं का परिवर्तनकर्त्ता है। वही राजाओं को सिंहासन पर बैठाता, और वही उनको पदच्युत करता है। परमेश्वर ही बुद्धिमान को बुद्धि और समझदार को समझ देता है।
“महाराज, जो पवित्र प्रहरी आपने देखा, जो स्वर्ग से नीचे उतरा और जिसने उच्च स्वर में यह कहा कि ‘इस वृक्ष को काट कर नष्ट कर दो, पर भूमि पर इसके तने को छोड़ दो, और इसकी जड़ मत उखाड़ो। किन्तु तने को लोहे और पीतल की जंजीरों से बांधो, और उसको मैदान में हरी घास के बीच छोड़ दो, ताकि वह आकाश की ओस से सींचा जाए, और वन-पशु की तरह वह भूमि की घास खाए। वह सात वर्ष तक इसी दशा में रहे’,
आप मनुष्य-समाज के बीच से निकाल दिए जाएंगे, और आपको वन-पशुओं के साथ रहना पड़ेगा। आप बैल के समान घास चरेंगे, और आकाश की ओस में भीगा करेंगे। सात वर्ष तक आपकी यही दशा रहेगी। उसके बाद आपको अनुभव होगा कि सर्वोच्च परमेश्वर ही मनुष्यों के राज्य पर शासन करता है, और वह जिसको चाहता है, उसको यह राज्य दे देता है।